अगर आधार कार्ड है तो घर बैठे कर सकोगे चारधाम यात्रा का पंजीकरण
अब चार धाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कराना आसान होगा। इसके लिए यात्री घर बैठे ही रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। शर्त यह है कि रजिस्ट्रेशन कराने वाले के पास आधार कार्ड होना चाहिए।
देहरादून, [गौरव गुलेरी]: आप कर्नाटक निवासी हैं और चारधाम यात्रा पर उत्तराखंड आना चाहते हैं, तो निश्चिंत रहिए, आप घर बैठे की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। बस! आपके पास आधार कार्ड होना चाहिए। इससे, यात्रियों को जहां रजिस्ट्रेशन के लिए उत्तराखंड नहीं आना पड़ेगा, वहीं यात्रा सीजन के दौरान आने वाले यात्रियों का सही आंकड़ा भी उपलब्ध रहेगा। इसके लिए पर्यटन विभाग ने कसरत शुरू कर दी है। कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) के माध्यम से इस योजना को अमलीजामा पहनाया जाएगा। इसके लिए विभाग ने प्रस्ताव तैयार किया है।
पर्यटन सीजन शुरू हो रहा है। इसके लिए पर्यटन विभाग तैयारियों में जुट गया है। खासकर, चारधाम यात्रा को लेकर। हर साल चार धामयात्रा में देश-विदेश के हजारों यात्री दर्शनों को आते हैं। 28 अप्रैल को गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा शुरू हो जाएगी। 2013 में आई दैवीय आपदा के दौरान जानमाल का काफी नुकसान हुआ था। लापता अथवा मृत यात्रियों की संख्या का भी सही आंकड़ा नहीं मिल पाया। इसे देखते हुए पर्यटन विभाग ने यात्रियों-पर्यटकों के बायोमैट्रिक व फोटामैट्रिक पंजीकरण की व्यवस्था शुरू की।
इसके तहत राज्य के 16 स्थानों पर पंजीकरण काउंटर स्थापित किए गए। यह व्यवस्था पिछले तीन सालों से चल रही है। लेकिन, यात्रियों का पंजीकरण यहां पहुंचने पर ही हो पाता है। इससे यात्रियों का आंकड़ा तो मिल जाता है, लेकिन रहने-खाने और यात्रा का प्रबंध करने में खासी परेशानी होती है।
अब पंजीकरण व्यवस्था को सुविधाजनक बनाने के लिए पर्यटन विभाग सीएससी की मदद ले रहा है। इसके माध्यम से चारधाम यात्रा पर देशभर से आने वाले यात्रियों व पर्यटकों को अपने ही प्रदेश में ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा मिलेगी।
इस संबंध में सचिव पर्यटन शैलेश बगोली ने प्रदेश के सीएससी इंचार्ज से भी वार्ता की। मुख्य सचिव के साथ होने वाली बैठक में इस पर सहमति बनते ही व्यवस्था को शुरू कर दिया जाएगा।
अवस्थापना पर्यटन निदेशक आरके जोशी के अनुसार चारधाम यात्रा के सुचारू संचालन और यात्रियों की सुविधा के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया सीएससी के माध्यम से शुरू करने के प्रयास हैं। सीएससी के माध्यम से रजिस्ट्रेशन कराने वाले यात्रियों का ब्योरा पर्यटन विभाग को मिल जाएगा। ऐसा होने पर यात्रियों को सुविधा तो होगी ही, साथ में व्यवस्थाएं करने में भी आसानी होगी।
ये होंगे फायदे
-चारधाम आने वाले यात्रियों की संख्या का मिल सकेगा सही आंकड़ा
-रजिस्ट्रेशन के लिए यात्रियों को उत्तराखंड आने की नहीं पड़ेगी जरूरत
-यात्रियों की यात्रा के समय व तिथियों की होगी जानकारी
-यात्रियों की संख्या के मुताबिक रहने-खाने, मेडिकल व परिवहन की हो सकेगी उचित व्यवस्था
-सीएससी के माध्यम से आधार कार्ड के जरिए करा सकेंगे रजिस्ट्रेशन
-देशभर के सीएससी के जरिए होंगे यात्रियों के पंजीकरण
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