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उत्‍तराखंड में आफत की बारिश, चारधाम यात्रा मार्गों पर बढ़ा जोखिम

उत्‍तराखंड के अधिकतर जिलों में पिछले 24 घंटे से रुक- रुककर बारिश हो रही है। इससे चारधाम यात्रा मार्गों पर जोखिम बढ़ गया है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Sat, 27 Jul 2019 11:21 AM (IST)Updated: Sat, 27 Jul 2019 08:45 PM (IST)
उत्‍तराखंड में आफत की बारिश, चारधाम यात्रा मार्गों पर बढ़ा जोखिम
उत्‍तराखंड में आफत की बारिश, चारधाम यात्रा मार्गों पर बढ़ा जोखिम

देहरादून, जेएनएन।  बारिश और भूस्खलन की वजह से चारधाम यात्रा मार्गों पर जोखिम बढ़ता रहा है। शुक्रवार को यमुनोत्री हाईवे पर ऑलवेदर रोड के कार्य में जुटी पोकलैंड मशीन सड़क धंसने से यमुना नदी में समा गई। हादसे में चालक की मौत हो गई। केदारनाथ, गंगोत्री और बदरीनाथ हाईवे पर भी भूस्खलन जोन सक्रिय हो गए हैं। यहां कुछ स्थानों पर पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिरने का क्रम चलता रहा। ऐसे में इन मार्गों पर जानमाल का खतरा बना हुआ है। पौड़ी जिले में नीलकंठ यात्रा मार्ग गरुड़चट्टी पुल के करीब बाधित हो गया। यहां से कांवड़ यात्रियों को दूसरे रास्तों से भेजा गया। बारिश और भूस्खलन के कारण राज्य में 115 मार्ग अवरुद्ध हैं। लोक निर्माण विभाग इन्हें खोलने में जुटा हुआ है।  

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उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में पिछले चौबीस घंटे के दरम्यान रुक-रुक कर बारिश के दौर चल रहे हैं। गुजरे चौबीस घंटे के अंतराल में मसूरी में सर्वाधिक 55 एमएम बारिश दर्ज की गई। इससे यात्रा मार्गों पर दुश्वारियां बढ़ गई हैं। यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर उत्तरकाशी में खरादी के पास सड़क धंस गई। सड़क धंसने से यमुनोत्री हाईवे पर कुछ देर वाहनों की आवाजाही बाधित रही। 

गंगोत्री हाईवे पर बड़ेथी बना मुसीबत

गंगोत्री हाईवे चुंगी बड़ेथी के पास मुसीबत बनता जा रहा है। यहां पर पिछले दो महीने से पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है, बारिश की वजह से अब यह ज्यादा सक्रिय हो गया है। 50 घंटे बाद बीती शाम यहां हाईवे सुचारु हुआ, लेकिन कुछ देर बाद फिर से बाधित हो गया था। 12 घंटे बाद शनिवार सुबह इस पर यातायात सुचारु हो पाया। छोटे वाहनों की जोशियाड़ा-मनेरा और बड़े वाहनों की तेखला-मांडों-मनेरा से आवाजाही करवाई गई। मार्ग बंद होने से स्थानीय लोगों, कांवडिय़ों व यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हाईवे खुलने के बाद भी चुंगी बडेथी के पास पहाड़ी से पत्थर व भूस्खलन होने का खतरा बरकरार है। 

गौरीकुंड हाइवे पर बरसते रहे पत्थर

रुद्रप्रयाग जिले में पूरे दिन बारिश का सिलसिला चला। यहां गौरीकुंड हाईवे पर कई स्थानों पर पहाड़ी से पत्थर गिरते रहे। मलबा आने के कारण भीरी व बासंवाड़ा के बीच हाईवे कुछ देर हाईवे बाधित भी रहा। 

लामबगड़ में भी जोखिम

चमोली जिले में शुक्रवार रात मूसलाधार बारिश होती रही। नदी-नालों में उफान के कारण कुछ इलाकों में लोग अपने आशियानों में नहीं रहे। बदरीनाथ हाईवे पर लामबगड़ में सफर जोखिम भरा बना हुआ है। यहां पहाड़ी से रुक-रुक कर पत्थर गिर रहे हैं। इस क्षेत्र में पुलिस की देखरेख में वाहनों की आवाजाही कराई जा रही है। 

टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे 10 घंटे बंद रहा

मलबा आने की वजह से टनकपुर-पिथौरागढ़ हाईवे दस घंटे बंद रहा। यहां तीन स्थानों पर पहाड़ी से दरकने से मलबा मुख्य मार्ग पर जमा हो गया। इसे साफ करने में दस घंटे गए। इससे सैकड़ों वाहन फंसे रहे। 

सामान्य रहेगा मौसम

राज्य मौसम केंद्र के अनुसार अगले चौबीस घंटों के दरम्यान मौसम सामान्य बना रहेगा। इस दौरान कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश हो सकती है।

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