Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चाय की चुस्की के साथ रात में होगी चेकिंग, वॉट्सएप के जरिये भेजनी होगी फोटो

    By Edited By:
    Updated: Sat, 16 Nov 2019 08:21 PM (IST)

    रात में सड़कों पर गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों को अब चाय पिलाई जाएगी। एसएसपी ने इसकी जिम्मेदारी रात के समय चेकिंग पर निकलने वाले जोनल अधिकारियों को दी है।

    चाय की चुस्की के साथ रात में होगी चेकिंग, वॉट्सएप के जरिये भेजनी होगी फोटो

    देहरादून, जेएनएन। बढ़ती ठंड को देखते हुए रात में सड़कों पर गश्त करने वाले पुलिसकर्मियों को अब चाय पिलाई जाएगी। एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने इसकी जिम्मेदारी रात के समय चेकिंग पर निकलने वाले जोनल अधिकारियों को दी है। इसका उद्देश्य रात में ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मियों को राहत देने के साथ ही यह भी सुनिश्चित करना है कि पुलिसकर्मी इलाके में मूवमेंट में हैं या नहीं। जोनल अधिकारियों को हर रात चाय पिलाते फोटो वॉट्सएप के जरिये एसएसपी को भेजनी होगी।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सर्दियों के सीजन में देर रात दो बजे से लेकर भोर में पांच बजे तक सड़कें सूनी हो जाती हैं। चार बजे मार्निग वॉक पर निकलने वाले लोग भी छह बजे या इसके बाद निकलते हैं। ऐसे में चोरी, नकबजनी की घटनाओं को अंजाम देना अपराधियों के लिए आसान हो जाता है। विगत वर्षो में ठंड के सीजन में इस तरह की घटनाएं हो भी चुकी हैं, लिहाजा एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने इस स्थिति से निपटने के लिए अभी से रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। 

    एसएसपी ने बताया कि तय किया गया है कि रात के सयम शहर की सड़कों और कॉलोनियों में गश्त करने वाले पुलिसकर्मी, पिकेट ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को चाय पिलाई जाएगी। चाय के साथ उन्हें बिस्किट भी मिलेगी। इसका उद्देश्य उन्हें ड्यूटी के दौरान तरोताजा रखना है। पुलिसकर्मियों को चाय रात के दो बजे के बाद ही मिलेगी। इसके लिए शहर में जोनल अधिकारियों को जिम्मा सौंपा गया है। वह पुलिस लाइन से चाय लेकर अपने क्षेत्र के पुलिसकर्मियों में वितरित करेंगे। बीती गुरुवार रात से यह व्यवस्था लागू कर दी गई है।

    यह भी पढ़ें: वाट्सएप पर अंजान नंबरों से आने वाले आडियो व वीडियो कॉल को करें नजरअंदाज

    पुलिस की मौजूदगी चेक करना होगा आसान

    चाय पिलाने के पीछे जोनल अधिकारियों की चेकिंग की गुणवत्ता बेहतर करने और गश्त पर लगने वाले पुलिस कर्मियों की मौजूदगी चेक करना भी उद्देश्य है। जोनल चेकिंग की व्यवस्था वर्षो पुरानी है, लेकिन यह चेकिंग केवल कोरम बन कर रह गई है। एसएसपी की नई पहल से इन दोनों के कार्य की गुणवत्ता पर सकारात्मक असर पड़ेगा।

    यह भी पढ़ें: तो अपराधियों के लिए उपजाऊ हो रही उत्तराखंड की जमीं, पढ़िए पूरी खबर