लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस ने पांच लोगों को किया गिरफ्तार
लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाने वाले लोगों से पुलिस सख्ती के साथ निपट रही है। पुलिस ने ऐसे पांच लोगों को गिरफ्तार किया और मुकदमा दर्ज कर थाने में बैठाए रखा।
देहरादून, जेएनएन। लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाने वाले लोगों से पुलिस सख्ती के साथ निपट रही है। पुलिस ने ऐसे पांच लोगों को गिरफ्तार किया और मुकदमा दर्ज कर थाने में बैठाए रखा। इसके अलावा छह वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की गई।
पुलिस बाजार में उन लोगों को चेक कर रही है, जो आवश्यक सामान खरीदने का बहाना बनाकर घूम रहे हैं। पुलिस ऐसे लोगों को कार्रवाई की बात कहकर घर भेज रही है, जिससे बाजार में वही लोग आ रहे हैं, जिन्हें वास्तव में जरूरत का सामान खरीदना है। छूट की अवधि के बाद होम डिलीवरी से लोगों की जरूरतें पूरा कराने का काम भी पुलिस कर रही है। शनिवार को वैसे तो शहरी व ग्रामीण इलाकों की गलियां लॉकडाउन के दौरान सूनी पड़ी रही। लक्षणपुर में बाहर से कोई न आए, कालोनी का गेट बंद कर दिया गया।
वहीं पुलिस के मूवमेंट के दौरान नगर क्षेत्र में कुछ लोग घरों से बाहर दिखाई देने पर पुलिस ने अंदर जाने का एनाउंस किया। इसके बाद भी पांच लोग ऐसे पाए गए, जो अपने घर के बाहर रोड पर घूमने की हिमाकत कर रहे थे। सीओ भूपेंद्र धोनी के निर्देश पर प्रभारी निरीक्षक राजीव रौथान, एसएसआई गिरीश नेगी, चौकी प्रभारी बाजार दीपक मैठाणी ने उल्लंघन में पांच लोगों को गिरफ्तार कर मुकदमा दर्ज किया। घंटों तक थाने में बैठाने के बाद देर सायं सभी को थाने से ही जमानत पर रिहा कर परिजनों के सुपुर्द किया गया।
इसी के साथ ही कोतवाली की पुलिस ने एमवी एक्ट में तीन वाहनों को सीज करने की कार्रवाई की। कालसी थानाध्यक्ष दीपक धारीवाल ने लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर तीन वाहनों को सीज किया और एक का चालान काटा। सहसपुर थानाध्यक्ष एएसपी भदाणो विशाखा अशोक ने चार वाहनों को एमवी एक्ट में चालान काटा। पूरे पछवादून में लॉकडाउन में अधिकांश लोग खुद ही घरों में रहे।
पंजाब में फंसे मजदूरों को वापस लाने की मांग
ह्यूमन राइट्स एंड आरटीआइ एसोसिएशन व समाजवादी पार्टी ने पंजाब के होशियारपुर में फंसे मजदूरों को वापस लाने की मांग सरकार से की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष अरविंद शर्मा व समाजवादी पार्टी जिलाध्यक्ष गुल्फाम अली ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर पछवादून के मजदूरों को उनके घर लाने के लिए आवश्यक कदम उठाने की मांग की है। पत्र में उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि पछवादून के सभावाला, तिपरपुर, जाटोवाला, मेदनीपुर, धर्मावाला, खुशहालपुर, सहसपुर, लक्ष्मीपुर आदि गांवों के सौ से ज्यादा मजदूर पंजाब के होशियारपुर में फंसे हुए हैं।
बिजली की आंख मिचौली जारी
पछवादून में बिजली की आंख मिचौली से हर कोई परेशान है। स्थिति ये है कि बिजली जाते ही पेयजल किल्लत गहरा जाती है। जनरल-ओबीसी इंप्लाइज एसोसिएशन डाकपत्थर ने ऊर्जा निगम के एमडी को पत्र भेजकर आपूर्ति दुरुस्त करने की मांग की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष रीशान अली ने पत्र में कहा है कि क्षेत्र की विद्युत सप्लाई बार-बार प्रभावित होने के कारण पूरे इलाके के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन के समय बिजली आपूर्ति सुचारू रखने के जिला प्रशासन के निर्देश भी हैं, इसके बाद भी बिजली की आंख मिचौली जारी है।
कुल्हाल क्षेत्र से अपने घरों को लौट रहे मजदूर
कुल्हाल क्षेत्र में किराये पर रहने वाले एक हजार से ज्यादा मजदूर अपने पैतृक गांवों के लिए पैदल ही निकल रहे हैं। ये सभी मजदूर हिमाचल के औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित इकाइयों में कार्य करते हैं। उत्तर प्रदेश के बिजनौर, मुरादाबाद, रामपुर, लखीमपुर, बहराइच समेत कई अन्य जनपदों के निवासी ये सभी मजदूर पिछले दो दिनों से अपने मूल स्थानों को जा रहे हैं।
कुल्हाल के प्रधान मौहम्मद सलीम का कहना है कि वे लगातार यही प्रयास कर रहे हैं कि मजदूर फिलहाल यहीं रुके रहें, इसके लिए पंचायत स्तर से मजदूरों की हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया जा रहा है। उधर, एसडीएम विकासनगर सौरभ असवाल का कहना है कि शासन द्वारा इस संबंध में हर जरूरी व्यवस्था की जा रही है। शासन के दिशा निर्देशन में आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 263 लोग किए गए गिरफ्तार, 46 मुकदमे दर्ज
हिमाचल से सटे क्षेत्रों में ग्रामीणों को हो रही दिक्कत
लॉकडाउन के चलते सील हो चुकी सीमा से सटे इलाकों में ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। आलम ये है कि जरूरत की चीजों के लिए ना तो हिमाचल से कोई उत्तराखंड में प्रवेश कर सकता और ना ही उत्तराखंड से हिमाचल। हिमाचल व उत्तराखंड में चाय सप्लाई करने वाले विकासनगर के प्रसिद्ध चाय विक्रेता संजय जैन, खाद्यान्न व्यापारी प्रदीप महावर, व्यापार मंडल अध्यक्ष अमरजीत सिंह का कहना है कि फिलहाल सारी व्यवस्थाएं पुलिस अपने हिसाब से देख रही है। व्यापार कर विभाग व परिवहन विभाग को इन व्यवस्थाओं की सही जानकारी है, इसलिए सभी राज्यों की सीमाओं पर इन विभागों की बंद पड़ी सेवाओं को चालू करके विभिन्न राज्यों के बीच मालवाहक वाहनों की आवाजाही को सुव्यवस्थित किया जा सकता है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।