उत्तराखंड में लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर 263 लोग किए गए गिरफ्तार, 46 मुकदमे दर्ज
कोरोना महामारी से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस ने शुक्रवार को प्रदेश में 46 मुकदमे दर्ज किए।
देहरादून, जेएनएन। कोरोना महामारी से बचाव के लिए लागू किए गए लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर पुलिस ने शुक्रवार को प्रदेश में 46 मुकदमे दर्ज किए। इनमें 263 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया। प्रदेश में अभी तक कुल 271 मुकदमे दर्ज कर 1528 आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इसके साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट के अंतर्गत 1590 वाहन सीज और 5778 का चालान किया गया है। इनसे 24 लाख 29 हजार 770 रुपये जुर्माना वसूला गया।
भीड़भाड़ वाली जगह में न लगाएं अधिक उम्र के कार्मिकों की ड्यूटी
महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने सभी जिला प्रभारियों को निर्देशित किया है कि लॉकडाउन के दौरान 55 वर्ष से अधिक उम्र के कार्मिकों को यथासंभव ऐसे स्थानों पर ड्यूटी के लिए नियुक्त किया जाए, जहा पर वह कम से कम आमजनमानस के संपर्क में आएं। उन्होंने बताया कि ऐसे व्यक्ति की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। उनके बीमार होने की अधिक संभावना रहती है। ऐसे कार्मिकों से कार्यालयी कार्य लिया जाए।
समय बढ़ाने से कुमाऊं में दिखी सोशल डिस्टेंस
आवश्यक वस्तुओं की खरीददारी के लिए समय-सीमा बढ़ाने का सरकार का फैसला शुक्रवार को काफी कारगर दिखा। पहले यह समय सीमा सुबह सात बजे से 10 बजे तक थी। शुक्रवार को जिसे बढ़ाकर दोपहर एक बजे तक कर दिया गया। इससे लोगों ने आराम से खरीददारी की। दुकानदारों ने भी समय बढ़ने का लाभ उठाया। उन्होंने दुकानों के आगे एक-एक फीट की दूरी पर गोले बना दिए।
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लोगों ने आराम से गोलों में खड़े होकर सामान खरीदा। पिथौरागढ़, चम्पावत, टनकपुर, रुद्रपुर और हल्द्वानी मंडी में रोज की अपेक्षा भीड़ तो दिखी, लेकिन खरीददारी की होड़ सामान्य थी। लोगों ने आपस में पर्याप्त दूरी बना रखी थी। पुलिस और प्रशासन को भी भीड़ को नियंत्रित करने में ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी। एक बजे के बाद सड़कों और बाजारों में भीड़ को हटाने के लिए पुलिस की गाड़ियां दौड़ने लगीं। गाड़ियों में बैठे अधिकारी भी माइक से लोगों से घर जाने की अपील करते दिखे। एक बजे के बाद जो लोग घूमते दिखे, पुलिस ने उनको रोककर कारण पूछा। संतोषजनक जवाब न देने के चलते लाठी फटकार कर उनको दौड़ाया गया।