Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तराखंड के वीर सपूत ने अपनी जान देकर बचाई सैकड़ों जानें

    By Edited By:
    Updated: Mon, 04 Feb 2019 03:41 PM (IST)

    उत्तराखंड के वीर सपूत स्क्वाड्रन लीडर शहीद सिद्धार्थ नेगी ने अपनी जान देकर सैकड़ों की जान बचाई है। ...और पढ़ें

    Hero Image
    उत्तराखंड के वीर सपूत ने अपनी जान देकर बचाई सैकड़ों जानें

    देहरादून, जेएनएन। सिद्धार्थ नेगी..ये नाम ना तो देश कभी भूल सकेगा और ना ही उत्तराखंड। वीरता और साहस का जो सबूत स्क्वाड्रन लीडर शहीद सिद्धार्थ नेगी दे गए, उसे भुलाना नामुमकिन है। उत्तराखंड के इस वीर सपूत ने अपनी जान देकर सैकड़ों की जान बचाई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बता दें, वायुसेना के मिराज-2000 लड़ाकू विमान ने बंगलुरु स्थित एचएएल (हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड) की हवाई पट्टी से उड़ान भरी थी, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही समय बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। बताया गया कि एचएएल का एयरपोर्ट आबादी के बीच है। पायलट ने अगर विमान का रुख न मोड़ा होता तो विमान आबादी क्षेत्र में गिर सकता था। जिससे कई लोगों की जान जा सकती थी।

    मां को बेटे से बात न कर पाने का रंज 

    शहीद सिद्धार्थ की मां सुचित्रा नेगी को जन्मदिन पर बेटे से बात न कर पाने का रंज है। पूरा परिवार सदमे में है। शहीद सिद्धार्थ नेगी देहरादून के पंडितवाड़ी निवासी बलबीर सिंह नेगी के पुत्र थे। बलबीर सिंह नेगी पुलिस से सेवानिवृत्त हैं और हाल में ग्राफिक एरा विश्वविद्यालय में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। जिस दिन विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ उसी दिन सिद्धार्थ का जन्मदिन भी था। सुबह ही उनके पिता ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी थी। सिद्धार्थ ने कहा था कि टेस्ट फ्लाइट के बाद वह अपनी मां से बात करेंगे।

    गंगा में प्रवाहित हुई अस्थिया 

    सोमवार को शहीद सिद्धार्थ की अस्थिया जौलीग्रांट हवाई अड्डे लाई गईं। इसके बाद इसी दिन हरिद्वार में अस्थियां विसर्जित की गई। शनिवार को बंगलुरु के कालाहल्ली विद्युत शवदाह गृह में सैन्य सम्मान केसाथ शहीद का अंतिम संस्कार किया गया था। पिता ने शहीद को मुखाग्नि दी।

    यह भी पढ़ें: इस जांबाज ने चुनौती देने वाले आतंकी को उतारा था मौत के घाट, सेना मेडल से सम्मानित

    यह भी पढ़ें: हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स का मिराज-2000 क्रैश, दून के पायलट की मौत