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    उत्‍तराखंड के लोग बोले, ये मोदी का 'फाइनेंशियल स्‍ट्राइक'

    By gaurav kalaEdited By:
    Updated: Thu, 10 Nov 2016 07:00 AM (IST)

    पांच सौ और हजार के नोट बंद के ऐलान पर उत्‍तराखंड के लोगों की क्‍या प्रतिक्रिया रही। आप भी पढ़ें।

    देहरादून, [जेएनएन]: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा साहसिक कदम उठाते हुए पांच सौ और एक हजार के नोट बंद के ऐलान के बाद एक तरफ लोगों में एक तरफ हलचल हैं। वहीं, लोग इस कदम पर पीएम मोदी की तारीफ कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि इससे भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। क्या रही दून के लोगों की प्रतिक्रिया, आप भी पढ़ें।
    आतंकवाद पर करारा प्रहार
    केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं अर्थशास्त्री डा. इंद्रजीत सिंह ने कहा कि ईमानदारी के मामले में भारत 76वें स्थान पर है। सोमालिया 167वें और डेनमार्क पहले स्थान पर। प्रधानमंत्री के इस फैसले के बाद भारत टॉप-10 ईमानदार देशों में शुमार होगा। यह ऐतिहासिक फैसला है। इससे काला धन, नकली नोट और आतंकवाद पर करारा प्रहार होगा। इस फैसले से देश की आर्थिकी में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा। भ्रष्टाचार पर आने वाले कुछ दिनों में पूरी तरह रोक लगना तय है।

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    पीएम का कदम बेहद सटीक
    चार्टर्ड अकाउंडेंट अमित मोहन कठपालिया ने कहा कि यह प्रधानमंत्री का बेहद सटीक कदम है। इससे फर्जी करेंसी और काले धन पर रोक लगेगी। साथ ही बाजार में मौजूदा काला धन सर्कुलेट होगा। इतना ही नहीं इस फैसले के बाद आतंकवाद जैसी गतिविधियों में भी कमी आएगी। यह गतिविधियां काले धन से ही संचालित हो रही थीं। बहुत ही अकल्पनीय और देश हित वाला फैसला है।
    बाजार पर पड़ेगा असर
    प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष अनिल गोयल का कहना है कि केंद्र सरकार का पांच सौ व हजार का नोट बंद करने का निर्णय अप्रत्याशित है। व्यापारियों व आमजन के लिए यह निर्णय समझ से परे हैं। नोट बंद करने के बाद क्या वैकल्पिक व्यवस्था होगी, इसका अभी पूरी तरह से खुलासा नहीं किया गया है। हालांकि इसके दूरगामी और सकारात्मक परिणाम आएंगे। इसका बाजार पर असर जरूर पड़ेगा।
    काले धन पर लगेगी लगाम
    इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के अध्यक्ष पंकज गुप्ता ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निर्णय देश की तरक्की के लिए स्वागत योग्य है। इससे काले धन और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। यह निर्णय मजबूत इरादों वाला व्यक्ति ही ले सकता है। यह जरूर है कि उद्योग, व्यापार के साथ ही आमजन पर इसका कुछ दिनों तक असर पड़ेगा। लेकिन यह भारत की इकोनॉमी को मजबूत करेगा।

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    आम लोगों पर पड़ेगी मार
    उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के महामंत्री रवि पचौरी का कहना है कि यदि किसी गरीब का बैंक अकाउंट न हो और उसके पास एक-दो नोट पांच सौ या हजार रुपये के हों तो वह अगले चार पांच दिन कैसे गुजारा करेगा। आपके एटीएम से पहले ही सौ के नोट नहीं निकल रहे थे। या तो केंद्र सरकार पहले से तैयारी करती। बिना सोचे-समझे लिए फैसले की काफी हद तक मार आमजन पर भी पड़ेगी।
    देश में मच गई अफरा-तफरी
    उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के महामंत्री अशोक चौधरी मानते हैं कि अचानक यह फैसला लेने से पूरे देश में अफरा-तफरी मच जाएगी। एक मजदूर, जिसके पास महज पांच सौ या हजार रुपये का नोट हो और उसे बुधवार को बाजार से जरूरी सामान लेना हो तो वह कैसे लेगा। लोग अपने 100 और 50 रुपये के नोट किसी को देंगे नहीं। अगले चार-पांच दिन लोगों के लिए बेहद मुश्किल भरे हो सकते हैं।
    क्रांतिकारी कदमों में छिटपुट दिक्कतें आम बातें
    वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. आरके जैन कहते हैं कि जब भी क्रांतिकारी कदम उठाए जाते हैं तो छिटपुट दिक्कतें होती ही हैं। लेकिन मैं इसे मास्टर स्ट्रोक कहूंगा। ऐसे कदम के लिए हिम्मत चाहिए थी जो सरकार ने दिखाई है। इससे ब्लैक व फेक मनी बाहर आएगी और अर्थ व्यवस्था सुदृढ़ होगी।
    आतंकी संगठन को लगेगा झटका
    वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. डीडी चौधरी ने कहा कि आम आदमी को कुछ वक्त दिक्कत होगी। लेकिन दुनिया में जहां भी क्रांतिकारी बदलाव हुए इस तरह की समस्याएं हुई हैं। इससे बड़ा विषय है कि सरकार के इस कदम से कालाधन जमा करने वालों पर चोट पड़ेगी। आंतकी संगठन से लेकर राजनीतिक दल जो ब्लैक मनी का इस्तेमाल करते हैं, यह उनके लिए झटका है।

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    सर्जिकल स्ट्राइक के बाद ये फाइनेंशियल स्ट्राइक
    वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. जेएन नौटियाल कहते हैं कि सर्जिकल स्ट्राइक के बाद अब यह फाइनेंशियल स्ट्राइक है। ये एक ऐसा कदम है जिसकी किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी। ब्लैक मनी पर सरकार ने जबरदस्त प्रहार किया है। जाहिर तौर पर इससे देश की अर्थव्यवस्था सुदृढ़ होगी।
    कालाधन हो जाएगा बेकार: गोविंद सिंह कुंजवाल
    उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने कहा कि केंद्र सरकार के इस कदम से छिपा हुआ कालाधन सामने आ जाएगा, ऐसा संभव नहीं लगा रहा। हालांकि, जिस व्यक्ति के पास कालाधन होगा, वह पैसा बेकार जरूर हो जाएगा। सरकार ने कुछ सोचकर ही यह कदम उठाया होगा। इसमें आम जनता को जरूर कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा, जिसके लिए केंद्र सरकार को वैकल्पिक उपाय भी देने होंगे।

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    रोजाना कमाने वालों को दिक्कतें: इंदिरा हृदयेश
    उत्तराखंड के वित्त मंत्री डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि अभी इस बारे में कुछ नहीं कह सकते कि क्यों इस तरह का कदम उठाया गया। इससे वेतनभोगी और रोजाना कमाने वालों को तो भारी दिक्कत होगी। कल तक पूर्ण ब्योरा उपलब्ध हो जाएगा, उसी के बाद केंद्र के इस फैसले पर कोई प्रतिक्रिया दी जा सकती है।
    जल्दबाजी में उठाया कदम: दिनेश अग्रवाल
    उत्तराखंड के वन एवं खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने कहा कि यह बहुत जल्दबाजी में उठाया हुआ कदम है। इसका असर क्या होगा, यह बाद में पता चलेगा लेकिन इससे पहले ही अफरातफरी का माहौल बन जाएगा। कल से घर के लिए राशन व सब्जी खरीदने में भी लोगों को खासी दिक्कत आएगी।

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    यह कदम देश के स्वर्णिम इतिहास में अमर: अजय भट्ट
    'आज का दिन देश के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाने वाला है। जो लोग कहते थे कि कालेधन को रोकने के लिए मोदी सरकार क्या कर रही है, उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करारा जवाब दिया है। देश की 125 करोड़ जनता के हित में मोदी सरकार ने बड़ा व एतिहासिक कदम उठाया है। कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए केंद्र सरकार ने अपनी प्रतिबद्धता दिखा दी।

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    चुनाव में धनबल पर लगेगा अंकुश: किशोर उपाध्याय
    प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा कि केंद्र सरकार के इस फैसले से आम और गरीब आदमी की मुश्किलें बढ़ जाएंगी, बेहतर होता कि पैसा जमा कराने के लिए वक्त दिया जाता। प्रधानमंत्री ज्वलंत समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए ऐसे कदम उठा रहे हैं। हालांकि, इस कदम से उत्तराखंड में आगामी विधानसभा चुनाव में धनबल के इस्तेमाल पर अंकुश भी लगेगा। इस संबंध में निर्वाचन आयोग से भी पार्टी ने शिकायत की है।

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