बदरीनाथ में प्रसाद योजना के तहत यात्री सुविधाओं का होगा विकास
'प्रसाद योजना' के तहत बदरीनाथ में यात्री सुविधाओं के मद्देनजर अवसंरचना विकास के लिए केंद्रीय केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 3923.64 लाख रुपये की योजना को मंजूरी दे दी है।
देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: केदारनाथ की भांति अब बदरीनाथ धाम पर भी केंद्र ने नजरें इनायत की हैं। 'प्रसाद योजना' के तहत बदरीनाथ में यात्री सुविधाओं के मद्देनजर अवसंरचना विकास के लिए केंद्रीय केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 3923.64 लाख रुपये की योजना को मंजूरी दे दी है। केंद्र से पांच किश्तों में मिलने वाली इस राशि से बदरीशपुरी में बमनी नाले पर 'आस्था पथ' निर्माण के साथ ही पार्किंग समेत अन्य कई कार्य होंगे।
बदरीधाम पहुंचने वाले यात्रियों को वहां किसी प्रकार की तकलीफ न हो और वे सुगमता से दर्शन कर सकें, यही इस योजना का मकसद है। सचिव पर्यटन एवं योजना के नोडल अधिकारी दिलीप जावलकर के मुताबिक योजना के लिए केंद्र सरकार पांच किश्तों में यह राशि देगी। इसके तहत होने वाले कार्यों की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की निगरानी के लिए जल्द ही एक समिति गठित की जाएगी, जो हर माह अपनी रिपोर्ट केंद्र को प्रेषित करेगी। जावलकर ने बताया कि प्रसाद योजना के क्रियान्वयन की जिम्मेदारी उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीपी) को सौंपी गई है। कोशिश ये है कि दो साल की अवधि में बदरीनाथधाम श्रद्धालुओं के सर्वाधिक पसंदीदा गंतव्यों में शुमार हो। इसी के हिसाब से वहां सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
प्रसाद योजना में ये होंगे कार्य
-बदरीनाथ में बमनी नाले पर पैदल पुल का निर्माण कर इसका आस्था पथ के रूप में विकास
-मंदिर परिसर में तप्त कुंड व नारद कुंड के नजदीक चेंजिंग रूम का निर्माण
-प्रदूषण की समस्या से निबटने के मद्देनजर अवशिष्ट प्रबंधन के साथ ही बंद नालियों का निर्माण
-प्राथमिक उपचार केंद्र, जगह-जगह कूड़ेदान और मार्ग के दोनों तरफ सौर प्रकाश व बैठने को बेंच निर्माण
-यात्री सुविधा केंद्र की स्थापना और वाहनों की भीड़ नियंत्रित करने को बड़ी पार्किंग का निर्माण
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज का कहना है कि बदरीनाथ के लिए यह योजना मंजूर करने पर केंद्र का आभार। योजना के आकार लेने पर जहां पर्यटकों व श्रद्धालुओं की संख्या में बढ़ोत्तरी होगी, वहीं यात्राकाल में बदरीनाथ में अत्यधिक भीड़ से होने वाली दिक्कतों से निजात पाई जा सकेगी। इसी तर्ज पर केदारनाथ में भी यात्रियों को अधिकतम सुविधाएं मुहैया कराने को प्रयास जारी हैं।
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