धूमधाम से निकाली गई मां पदमावती की पालकी यात्रा Dehradun News
श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में मां पदमावती का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सकल दिगंबर जैन समाज ने उत्साह के साथ माता की पालकी यात्रा निकाली।
देहरादून, जेएनएन। श्री पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में मां पदमावती का वार्षिकोत्सव धूमधाम से मनाया गया। सकल दिगंबर जैन समाज ने उत्साह के साथ माता की पालकी यात्रा निकाली। श्रद्धालुओं ने यात्रा में माता के जयकारे लगाए।
हर साल कार्तिक शुक्ल की त्रयोदशी पर माता पदमावती की मंदिर परिसर में भव्य यात्रा निकाली जाती है। मां पदमावती के 19 वें वार्षिकोत्सव के उपलक्ष्य में सुभाष नगर स्थित पाश्र्वनाथ दिगंबर जैन पंचायती मंदिर में विशेष कार्यक्रम हुआ। प्रमोद जैन हस्तिनापुर वालों ने सामूहिक नित्य पूजन और ध्वजारोहण से कार्यक्रम की शुरुआत की।
इसके बाद विधि-विधान से पूजा अर्चना कर माता पदमावती की पालकी यात्रा निकाली गई। यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं ने माता की पालकी को कंधों पर लेकर परिक्रमा की और माता के भजन गए। मंदिर परिसर में पालकी यात्रा की परिक्रमा पूरी हुई। वहीं मंदिर में मां पदमावती का हवन और पूजा अर्चना हुई।
कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। इस दौरान अनिल जैन, रविंद्र जैन, नवीन जैन, अभिषेक जैन, अमन जैन, अरविंद जैन, विनोद, सुशील, प्रवीण, राजीव, अनुपम, निर्मला जैन, नितिन जैन आदि मौजूद रहे।
श्याम सुंदर मंदिर से श्रद्धालुओं ने निकाली प्रभात फेरी
कार्तिक मास के उपलक्ष्य पर पटेल नगर स्थित श्याम सुंदर मंदिर परिसर से रविवार को प्रभात फेरी निकाली गई। गुरु रोड से शुरू हुई प्रभात फेरी रामलीला मैदान, देहराखास पर संपन्न हुई।
इस दौरान प्रेम भाटिया, चंद्रमोहन आनंद, गौरव कोहली, गोविंद मोहन ने भजन सुनाए। मीडिया प्रभारी भूपेंद्र चड्ढ़ा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा के उपलक्ष्य पर 12 नवंबर को शहर में विशाल प्रभात फेरी, सुंदर झांकी और शोभायात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान अवतार मुनियाल, वीरेंद्र डोभाल, ओम प्रकाश सूरी, गोविंद मोहन, तजेंद्र हरजाई, मनोज सूरी, रवि बलराम, नरेंद्र, संजय मेहता, अलका अरोड़ा, शशि कोहली आदि मौजूद रहे।
देव दीपावली पर कल जलाएंगे 3100 दीये
कार्तिका पूर्णिमा पर 12 नवंबर को रिस्पना नदी के तट स्थित महादेव महाकालेश्वर तुलतुलिया में देव दीपावली आयोजित की जाएगी। इस दौरान मंदिर परिसर में 3100 देशी घी के दीये जलाए जाएंगे।
मंदिर के संस्थापक अजय गोयल ने बताया कि मंदिर 200 वर्ष पुराना सिद्ध है। भगवान विष्णु के देवोत्थान एकादशी के दिन जागने पर उनका माता लक्ष्मी के साथ विशेष पूजन किया गया था। साथ ही इस दिन भगवान शंकर ने त्रिपुरासुर राक्षस का वध कर देवताओं को राक्षसों के अत्याचार से बचाया था।
इसलिए देवताओं ने प्रसन्न होकर भगवान शंकर के समक्ष दीप जलाकर देव दीपावली पर्व मनाया था। इसी के तहत 12 नवंबर को यह पर्व मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन भगवान शंकर का रुद्राभिषेक करना बेहद शुभ माना जाता है। इस दौरान शक्ति सागर कौशिक, तारा चंद, दिनेश, कार्तिक, राम चंद्र ठेकेदार, प्रवीण वर्मा, रमेश आर्य मौजूद रहे।
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