आयुध निर्माणी ने पहली बार तैयार किया नाइट विजन डिवाइस, पढ़िए पूरी खबर Dehradun News
र्डिनेंस फैक्ट्री (आयुध निर्माणी) ने पहली दफा रात के घुप अंधेरे में निगरानी करने में सक्षम मोनोकुलर (एक आंख से देखने वाली डिवाइस) का निर्माण किया है। ...और पढ़ें

देहरादून, जेएनएन। अपने 85 साल के इतिहास में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री (आयुध निर्माणी) ने पहली दफा रात के घुप अंधेरे में निगरानी करने में सक्षम मोनोकुलर (एक आंख से देखने वाली डिवाइस) का निर्माण किया है। अब तक आयुध निर्माणी सिर्फ दिन या तारों की रोशनी में देखने में सक्षम डिवाइस का निर्माण करती रही है। पहले चरण में 500 डिवाइस अर्ध सैनिक बलों को मुहैया कराई गई हैं। अगले चरण में सेना के लिए भी यह डिवाइस तैयार की जाएगी।
मंगलवार को पत्रकारों से रूबरू आयुध निर्माणी के महाप्रबंधक पीके दीक्षित ने कहा कि यह डिवाइस मेक इन इंडिया के तहत बनाई गई है और इसे महज छह माह के भीतर विकसित किया गया। यह डिवाइस रात के घुप अंधेरे में भी दुश्मन को 1.5 किलोमीटर की दूरी तक देख सकती है।
इसे हाथ में पकड़कर प्रयोग करने के साथ हेलमेट में भी लगाया जा सकता है। मोनोकुलर का वजन भी सिर्फ 600 ग्राम है। इसके अलावा महाप्रबंधक ने बताया कि ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में भी तेजी से काम किया जा रहा है। कार्मिकों को प्रोत्साहित करने के लिए निर्माणी बोर्ड से इतर संस्थान के स्तर पर भी अवार्ड देने की योजना बनाई गई है। पत्रकार वार्ता में संयुक्त महाप्रबंधक श्रमिष्ठा कौल आदि भी उपस्थित रहीं।
यह भी पढ़ें: वैश्विक एयर स्पेस की प्रगति में छात्रों का अहम रोल: डॉ. टेसी थॉमस
तीन साल में 1200 करोड़ होगा टर्नओवर
महाप्रबंधक दीक्षित ने बताया कि अभी आयुध निर्माणी में 180 करोड़ रुपये के उत्पादों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है। अलगे वित्तीय वर्ष में इसे बढ़ाकर 200 करोड़ और तीन साल के भीतर 1200 करोड़ रुपये तक पहुंचाया जाएगा। इसके लिए यंत्र अनुसंधान और विकास संस्थान के निदेशक बेंजामिन लॉयनल का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।