स्कूटी खरीदने के नाम पर गंवा दिए एक लाख रुपये Dehradun News
एक व्यक्ति को ओएलएक्स पर स्कूटी खरीदना महंगा पड़ गया। उसे एक लाख पांच हजार रुपये की चपत लग गई। पीड़ित ने डालनवाला थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
देहरादून, जेएनएन। एक व्यक्ति को ओएलएक्स पर स्कूटी खरीदना महंगा पड़ गया। उसे स्कूटी तो मिली नहीं, उल्टा एक लाख पांच हजार रुपये की चपत लग गई। पीड़ित ने डालनवाला थाने में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।
डालनवाला थाने के प्रभारी मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि सुरेंद्र सिंह चौहान निवासी मानसिंह वाला निकट डीबीएस कॉलेज ने ठगी की शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने शिकायत में बताया कि उसने ओएलएक्स पर एक स्कूटी का विज्ञापन देखा था। स्कूटी खरीदने के लिए उन्होंने विज्ञापन डालने वाले शख्स से फोन पर संपर्क किया। उसने अपना नाम सन्नी गोयल बताया और कहा कि जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर सीआइएसएफ में तैनात है। स्कूटी का सौदा 35 हजार रुपये में तय हुआ। इसके बाद आरोपित ने सुरेंद्र से स्कूटी की कीमत ऑनलाइन ट्रांसफर करने को कहा। सुरेंद्र ने उसके बताए बैंक अकाउंट में 14 नवंबर 2019 को आठ हजार रुपये जमा कर दिए।
शातिर ने स्कूटी की डिलीवरी 17 नवंबर को करने की बात कहते हुए शेष धनराशि किसी मुन्ना लाल के खाते में जमा करने को कहा। सुरेंद्र के मुताबिक उसने शेष धनराशि 27,500 रुपये का भुगतान कर दिया। लेकिन, आरोपित ने स्कूटी की डिलीवरी नहीं की। इसके बाद उसने स्कूटी के नए कागज आदि बनवाने के नाम पर सुरेंद्र से कई बार में एक लाख पांच हजार रुपये अलग-अलग खातों में जमा करा लिए। इसके बाद आरोपित ने और रुपये भेजने को कहा तो सुरेंद्र ने इन्कार कर दिया। इसपर आरोपित ने धमकी देना शुरू कर दिया। तब पीड़ित को ठगी का अहसास हुआ और उसने पुलिस से शिकायत की।
रिटायर अधिकारी के खाते से निकाले पांच लाख रुपये
ऑप्टो इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (ओएलएफ) से रिटायर अधिकारी के खाते से पांच लाख रुपये निकालने के मामले में अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। बैंक में पासबुक एंट्री करवाने के दौरान उन्हें इस मामले का पता चला। रायपुर थाना पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
थाना प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि ओएलएफ से कनिष्ठ प्रबंधक पद से सेवानिवृत्त हुए शेर सिंह ने इस संबंध में तहरीर दी है। पीडि़त ने बताया कि एसबीआइ रायपुर शाखा में पत्नी के साथ उनका संयुक्त खाता है। इस खाते का एक ही एटीएम कार्ड है, जो उनके पास ही था। उन्होंने बताया कि चार फरवरी को वह पासबुक में एंट्री करवाने बैंक गए थे। बैंक में पता चला कि 23 जनवरी से तीन फरवरी के बीच उनके खाते से पांच लाख रुपये किसी ने निकाल लिए।
यह भी पढ़ें: पैसे दोगुने करने का लालच देकर महिला से हड़पे 10 लाख रुपये Dehradun News
पीड़ित ने बताया कि उन्हें न तो बैंक का मैसेज आया और न ही उन्होंने एटीएम कार्ड की जानकारी किसी को दी। उन्होंने आरोप लगाया कि बैंक स्टाफ की मिलीभगत से यह धनराशि निकाली गई है। रायपुर थाना के प्रभारी ने बताया कि मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।