राजाजी टाईगर रिजर्व में बढ़ेंगे बाघ, बाघिन को मिलेंगा 'साथ'
मोतीचूर रेंज में बाघों के पालन-पोषण की बेहतर संभावनाएं पाई गई। इसी को देखते हुए पार्क में बाघों की संख्या बढ़ायी जा रही है। ...और पढ़ें

रायवाला, [दीपक जोशी]: राजाजी टाईगर रिजर्व में बाघों की संख्या बढ़ाने की तैयारी चल रही है। पार्क की मोतीचूर रेंज में दूसरे राज्य से बाघों को लाकर छोड़ा जाएगा। इन दिनों पार्क प्रशासन इसकी तैयारी में लगा है। इससे पार्क में बाघ तो बढ़ेंगे ही साथ ही यहां मौजूद एकमात्र बाघिन को भी साथी मिल जाएंगे। पार्क में बाघों के आने से पर्यावरण तंत्र को भी मजबूती मिलेगी।
इसी साल जनवरी माह में राजाजी पार्क में वन्य जीवों और वन संपदा की गिनती की गई थी। जिसमें मोतीचूर रेंज में बाघों के पालन-पोषण की बेहतर संभावनाएं पाई गई। इसी को देखते हुए पार्क में बाघों की संख्या बढ़ायी जा रही है। खास तौर पर मोतीचूर और बेरीवाड़ा रेंज में बाघों की कमी को देखते हुए इन दोनों रेंज में नए बाघ लाए जाएंगे।
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राष्ट्रीय ब्याघ्र प्राधिकरण और भारतीय वन्य जीव संस्थान से मिले दिशा निर्देशों के तहत राजाजी पार्क के 10 वन कर्मियों को मध्यप्रदेश के पन्ना टाईगर रिजर्व में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वहीं से बाघ लाए जाने हैं। शासन से अनुमति मिलते ही बाघों को लाने की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी। इनकी निगरानी ई सर्विलांस के जरिए की जाएगी। हालांकि पार्क प्रशासन ने यह स्पष्ट नहीं किया है कि यहां कितने बाघ लाए जाएंगे।
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...तो बंद हो सकता है मोतीचूर पर्यटन जोन
यदि मोतीचूर में दूसरे राज्यों से नए बाघ लाए जाते हैं तो ऐसी स्थिति में इस रेंज का पर्यटन बंद किया जा सकता है। दरअसल नए बाघों को बेहतर वातावरण देने के उद्देश्य से ऐसा करना पड़ेगा। यदि ऐसा हुआ तो इससे पर्यटक व मोतीचूर रेंज से जुड़े उन लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा जिनका यहां के पर्यटन से व्यवसाय जुड़ा है। हालांकि इसके दूसरे विकल्प भी मौजूद हैं। वर्तमान पर्यटक ट्रैक को बदलकर नया ट्रैक बनाया जा सकता है लेकिन इस काम में काफी वक्त लगेगा।
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सत्यनारायण से ट्रैक खोले जाने की मांग
ईको विकास समिति प्रतीतनगर ने मोतीचूर के बजाए सत्यनारायण से पर्यटन ट्रैक शुरू करने की मांग की है। समिति के अध्यक्ष राजेश जुगलान ने बताया कि वर्तमान में मोतीचूर के जिस गेट से पर्यटन गतिविधियां संचालित की जाती हैं वह हाईवे चौड़ीकरण की जद में आ गया है। यह क्षेत्र चीला-मोतीचूर वन्य जीव गलियारा है और पर्यटन के लिहाज से कतई उपयुक्त नहीं है। हाईवे की फोरलेनिंग कार्य पूरा हो जाने के बाद मोतीचूर स्थित वर्तमान गेट से पर्यटन गतिविधियों का संचालन व्यवहारिक रूप से संभव नहीं होगा। इसके लिए नए ट्रैक खोलने पर्यटन गतिविधियां सत्यनारायण से संचालित करने का प्रस्ताव पार्क निदेशक को भेजा गया है।
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मोतीचूर में लाए जाने हैं नए नर बाघ
राजाजी टाईगर रिजर्व के राजाजी टाईगर रिजर्व के निदेशक सनातन ने बताया कि मोतीचूर में नए नर बाघ लाए जाने हैं, इसकी प्रक्रिया चल रही है। ऐसी स्थिति में मोतीचूर में अभी नया ट्रैक नहीं खोला जा सकता। हर तरह से अध्ययन के बाद ही इस पर विचार किया जाएगा। मध्य प्रदेश से बाघ लाने के लिए दस वन कर्मियों को पन्ना टाईगर रिजर्व में ले जाकर प्रशिक्षण दिया गया है।

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