Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Uttarakhand News: भर्तियों में धांधली के विरोध में सड़क पर उतरी एनएसयूआइ, रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Mon, 19 Sep 2022 07:55 PM (IST)

    Uttarakhand News भर्तियों में धांधली के विरोध में एनएसयूआइ कार्यकर्त्‍ता सड़क पर उतरे। सचिवालय से सौ मीटर पहले पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर उन्‍हें रोक दिया। एनएसयूआइ ने उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से मामले की जांच कराने की मांग की।

    Hero Image
    सचिवालय कूच के दौरान एनएसयूआइ कार्यकर्त्‍ताओं को बैरिकेडिंग पर चढ़ने से रोकती पुलिस।

    जागरण संवाददाता, देहरादून: UKSSSC Paper Leak Case भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआइ) ने यूकेएसएसएससी की विवादित भर्ती परीक्षाओं की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाने की मांग को लेकर सचिवालय कूच किया। हालांकि, पुलिस ने कार्यकर्त्ताओं को सचिवालय से 100 मीटर पहले ही सुभाष रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पुलिसकर्मियों से भी हुई नोकझोंक

    इसके विरोध में कार्यकर्त्ताओं की पुलिसकर्मियों से नोकझोंक भी हुई। इसके बाद कार्यकर्त्ता बैरिकेडिंग के समक्ष ही सड़क पर धरने पर बैठ गए और सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। करीब घंटाभर प्रदर्शन करने के बाद कार्यकर्त्ता मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को प्रेषित मांगपत्र मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी को सौंपकर लौट गए।

    सरकार के विरुद्ध की नारेबाजी

    सोमवार को राजपुर रोड स्थित कांग्रेस भवन में बड़ी संख्या में एनएसयूआइ के कार्यकर्त्ता प्रदेश अध्यक्ष मोहन भंडारी के नेतृत्व में एकत्र हुए। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे कार्यकर्त्ता यहां से भाजपा सरकार के विरुद्ध नारेबाजी करते हुए सचिवालय के लिए निकले।

    रिटायर्ड जज से जांच कराने की मांग

    करीब एक बजे सचिवालय से 100 मीटर पहले सुभाष रोड पर पहले से मौजूद पुलिस ने कार्यकर्त्ताओं को रोक लिया। इस दौरान मोहन भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की विवादित भर्ती परीक्षाओं की जांच उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश की देखरेख में कराई जाए।

    • उन्होंने विधानसभा में की गई अवैध नियुक्तियों की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई और नियुक्तियों को निरस्त करने की मांग भी की। साथ ही कहा कि रामनगर में किसान से कृषि के नाम पर भूमि खरीद कर उसमें व्यावसायिक कार्य करने वाले भूमाफिया को गिरफ्तार किया जाए।

    एनएसयूआइ अपनी लड़ाई जारी रखेगी

    उत्तराखंड बनने के बाद जितनी भी भूमि कृषि करने के नाम पर बेची गई है, उसकी जांच करवाई जाए और सशक्त भू-कानून लाया जाए। 30 प्रतिशत महिला आरक्षण के लिए अध्यादेश लाया जाए। भंडारी ने यह आरोप भी लगाया कि सरकार में बैठे मंत्री और अधिकारियों ने प्रदेश में खुली लूट की छूट दे रखी है। एनएसयूआइ इसके विरुद्ध अपनी लड़ाई जारी रखेगी।

    सचिवालय कूच में पूर्व प्रदेश अध्यक्ष श्याम सिंह चौहान, जिला अध्यक्ष सौरभ ममगाईं, जिला अध्यक्ष हरिद्वार आशीष चौधरी, जिला अध्यक्ष चमोली संदीप सिंह नेगी, अभिषेक डोबरियाल, दिव्या रावत, अब्दुल रहमान, वाशु शर्मा, उदित थपलियाल, अंकित बिष्ट, राहुल जग्गी, प्रकाश नेगी, उज्ज्वल सेमवाल, ऐश्वर्या, हर्षिता सिंह, मीनाक्षी सिन्हा, भव्या सिंह, हरीश जोशी, नमन शर्मा, कलम दानू, गौरव नेगी, प्रियांशु गौड़, हिमांशी आदि मौजूद रहे।

    Uttarakhand Crime News: सैय्यद सादिक मूसा पर उत्तर प्रदेश व हिमाचल प्रदेश में भी पेपर लीक करवाने का संदेह