अब नॉन लिपस्टिक मेकअप को तरजीह दे रहीं हैं युवतियां
आजकल युवतियों में नॉन लिपस्टिक मेकअप का क्रेज है। इसकी मुख्य वजह है लिपस्टिक में मिलाए जाने वाले हनिकारक केमिकल।
देहरादून, जेएनएन। बीते समय में युवतियों में जितना अधिक क्रेज लिपस्टिक मेकअप का था। वर्तमान में उतना ही क्रेज नॉन लिपस्टिक मेकअप का है। इसकी मुख्य वजह है लिपस्टिक में मिलाए जाने वाले हनिकारक केमिकल। दरअसल, डार्क शेड वाली लिपस्टिक में अधिक केमिकल होने के कारण महिलाओं में होंठ पर दाग-धब्बे और विभिन्न बीमारियों के मामले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। यही कारण है कि युवतियां अब नॉन लिपस्टिक मेकअप को तरजीह दे रही हैं।
लिप बाम का इस्तेमाल
पेशे से वकील आंचल ने बताया कि लिपस्टिक कुछ समय के बाद सूख जाती है। इससे होंठ फटने लगते हैं। इसलिए अब लिप बाम और केमिकल युक्त लिक्विड का ही इस्तेमाल करती हूं, जिससे होंठ कैंसर जैसी खतरनाक बीमारियों से बचे रहें और सर्दियों में नमी भी बनी रहे।
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कॉस्मेटिक का इस्तेमाल करें सावधानी से
चिकित्सकों की मानें तो केमिकल मानव शरीर के लिए हनिकारक है, लेकिन अगर इसका सावधानी से इस्तेमाल किया जाए तो खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। डॉ. अनिल आर्य के अनुसार किसी भी शोध में यह साबित नहीं हो पाया कि लिपस्टिक से कैंसर जैसी बीमारियां हो सकती है। स्किन का डी-टॉक्स होना जरूरी है। लेकिन, इससे डरने की आवश्यकता नहीं।
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