टूरिस्ट सीजन में जाम से नहीं हांफेगी मसूरी, प्रशासन बनाया प्लान; सैलानियों के लिए शुरू होगी नई सेवा
Mussoorie Traffic Jam पर्यटन सीजन में मसूरी में लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए जिला प्रशासन ने बड़ा फैसला लिया है। नववर्ष के दौरान प्रयोग के तौर पर शुरू की गई शटल सेवा और सेटेलाइट पार्किंग की व्यवस्था को इस बार और बेहतर ढंग से लागू किया जाएगा। जिलाधिकारी सविन बंसल ने गज्जी बैंड और किंक्रेग में सेटेलाइट पार्किंग को व्यवस्थित रूप देने के निर्देश दिए हैं।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Mussoorie Traffic Jam: पर्यटन सीजन में जाम से हांफती मसूरी की सड़कें पर्यटकों का मूड किरकिरा कर देती हैं। पर्यटन नगरी को जाम से बचाने के लिए अब तक तमाम प्रयास किए गए, लेकिन सभी नाकाफी साबित हुए।
हालांकि, नववर्ष के दौरान मसूरी में पर्यटकों को जाम से बचाने के लिए शटल सेवा और सेटेलाइट पार्किंग की दिशा में किए गए प्रयास राहतभरे रहे। लिहाजा, जिला प्रशासन ने इस पर्यटन सीजन में शटल सेवा और सेटेलाइट पार्किंग की व्यवस्था को और बेहतर ढंग से ग्रीष्मकाल में जारी रखने का निर्णय लिया है।
पर्यटकों की मदद के लिए हेल्प डेस्क
मसूरी में पर्यटकों और स्थानीय नागरिकों से जाम से निजात दिलाने के लिए जिलाधिकारी सविन बंसल ने अधिकारियों की बैठक ली। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि लाइब्रेरी चौक और पिक्चर पैलेस तक संचालित होने वाली शटल सेवा के वाहनों के लिए पार्किंग के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही पर्यटकों की मदद के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की जाए।
इसके अलावा शटल सेवा के संचालन के लिए मसूरी में होटल, रिसार्ट आदि की पार्किंग क्षमता का स्पष्ट आकलन करते हुए उसके मुताबिक शटल सेवा का संचालन करने के निर्देश पुलिस और परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिए गए। जिलाधिकारी ने कहा कि गज्जी बैंड और किंक्रेग पार्किंग पर उचित पार्किंग और संबंधित रूट पर साइन बोर्ड लगाते हुए पर्यटकों को पूरी जानकारी देने की व्यवस्था के भी दिशा-निर्देश जिलाधिकारी बंसल ने जारी किए।
उन्होंने कहा कि पर्यटन सीजन शुरू होने से पहले अधिकृत शटल सेवा संचालन के साथ एग्रीमेंट और यात्रियों की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम जैसी व्यवस्था अपना ली जाए। यात्रियों के लिए वेटिंग रूम, रेस्ट रूम और फूड आउटलेट्स की व्यवस्था भी की जानी है। ताकि इंतजार की स्थिति में उन्हें परेशान न होना पड़े।
जिलाधिकारी ने मसूरी क्षेत्र को जाम से बचाने के लिए उपजिलाधिकारी, पुलिस अधिक यातायात और आरटीओ की पीठ भी थपथपाई। बैठक में उपजिलाधिकारी मसूरी अनामिका, आरटीओ सुनील शर्मा, अधिशासी अभियंता लोनिवि बी द्विवेदी, जिला पर्यटन विकास अधिकारी सीमा नौटियाल, जिला पूर्ति अधिकारी केके अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
शटल सेवा में होगा 50 कारों का बेड़ा
जिलाधिकारी सविन बंसल के मुताबिक, पर्यटन सीजन में 50 कारों की शटल सेवा की व्यवस्था की जाएगी। जिसे आवश्यकता के अनुसार बढ़ाया भी जा सकता है। इन कारों को किंक्रेग की मल्टीस्टोरी पार्किंग के अलावा गज्जी बैंड की पार्किंग में तैनात किया जाएगा। मसूरी में पार्किंग क्षमता करीब 3,000 वाहनों की है। जैसे ही वाहनों का आंकड़ा 2,500 के आसपास पहुंच जाएगा, वैसे ही शटल सेवाओं का संचालन शुरू करा दिया जाएगा।
पर्यटकों को इस तरह पहुंचाया जाएगा पार्किंग तक
पर्यटकों के वाहनों को शटल सेवाओं की पार्किंग में पहुंचाने की जिम्मेदारी पुलिस और परिवहन विभाग की है। पर्यटकों के वाहन सेटेलाइट पार्किंग स्थल पर खड़े करवाकर उन्हें शटल सेवा के माध्यम से मसूरी पहुंचाया जाएगा।
पर्यटकों को लाइब्रेरी चौक और पिक्चर पैलेस में उतारा जाएगा
प्लान के अनुसार शटल सेवा के माध्यम से जाने वाले पर्यटकों को मसूरी में पिक्चर पैलेस और लाइब्रेरी चौक पर उतारा जाएगा। यहां से होटल या अन्य गंतव्य तक जाने के लिए पर्यटकों के लिए ई-रिक्शा और गोल्फ कार्ट की व्यवस्था की गई है। जिलाधिकारी के प्रयास से मसूरी नगर पालिका को 14 नई गोल्फ कार्ट दिलाई जा चुकी हैं।
250 से 350 रुपये है शुल्क
जिन पर्यटकों को शटल सेवा की कारों से मसूरी भेजा जाएगा, उनसे शुल्क के रूप में कार की प्रकृति के अनुसार 250 से 350 रुपये चार्ज लिया जाएगा। हालांकि, इस दिशा में सीजन शुरू होने पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
सुबह से देर रात तक रहेगी सेवा
जिला प्रशासन की व्यवस्था के अनुसार शटल सेवा का संचालन सुबह से लेकर जरूरत के मुताबिक देर रात तक जारी रहेगा। पर्यटकों की संख्या के अनुसार सेवा दिनभर अनवरत रूप से जारी रहेगी। किंक्रेग में 212 कारों की पार्किंग है, जबकि गज्जी बैंड के छह किलोमीटर के दायरे में 350 से अधिक वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था रहेगी।
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