पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा बोले- उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी, सरकार रोजगारपरक योजनाएं कर रही संचालित
शनिवार को विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर राजपुर रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें वर्चुअल माध्यम से जुड़े पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। आर्थिकी को सुदृढ किया जा सकता है।

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड जैसे जटिल भौगोलिक परिस्थिति वाले प्रदेश में पशुपालन भी स्वरोजगार का बेहतर माध्यम बन सकता है। किसानों को खेती के साथ पशुपालन से जुड़कर अपनी आय दोगुनी करनी चाहिए। सरकार की ओर से इस दिशा में गंभीरता से कार्य किए जा रहे हैं। राज्य सरकार विभिन्न रोजगारपरक योजनाएं संचालित कर रही है। यह बातें पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने एक कार्यक्रम में कहीं।
शनिवार को विश्व पशुचिकित्सा दिवस पर राजपुर रोड स्थित एक होटल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें वर्चुअल माध्यम से जुड़े पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि उत्तराखंड में पशुपालन को बढ़ावा देना बेहद जरूरी है। मवेशियों की उत्तम नस्ल और उनके व्यावसायिक उपयोग से आर्थिकी को सुदृढ किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि विभागीय योजनाओं को रोजगारपरक बनाया जाएगा।
इस दौरान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पशुपालन की राज्य के विकास में अहम भूमिका है। वन क्षेत्रों को भी चिह्नित कर चारागाह का क्षेत्र उपलब्ध कराया जा सकता है। वन विभाग को पांच साल में आम जनता का विभाग बनाया जाएगा। पशुपालन विभाग से भी 15 से ज्यादा डाक्टर-विशेषज्ञों को वन विभाग में प्रतिनियुक्ति पर लेने पर विचार किया जा रहा है। राज्य पशुचिकित्सा सेवा संघ और राज्य पशु चिकित्सा परिषद की ओर से आयोजित कार्यक्रम में पशुपालन समेत पशुचिकित्सा पर भी विशेषज्ञों ने विचार व्यक्त किए।
यह भी पढ़ें- Electricity Crisis : उत्तराखंड में मौसम के करवट बदलने से पर्वतीय जिलों में खपत घटी, रविवार को कटौती से राहत के आसार
देहरादून के जिलाधिकारी आर राजेश कुमार पशुचिकित्सकों के कार्य को बेहद महत्वपूर्ण बताया। कहा कि पशु चिकित्सक मूक पशुओं की सेवा करने का कार्य कर रहे हैं। राज्य पशु चिकित्सा संघ के अध्यक्ष डा. कैलाश उनियाल ने संघ का मांग पत्र प्रस्तुत किया। इस मौके पर महासचिव डा. आशुतोष जोशी ने संचालन किया। सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम, पशुपालन सचिव वीवीआरसी पुरुषोत्तम, पशुपालन निदेशक डा. प्रेम कुमार ने पशु चिकित्सा के महत्व पर प्रकाश डाला।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।