मालवीय कमेटी का ड्राफ्ट पास होने पर तोडूंगा अनशन: स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद
स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने कहा कि गंगा की स्वच्छता के नाम पर विदेशों से प्राप्त अनुदान का केंद्र सरकार ने गलत उपयोग किया है।
ऋषिकेश, [जेएनएन]: गंगा की अविरलता की मांग को लेकर अनशनरत स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद (प्रो. जीडी अग्रवाल) ने केंद्र सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि गंगा की स्वच्छता के नाम पर विदेशों से प्राप्त अनुदान का केंद्र सरकार ने गलत उपयोग किया है। उन्होंने कहा कि जब तक केंद्र सरकार गिरधर मालवीय कमेटी के ड्राफ्ट को लोकसभा में पास नहीं कर देती उनका अनशन जारी रहेगा। एम्स में भर्ती स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद का स्वास्थ्य अभी स्थिर बना हुआ है।
हरिद्वार मातृ सदन में 22 जून से स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद अनशन पर बैठे थे, जिन्हें प्रशासन ने जबरन उठाकर बीते मंगलवर को देहरादून भेज दिया था। गुरुवार को उन्हें अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश लाया गया। जहां उनका उपवास अभी भी जारी है। एम्स के जनसंपर्क अधिकारी डॉ. हरीश थपलियाल ने बताया कि स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने चिकित्सकों के आग्रह पर शनिवार को जूस लिया।
मगर, उन्होंने किसी भी तरह का उपचार और नॉर्मल स्लाइन लेने से साफ इन्कार कर दिया। शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2006 में गंगा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया था। 2014 में केंद्र में भाजपा की सरकार आने पर उन्हें उम्मीद जगी थी कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गंगा के लिए कुछ करेंगे। मगर, इन चार वर्षों में केंद्र सरकार ने गंगा की स्वच्छता और अविरलता के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
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