Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सभी संत एकजुट होकर करें धर्म की रक्षा: महंत नरेंद्र गिरी

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Fri, 06 Jul 2018 09:22 PM (IST)

    महंत नरेंद्र गिरी ने अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में सभी संतोंं से एकसाथ मिलकर धर्म की रक्षा करने का आह्वान किया। ...और पढ़ें

    Hero Image
    सभी संत एकजुट होकर करें धर्म की रक्षा: महंत नरेंद्र गिरी

    हरिद्वार, [जेएनएन]: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने अयोध्या में श्रीरामजन्म भूमि मंदिर निर्माण में सक्रिय सहयोग की घोषणा करते हुए संतों से एकजुट होकर धर्मरक्षा का आह्वान किया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने इलाहाबाद में अर्धकुंभ मेले को कुंभ की तर्ज पर आयोजित करने के उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय की सराहना भी की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    निरंजनी अखाड़े में शुक्रवार को संतों की बैठक में इलाहाबाद अर्धकुंभ मेले को लेकर चर्चा की गई। बैठक में आनंद पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी ने कहा कि धर्म रक्षा के लिए अखाड़ों के संत-महापुरुषों की अहम भूमिका होती है। अर्धकुंभ मेला और महाकुंभ मेला पर्वो पर संत समाज हमारी धार्मिक परम्पराओं को आगे बढ़ाकर श्रद्धालु भक्तों का धर्म के प्रति ध्यान आकर्षित करते हैं और धर्म का प्रचार-प्रसार करते हैं। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने पूरे देश में फर्जी बाबाओं पर कार्रवाई कर हिंदू धर्म को बदनाम होने से बचाया है। 

    अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी महाराज ने कहा कि आज पूरे देश के संत समाज को एकजुट होकर धर्म की रक्षा करनी होगी, क्योंकि कुछ विदेशी शक्तियां हमारी धार्मिक संस्कृति का उपहास उड़ाकर सनातन परम्पराओं के साथ खिलवाड़ कर रही हैं। इसे कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 

    इलाहाबाद में अर्धकुंभ मेले पर उन्होंने कहा कि सभी तेरह अखाड़ों को साथ लेकर और सभी धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से मेले को सफल बनाया जाएगा। कहा कि हमारे लिए सभी संत पूज्यनीय हैं, किसी भी संत के साथ किसी भी तरह का कोई भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। बैठक में अखाड़ से जुड़े कई संत उपस्थिति थे।

    यह भी पढ़ें: आर्य समाज करता राजनैतिक संगठन खड़ा तो किसी पीएम-सीएम से नहीं मांगनी पड़ती भीख 

    यह भी पढ़ें: इस गांव में है भोलेनाथ की विशाल गुफा, दुनिया के सामने लाएगी आइटीबीपी

    यह भी पढ़ें: इस पर्वत पर स्थापित है यह मंदिर, नहीं जुड़ पाया पर्यटन सर्किट से