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प्रयोगशालाओं में कम मानव संसाधन होने से लैब टेक्नीशियन नाराज, आंदोलन की दी चेतावनी

बहुत कम संख्या में लैब टेक्नीशियन तैनात होने से नाराज लैब टेक्नीशियनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। हालांकि इस बार लैब टेक्नीशियनों का यह आंदोलन सिर्फ देहरादून जिले में होगा। इस संर्दभ में उत्तराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन ने शनिवार को स्वास्थ्य महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा है।

By Edited By: Published: Sat, 03 Oct 2020 08:21 PM (IST)Updated: Sun, 04 Oct 2020 12:27 PM (IST)
प्रयोगशालाओं में कम मानव संसाधन होने से लैब टेक्नीशियन नाराज।
देहरादून, जेएनएन। स्वीकृत पदों के सापेक्ष बहुत कम संख्या में लैब टेक्नीशियन तैनात होने से नाराज लैब टेक्नीशियनों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। हालांकि, इस बार लैब टेक्नीशियनों का यह आंदोलन सिर्फ देहरादून जिले में होगा। इस संर्दभ में उत्तराखंड मेडिकल लैब टेक्नीशियन एसोसिएशन ने शनिवार को स्वास्थ्य महानिदेशक को ज्ञापन सौंपा है। इसमें कहा गया कि अगर अस्पतालों की प्रयोगशालाओं में जल्द ही पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध नहीं कराया जाता है तो जनपद के अलग-अलग सरकारी अस्पतालों में तैनात लैब टेक्नीशियन आठ से 12 अक्टूबर तक विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकार काम करेंगे। वहीं, 13 अक्टूबर से सभी अस्पतालों में ओपीडी का बहिष्कार करने की चेतावनी भी दी है।
एसोसिएशन के प्रांतीय महासचिव मनोज मिश्रा का कहना है कि लैब टेक्नीशियन कोरोनाकाल में जान जोखिम में डालकर दिन-रात काम कर रहे हैं। कोविड की सैंपलिंग हो या फिर सैंपलों की जांच करना इन सभी का जिम्मा उन्हीं पर है। हर लैब टेक्नीशियन रोजाना 10 से 12 घंटे बिना रुके हुए काम कर रहा है। कोरोना सैंपलों की जांच के लिए आने वालों का पंजीकरण, सैंपलिंग और फिर सैंपल की जांच का कार्य लैब टेक्नीशियनों के पास ही है।
राजधानी स्थित दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के अलावा कोरोनेशन अस्पताल, गांधी शताब्दी अस्पताल व एसपीएस चिकित्सालय ऋषिकेश में मरीजों का भारी दबाव है। हर रोज सैकड़ों लोगों की सैंपलिंग और सैंपलों की जांच हो रही है। लेकिन, मरीजों के भारी दबाव के अनुरूप मानव संसाधन (लैब टेक्नीशियन) बहुत कम है। एक ही लैब टेक्नीशियन को कई तरह के कार्य करने पड़ रहे हैं।
उन्होंने कहा कि काम का अधिक दबाव और कम मानव संसाधन के कारण न सिर्फ लैब टेक्नीशियन परेशान हैं, बल्कि काम की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है। ऐसे में प्रयोगशालाओं में पर्याप्त मानव संसाधन उपलब्ध कराने की मांग उन्होंने की है। उन्होंने कहा कि अगर स्वास्थ्य विभाग इस संर्दभ में जल्द ही समुचित कदम नहीं उठाता है तो लैब टेक्नीशियन आठ अक्टूबर से आंदोलन शुरू कर देंगे।

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