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    ISRO प्रमुख प्रो. वी नारायण बोले, विज्ञान और शोध के क्षेत्र में भारत तेजी से करा रहा अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज

    Updated: Sun, 16 Nov 2025 04:34 PM (IST)

    देवभूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एएमआइ कान्फ्रेंस के समापन समारोह में इसरो प्रमुख प्रो. वी नारायण ने कहा कि भारत विज्ञान और अनुसंधान के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। युवा वैज्ञानिक नवाचार के माध्यम से देश को विज्ञान में अग्रणी बना रहे हैं। उन्होंने एप्लीकेशन-आधारित अनुसंधान को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। सम्मेलन में उत्कृष्ट शोध प्रस्तुत करने वालों को सम्मानित किया गया।

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    देव भूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय (डीबीयूयू) में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एएमआइ कान्फ्रेंस को आनलाइन संबोधित करते इसरो के चेयरमैन प्रो. वी नारायण।

    जागरण संवाददाता, देहरादून: देव भूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय (डीबीयूयू) में आयोजित अंतरराष्ट्रीय एएमआइ कान्फ्रेंस समापन अवसर पर इसरो प्रमुख प्रो. वी नारायण ने आनलाइन संबोधन में कहा कि विज्ञान और शोध के उभरते क्षेत्रों में भारत तेजी से अपनी सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रहा है। उन्होंने कहा कि देश के युवा विज्ञानी और शोधार्थी आज वैश्विक स्तर पर ज्ञान, नवाचार और प्रयोगधर्मिता की नई दिशाएं खोल रहे हैं, जो आने वाले समय में भारत को विज्ञान की अग्रिम पंक्ति में स्थापित करेंगी।

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    उन्होंने डीबीयूयू को अंतरराष्ट्रीय एएमआइ कान्फ्रेंस की मेजबानी के लिए बधाई दी। प्रो. नारायण ने कहा कि इस वर्ष की थीम ‘नेक्स्ट-जन माइक्रोबायोलाजी, एजुकेशन, इनोवेशन एंड रिसर्च फार इकानामी, एनर्जी एंड एनवायरनमेंट’ बिल्कुल समयानुकूल है। इससे छात्रों तथा विज्ञानियों को भविष्य की चुनौतियों के प्रति स्पष्ट दृष्टि मिलती है। उन्होंने इसरो की 63 वर्षों की यात्रा, प्रमुख उपलब्धियों और भारत के तेजी से उभरते अंतरिक्ष कार्यक्रमों का संक्षिप्त उल्लेख करते हुए कहा कि शोध का असली मूल्य तब बढ़ता है, जब वह समाज, अर्थव्यवस्था और पर्यावरण से जुड़ता है। इसलिए एप्लीकेशन-आधारित अनुसंधान को बढ़ावा देना आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है।

    इस दौरान चार दिवसीय सम्मेलन में उत्कृष्ट शोध प्रस्तुत करने वाले स्टेला मारिस कालेज की डा. के वीणा गायत्री व डा. विजिया लक्ष्मी, भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की डा. दर्शन सुनील, नीरी की नेहा हटवार, आइआइटी रुड़की के हरीश जीएस और डीबीयूयू की नेहा रावत को बेस्ट ओरल प्रेज़ेंटेशन के लिए सम्मानित किया गया। बेस्ट पेपर प्रेज़ेंटेशन के लिए डीबीयूयू की अपूर्वा सिंह और प्रियंका सिंह सहित सात शोधार्थियों को पुरस्कार दिए गए।

    वहीं एएमआइ की ओर से कुल 31 शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को ओरल एवं पोस्टर प्रेज़ेंटेशन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। विशिष्ट अतिथि प्रो. आरसी कोहद, डीबीयूयू के वाइस प्रेजिडेंट अमन बंसल, वाइस चांसलर प्रो. अजय कुमार, एएमआइ के अध्यक्ष प्रो. प्रिंस कुमार, सचिव प्रो. नमिता सिंह और आयोजन सचिव प्रो. नबील अहमद मौजूद रहे।

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