Move to Jagran APP

Helicopter summit: उड़ान योजना से जुड़ेंगे हल्द्वानी, अल्मोड़ा और धारचूला, पढ़िए पूरी खबर

Helicopter summit हल्द्वानी अल्मोड़ा और धारचूला के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाएं प्रारंभ होंगी। इन तीनों स्थलों को उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना से जोड़ा जाएगा।

By Edited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 10:53 PM (IST)Updated: Sat, 08 Aug 2020 02:40 PM (IST)
Helicopter summit: उड़ान योजना से जुड़ेंगे हल्द्वानी, अल्मोड़ा और धारचूला, पढ़िए पूरी खबर
Helicopter summit: उड़ान योजना से जुड़ेंगे हल्द्वानी, अल्मोड़ा और धारचूला, पढ़िए पूरी खबर

देहरादून, राज्य ब्यूरो। Helicopter summit निकट भविष्य में हल्द्वानी, अल्मोड़ा और धारचूला के लिए भी हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू होंगी। इन तीनों स्थलों को उड़ान (उड़े देश का आम नागरिक) योजना से जोड़ा जाएगा। इसके अलावा गौचर के साथ ही गुप्तकाशी और बड़कोट के लिए भी हेली सेवाएं शुरू करने के प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को नागरिक उड्डयन मंत्रालय और फिक्की की ओर से आयोजित द्वितीय हेलीकॉप्टर समिट का सचिवालय से वेबिनार के जरिये उद्घाटन करते हुए यह बात कही। 

loksabha election banner
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि 'हेलीकॉप्टर के जरिये क्षेत्रीय संपर्क में मजबूती और आपात स्थिति में अवसर' विषय पर विशेषज्ञों के साथ विमर्श किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड सामरिक दृष्टि से संवेदनशील है। चीन और नेपाल से राज्य की सीमाएं सटी हैं। आपदा के लिहाज से भी उत्तराखंड संवेदनशील है। इस सबको देखते हुए हवाई सेवाओं के विस्तार पर ध्यान केंद्रित किया गया है। जौलीग्रांट एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों और पंतनगर एयरपोर्ट को ग्रीन एयरपोर्ट के रूप में विकसित किया जा रहा है। 
पिथौरागढ़ एयरपोर्ट में सुविधाएं बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पिछले एक वर्ष में राज्य में हेली सेवाओं का काफी विस्तार हुआ है। वर्तमान में राज्य में 50 हेलीपैड हैं, जबकि अतिरिक्त हेलीपैड की स्थापना को केंद्र से आग्रह किया गया है। उन्होंने कहा कि हेली सेवाएं राज्य के लिए वरदान से कम नहीं हैं। उड़ान योजना 2.0 के तहत हेलीकॉप्टर सेवाएं शुरू करने वाला उत्तराखंड पहला राज्य है। योजना में बेहतर कार्य के लिए राज्य को प्रोएक्टिव पुरस्कार भी मिला है। उन्होंने राज्य के प्रमुख स्थलों का जिक्र भी किया। 
साथ ही कहा कि आपदा के दौरान बचाव और राहत कार्यों में भी हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि समिट में आने वाले तकनीकी सुझावों पर ध्यान देकर प्रदेश में हेली सेवाओं से संबंधित योजनाओं को आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। केंद्रीय नागरिक उड्डयन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि देश के विभिन्न हिस्सों में हेली सेवाओं के विकास और मजबूती की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं। हेली सेवाएं आम आदमी के दायरे में आए, इस पर ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने देहरादून के सहस्रधारा हेलीपैड को मॉडल बताते हुए हेली सेवाओं की मजबूती के लिए पूर्ण सहयोग देने की बात कही।

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.