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राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ा, उठे विरोध के स्वर

राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी ने अपना कार्यकाल बढ़ा लिया है। अब चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे शिक्षकों का इंतजार और बढ़ गया और विरोध के स्वर उठने लगे हैं।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 22 Nov 2019 09:26 AM (IST)Updated: Fri, 22 Nov 2019 09:26 AM (IST)
राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ा, उठे विरोध के स्वर
राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी का कार्यकाल बढ़ा, उठे विरोध के स्वर

देहरादून, जेएनएन। राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी ने अपना कार्यकाल बढ़ा लिया है। कार्यकारिणी की पांच सदस्यीय कमेटी ने प्रस्ताव पारित कर इसे शिक्षा निदेशालय को सौंप दिया है। संघ के संविधान के अनुसार संघ ने अपना कार्यकाल एक शैक्षणिक सत्र के लिए बढ़ाया है। हालांकि आगामी मार्च से पहले संघ को चुनाव संपन्न करने होंगे। 

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राजकीय शिक्षक संघ की प्रांतीय कार्यकारिणी का कार्यकाल पहले से ही बढ़ने की उम्मीद लग रही थी। अब कार्यकारिणी की पांच सदस्यीय कमेटी ने इस पर अंतिम मुहर लगा दी है। संघ ने संविधान के अधिकारों का प्रयोग करते हुए अपना कार्यकाल एक शैक्षणिक सत्र के लिए बढ़ाया है। 

यानि कि आगामी मार्च महीने तक यही कार्यकारिणी संघ में पदों पर होगी। कमेटी ने 31 मार्च से पहले राजकीय कार्यकारिणी के चुनाव संपन्न कराने का जिक्र भी प्रस्ताव में किया है। उधर, नई कार्यकारिणी में चुने जाने की उम्मीद में प्रदेश भर में शिक्षक नेताओं ने महीनों पहले से तैयारियां शुरू कर दी थी। अब चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे शिक्षकों का इंतजार और बढ़ गया है।

शिक्षक नेताओं में उठे विरोध के स्वर 

वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल बढऩे की खबरें शुरू होने के बाद से ही प्रदेश भर में शिक्षक नेताओं ने इसका विरोध जताना भी शुरू कर दिया था। अब कार्यकाल बढ़ने के बाद कुछ शिक्षक नेताओं ने पुरजोर विरोध शुरू कर दिया है। शिक्षक संघ के संविधान के आगे विरोध की आवाजें बौनी साबित हो गई हैं।

शिक्षक नेताओं का आरोप है कि वर्तमान कार्यकारिणी ने जानबूझ कर जिला और ब्लाक स्तर पर चुनाव समय पर आयोजित नहीं किए। अब पंचायती चुनाव और परीक्षाओं का बहना बनाकर अपना कार्यकाल बढ़ा लिया। उधर, वर्तमान कार्यकारिणी का कहना है कि संविधान के अनुसार जिला और ब्लाक स्तर के चुनाव की जिम्मेदारी प्रांतीय कार्यकारिणी की नहीं होती। मंडल की जिम्मेदारी होती है और मंडल के चुनाव साल भर पहले ही कराए जा चुके हैं।

आज खत्म हो रहा है वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल

दो साल पहले आयोजित हुए शिक्षक संघ के चुनाव के अनुसार वर्तमान कार्यकारिणी का कार्यकाल आज शुक्रवार को खत्म हो रहा है। दो साल पहले चुनाव संपन्न होने के बाद 23 नवंबर को शपथ ली थी। हालांकि अब प्रस्ताव पारित होने से 31 मार्च तक कार्यकाल बढ़ जाएगा। शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा ने बताया कि कमेटी ने एक शैक्षणिक सत्र के लिए कार्यकाल बढ़ाया है। हालांकि इससे पहले संघ को प्रांतीय कार्यकारिणी के चुनाव भी संपन्न कराने होंगे।

इस कारण नहीं हो सके चुनाव 

राजकीय शिक्षक संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा के मुताबिक, पंचायती चुनाव और अर्धवार्षिक परीक्षाओं के चलते प्रांतीय कार्यकारिणी के चुनाव नहीं हो सके। प्रांतीय महामंत्री सोहन सिंह माजिला का स्वास्थ्य सुधरने के बाद चुनावों का समय तय किया जाएगा। फिलहाल कार्यकारिणी का कार्यकाल एक शैक्षणिक सत्र के लिए बढ़ा दिया गया है।

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सविंधान के नियमों का हो पालन  

राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष राम सिंह चौहान के अनुसार, वर्तमान शिक्षक संघ कार्यकारिणी ने समय पर जिला और ब्लाक स्तर के चुनाव नहीं कराए। अब अपना कार्यकाल भी बढ़ा लिया है। कार्यकारिणी को संविधान के नियमों का पालन करना चाहिए।

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