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    यहां सरकारी स्कूलों के बच्चों को इंजीनियरिंग-मेडिकल की कोचिंग, जानिए

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Tue, 04 Jun 2019 05:03 PM (IST)

    शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सुपर-100 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के तहत 200 छात्र-छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी।

    यहां सरकारी स्कूलों के बच्चों को इंजीनियरिंग-मेडिकल की कोचिंग, जानिए

    देहरादून, जेएनएन। राजीव गांधी नवोदय विद्यालय में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने सुपर-100 कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम के तहत 200 छात्र-छात्राओं को मेडिकल और इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा की तैयारी कराई जाएगी। यह कार्यक्रम तीन से 28 जून तक चलेगा। 

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    ननूरखेड़ा स्थित विद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने कहा कि ऊंचा लक्ष्य हासिल करने के लिए सुपर-100 कार्यक्रम निश्चित रूप से सहायक होगा। उन्होंने बताया कि इस अवधि में उच्च शिक्षण कार्य, उत्कृष्ट शिक्षण सामग्री, गुणवत्तापूर्ण भोजन और आवास व्यवस्था के साथ स्वास्थ्य की देखभाल सुनिश्चित की गई है। उन्होंने सुपर-100 कार्यक्रम में कोई भी कमी न रखने के निर्देश दिए। निदेशक माध्यमिक शिक्षा आरके कुंवर ने कहा कि सभी छात्र-छात्राओं को ऊंचे लक्ष्य हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी चाहिए। इससे न केवल उनका मान बढ़ेगा, बल्कि राज्य और देश की भी ताकत बढ़ेगी। 

    कार्यक्रम में अपर राज्य परियोजना निदेशक एसबी जोशी, संयुक्त राज्य परियोजना निदेशक मंजू भारती, सहायक निदेशक समग्र शिक्षा प्रद्युमन सिंह रावत, राजीव गांधी नवोदय विद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ. संजीव सुंदरियाल, सहायक निदेशक संजीव जोशी, डॉ. सोहन सिंह माजिला, सौरव कुमार, एसपी सिंह, डॉ. प्रमोद कुमार सती, दिवाकर खंडूरी आदि मौजूद रहे। 

    सुपर-100 का होगा आयोजन  

    सुपर-100 कक्षा 12 विज्ञान वर्ग में अध्ययनरत मेधावी छात्र-छात्राओं के लिए आयोजित किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के तहत 200 छात्र छात्राओं को नीट और जेईई की निश्शुल्क कोचिंग दी जा रही है। सुपर 100 कार्यक्रम के लिए 13 जिलों से 100 छात्र और 100 छात्राओं का चयन किया गया है। 

    जेईई एडवांस के जवाब को कर पाएंगे रिव्यू 

    ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन-एडवास (जेईई एडवास) में शामिल हुए अभ्यर्थी अपने द्वारा दिए गए जवाबों को रिव्यू करने के बाद उनका मिलान कर सकेंगे। आंसर-की सुबह दस बजे जारी कर दी गई है। अभ्यर्थी आंसर-की के उत्तरों को पांच जून शाम पांच बजे तक चुनौती दे सकते हैं। 

    जेईई मेन क्वॉलिफाई करने वाले टॉप दो लाख, 45 हजार अभ्यर्थियों को जेईई एडवांस का टिकट मिला था। 14 जून को परीक्षा का परिणाम घोषित किया जाना है। जिसके बाद जेईई एडवास परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए देश के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान आइआइटी में भी दाखिले की राह खुलेगी। लेकिन परिणाम से पहले परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थी अपने जवाबों की जाच कर सकेंगे। फीडबैक के लिए केवल एक दिन जेईई एडवास की परीक्षा में शामिल हुए विद्यार्थियों को रिजल्ट की जानकारी उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर मिलेगी। 

    इसके अलावा परीक्षा का जिम्मा संभाल रही आइआइटी रुड़की की ओर से अभ्यर्थियों की ओआरएस यानि ऑप्टिकल रिस्पॉन्स शीट 29 मई से एक जून के बीच ऑनलाइन भेजी जा चुकी है। अब आइआइटी रुड़की की ओर से ऑनलाइन आंसर की चार जून को जेईई एडवांस की वेबसाइट पर जारी की जाएगी। चार जून की सुबह 10 बजे से पांच जून शाम पांच बजे तक अभ्यर्थी अपने उत्तरों का आंसर-की से मिलान करने के बाद आसर-की से संबंधित अपना फीडबैक दे सकेंगे।

    वीआर क्लासेज के प्रबंध निदेशक वैभव राय ने बताया कि आसर-की में उन सवालों के सही जवाब होंगे, जो 27 मई में आयोजित हुई जेईई एडवांस-2019 परीक्षा में पूछे गए थे। इसके आधार पर उम्मीदवार परिणाम जारी होने से पहले ही अपने स्कोर का अंदाजा लगा सकते हैं। आंसर-की को चुनौती देने के लिए उम्मीदवारों के पास 4 और 5 जून का समय होगा। 

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