Chardham तीर्थयात्रियों के पास आ रहे पर्सनल मैसेज, इस बात के लिए किया जा रहा आगाह
Chardham Yatra 2025 चारधाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने विशेष मैसेज तैयार किए हैं। इन मैसेज के जरिए तीर्थयात्रियों को पहाड़ नदी और सड़क किनारे सेल्फी लेने से बचने सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग न करने खुले में कूड़ा न फेंकने और मादक पदार्थों के सेवन से दूर रहने की सलाह दी जा रही है।
जागरण संवाददाता, देहरादून। Chardham Yatra 2025: गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) ने चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष मैसेज तैयार किया है। जीएमवीएन के माध्यम से होटल और पर्यटक आवास गृह की बुकिंग कराने वाले तीर्थयात्रियों को निगम मोबाइल पर मैसेज भेजकर उन्हें पहाड़, नदी और सड़क किनारे सेल्फी लेने से बचने की सलाह दे रहा है।
तीर्थयात्रियों को भेजे जा रहे व्यक्तिगत मैसेज
जीएमवीएन के प्रबंध निदेशक विशाल मिश्रा ने बताया कि पहली बार निगम की ओर से उन सभी तीर्थयात्रियों को व्यक्तिगत मैसेज भेजे जा रहे हैं, जिन्होंने चारधाम यात्रा के लिए गेस्ट हाउस व होटल बुक कराए हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थयात्रियों को ठहरने व खाने की बेहतर सुविधा देने के साथ सरल व सफल यात्रा बनाना है। मैसेज में सेल्फी लेने से बचने के साथ यात्रा के दौरान सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रयोग करने से बचने की सलाह दी जा रही है। खुले में कूड़ा फेंकने, मादक पदार्थ का सेवन करने के प्रति जागरूक किया जा रहा है।
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केदानाथ यात्रा के लिए 2500 घोडे-खच्चरों का पंजीकरण
जिला पंचायत एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में केदारनाथ यात्रा में अहम भूमिका निभाने वाले घोडे़-खच्चरों का पंजीकरण प्रक्रिया जारी है। बुधवार को फेगू नागजगई में लगाए गए शिविर में 150 से अधिक घोडे़-खच्चरों के लाइसेंस निर्गत किए गए। वहीं अब तक 2500 घोडे़ खच्चरों का लाइसेंस बनाने कार्य पूरा हो गया है। जो केदारनाथ यात्रा में अपनी सेवाएं देंगे।
वहीं जनपद में घोड़े-खच्चरों में हार्स फ्लू (इक्विन इन्फ्लूएंजा) के संक्रमण सैंपलिंग का कार्य भी जारी है। गत 22 मार्च से जनपद में पशुपालन विभाग के रोस्टर के अनुसार घोडे़-खच्चरों का पंजीकरण कार्य शुरू हुआ था, लेकिन पांच दिनों तक शिविर चलने के बाद घोडे़ खच्चरों में हार्स फ्लू (इक्विन इन्फ्लूएंजा) के संक्रमण पाए जाने से पंजीकरण शिविरों में लाइसेंस बनाने की प्रक्रिया को रोकना पड़ा था।
गत 6 अप्रैल से जनपद में फिर से घोडे़-खच्चरों का पंजीकरण का कार्य शुरू किया गया। पशुपालन विभाग शिविर में घोड़ा-खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण, बीमा, ग्लैण्डर्स रोग की सेंपलिंग के बाद ही पंजीकरण किया जा रहा है। बुधवार को फेगू नागजगई में लगाए गए शिविर में 150 से अधिक घोडे़ खच्चरों के लाइसेंस जारी किए गए। अब तक करीब 2500 घोडे़ खच्चरों का पंजीकरण का लाइसेंस बनाए जा चुके है।
जिला पंचायत प्रति घोड़ा खच्चर की 400 रूपए लाइसेंस फीस, 30 रूपए टोकन फीस, 40 रूपए घोड़ा-खच्चर स्वामी बीमा एवं 184 रूपए जीमैक्स टाेकन समेत कुल मिलाकर 654 रूपए प्रति घोड़ा-खच्चर फीस ले रहा है। जिससे जिला पंचायत की आय में भी इजाफा हो रहा है।
जिला पंचायत के कर निरीक्षक दिनेश नौटियाल ने बताया कि नागजगई में लगे शिविर में 150 से अधिक घोडे़ खच्चरों के लाइसेंस बनाए गए। अब तक कुल 2500 लाइसेंस संबंधित घोडे़ खच्चर स्वामियों को निर्गत किए जा चुके है।
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