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    उत्तराखंड में 14 साल बाद बढ़ीं वन कर्मियों के वर्दी भत्ते की दरें, यह वृद्धि दोगुना से लेकर सात गुना तक की गई

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 08:06 PM (IST)

    उत्तराखंड सरकार ने वन विभाग के कर्मचारियों के लिए 14 साल बाद वर्दी भत्ते की दरों में वृद्धि की है। यह वृद्धि दोगुने से लेकर सात गुना तक है। इस फैसले से वन कर्मियों को अपनी वर्दी की गुणवत्ता बनाए रखने में मदद मिलेगी और उनका मनोबल बढ़ेगा।

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    सांकेतिक तस्वीर।

    राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून: शासन ने वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत वन क्षेत्राधिकारियों, वन दरोगा, वन आरक्षी एवं जमादार की वर्दी भत्ते और वर्दी धुलाई भत्ते में वृद्धि कर दी है। वर्ष 2011 के बाद की गई यह वृद्धि दोगुना से लेकर सात गुना तक है।

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    प्रदेश में इस समय वन कार्मिक मैदानी क्षेत्रों से लेकर दुर्गम पर्वतीय क्षेत्रों तथा एवं वनों एवं वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए विषम परिस्थितियों में कार्य करते हैं।

    इन्हें जंगली जानवर, वनाग्नि, प्राकृतिक आपदा, भीषण वर्षा, बर्फबारी, भू-स्खलन इत्यादि से हमेशा जोखिम बना रहता है। साथ ही तस्करों से भी जान-माल का खतरा बना रहता है। कार्मिकों के मनोबल में वृद्धि लाने के लिए शासन ने अब इनके वर्दी व वर्दी धुलाई भत्ते में बढ़ोतरी की है।

    अभी वन क्षेत्राधिकारियों व उप वन क्षेत्राधिकारियों समेत फील्ड में तैनात वनकर्मियों को हर तीन साल में एक बार 1500 रुपये वर्दी भत्ता व हर माह 45 रुपये वर्दी धुलाई भत्ता दिया जाता है। अब वर्दी भत्ते को बढ़ाकर तीन हजार रुपये व वर्दी धुलाई भत्ते को 300 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।

    वहीं वन दरोगा, वन आरक्षी एवं जमादार को वर्दी सिलकर दी जाती है। इन्हें अभी तक 30 रुपये प्रतिमाह वर्दी धुलाई भत्ता दिया जा रहा था, इसे बढ़ाकर अब 200 रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है।

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