कोहरा, पाला और प्रदूषण की तिहरी मार, देहरादून की हवा बेहद खराब
उत्तराखंड में मौसम बदलने से जनजीवन प्रभावित है। मैदानी इलाकों में कोहरा और पहाड़ों में ठंड बढ़ गई है। देहरादून में वायु प्रदूषण का स्तर 280 तक पहुंच ग ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, देहरादून: उत्तराखंड में मौसम के बदले तेवर ने आम जनजीवन के साथ ही पर्यटन और यातायात व्यवस्था को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। प्रदेश में लंबे समय से मौसम शुष्क बना हुआ है। इस वजह से मैदानी जिलों में घना कोहरा परेशानी का कारण बन रहा है, जबकि पहाड़ी इलाकों में पाला व कड़ाके की ठंड ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। राजधानी देहरादून में बढ़ता वायु प्रदूषण हालात को और गंभीर बना रहा है।
राजधानी देहरादून का एयर क्वालिटी इंडेक्स गुरुवार को 280 दर्ज किया गया, जो बेहद खराब श्रेणी में आता है। बीते एक सप्ताह में प्रदूषण का स्तर लगभग दोगुना हो गया है। खराब हवा के कारण सुबह और शाम के समय सांस लेने में दिक्कत, आंखों में जलन और गले में खराश जैसी शिकायतें बढ़ रही हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, ठंड के साथ प्रदूषक तत्वों का जमाव हवा की गुणवत्ता को और बिगाड़ रहा है। विशेषज्ञों ने खराब वायु गुणवत्ता को देखते हुए बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों को विशेष तौर पर सावधानी बरतने को कहा है। अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने, मास्क का प्रयोग करने व वाहन चलाते समय कोहरे में सावधानी रखने की अपील भी की गई है।
एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 के करीब
दून में हवा की गुणवत्ता भी बदतर बनी हुई है। एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआइ लगातार 300 के करीब बना हुआ है। गुरुवार को भी दून 280 दर्ज किया गया, जबकि बुधवार को यह 322 रिकार्ड किया गया था। बीते एक हफ्ते से दून और आसपास के क्षेत्रों में लगातार हवा की गुणवत्ता बिगड़ रही है।
मैदानी जिलों में कोहरे का असर, यातायात प्रभावित
मौसम विभाग ने मैदानी जिलों के लिए कोहरे का यलो अलर्ट जारी किया था। देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और आसपास के क्षेत्रों में सुबह और रात के समय घना कोहरा छाया रहा। दृश्यता कम होने से सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए। बस और रेल सेवाएं देरी से संचालित हुईं, जबकि हवाई सेवाओं पर भी कोहरे का असर देखने को मिला। पुलिस और परिवहन विभाग ने चालकों से धीमी गति और सावधानी बरतने की अपील की है।
मसूरी में ठंड का असर, पर्यटन में हलचल
पहाड़ों की रानी मसूरी में पाले और ठंड ने सर्द मौसम का अहसास और बढ़ा दिया है। सुबह के समय सड़कें और घास पाले से ढकी नजर आईं। ठंड के बावजूद मसूरी में पर्यटकों की आवाजाही बनी हुई है। हालांकि, ठंड और धुंध के कारण दर्शनीय स्थलों पर आवाजाही सीमित रही। होटल व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों के अनुसार सप्ताहांत में पर्यटकों की संख्या बढ़ने की उम्मीद है, लेकिन मौसम की सख्ती से पर्यटन गतिविधियों पर असर पड़ा है।
मैदानी इलाकों में घने कोहरे की चेतावनी, यलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र ने उत्तराखंड के मैदानी क्षेत्रों में घने कोहरे को लेकर चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जनपदों के साथ नैनीताल, चंपावत, पौड़ी व देहरादून जिलों के मैदानी क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।
मौसम विभाग ने बताया कि ऊधमसिंह नगर एवं हरिद्वार जनपद में कहीं-कहीं शीत दिवस (कोल्ड डे) की स्थिति भी बन सकती है। इसे देखते हुए यलो अलर्ट जारी किया गया है। घने कोहरे के कारण सुबह और देर रात के समय दृश्यता कम रहने की संभावना है। जिससे सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो सकता है।
मौसम विभाग ने वाहन चालकों से सावधानी बरतने, आवश्यक होने पर ही यात्रा करने की अपील की है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार, शीत दिवस की स्थिति में दिन का तापमान सामान्य से काफी कम रह सकता है, जिससे ठंड का असर बढ़ेगा। लोगों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने व विशेष ध्यान रखने की सलाह दी गई है।

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