Move to Jagran APP

फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा नकल प्रकरण में पांच को लिया हिरासत में Dehradun News

वन आरक्षी भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ और मोबाइल फोन के जरिये नकल करा पास कराने का ठेका लेने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Wed, 19 Feb 2020 05:21 PM (IST)Updated: Wed, 19 Feb 2020 05:21 PM (IST)
फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा नकल प्रकरण में पांच को लिया हिरासत में Dehradun News
फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा नकल प्रकरण में पांच को लिया हिरासत में Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में ब्लूटूथ और मोबाइल फोन के जरिये नकल करा पास कराने का ठेका लेने वाले गिरोह के पांच सदस्यों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। सूबे के पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार ने बताया कि पूछताछ में सामने आए गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी को तीन टीमें भी गठित कर दी गई हैं। वहीं, एसटीएफ को रुड़की और पौड़ी पुलिस को टेक्नीकल सपोर्ट के लिए निर्देशित किया गया है। 

loksabha election banner

फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में रुड़की और पौड़ी के दो कोचिंग संचालकों की मिलीभगत उजागर हुई है। अब तक की जांच में सामने आया है कि संचालकों ने कई अभ्यर्थियों से एक से दो लाख रुपये की वसूली की थी। वहीं, नकल के लिए संपर्क करने वाले प्रत्येक अभ्यर्थी से पांच लाख रुपये में सौदा तय किया गया था। पुलिस का मानना है कि रुड़की और पौड़ी में तो मामले पकड़ में आ गए, लेकिन संदेह है कि अन्य कई परीक्षा केंद्रों पर नकल गिरोह अपने मंसूबे में कामयाब हो गया हो। ऐसे में पुलिस महानिदेशक अपराध एवं कानून व्यवस्था ने एसटीएफ को जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। हालांकि, अभी एसटीएफ रुड़की और पौड़ी पुलिस को तकनीकी सहयोग मुहैया कराएगी। इस दौरान जांच में यदि ऐसा कुछ सामने आता है कि अन्य परीक्षा केंद्रों पर भी गड़बड़ी की गई तो जांच का दायरा बढ़ा दिया जाएगा। 

एक्टिव मोबाइल की होगी स्क्रीनिंग 

अन्य परीक्षा केंद्रों पर गड़बड़ी पकड़ने के लिए पुलिस प्रदेश के सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के दौरान सक्रिय मोबाइल फोन का डाटा भी मंगा रही है। हालांकि यह प्रक्रिया थोड़ी लंबी है, लेकिन पुलिस सूत्रों की मानें तो इसी से ही यह पता लगाया जा सकता है कि केंद्र में कितने अभ्यर्थियों ने ब्लूटूथ या मोबाइल फोन का प्रयोग किया है। 

गैंगेस्टर लगाने को खंगाली कुंडली 

रुड़की के कोचिंग संचालक मुकेश को पहले भी परीक्षा में नकल कराने के आरोप में पकड़ा गया था। वहीं, उसकी दोबारा फॉरेस्ट गार्ड की भर्ती में संलिप्तता सामने आई है। पुलिस उसकी कुंडली खंगालने में जुट गई है। पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था की ओर से गिरोह के सदस्यों की पहचान कर गैंगेस्टर लगाने का भी निर्देश दिया गया है। 

पुलिस महानिदेशक अपराध और कानून व्यवस्था अशोक कुमार का कहना है कि फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में हाईटेक तरीके से नकल कराने वाले गिरोह से जुड़े पांच सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। इसमें तीन रुड़की और दो पौड़ी के हैं। सभी से पूछताछ की जा रही है। गिरोह पर गैंगेस्टर के तहत भी कार्रवाई की जाएगी। एसटीएफ को विवेचना कर रही संबंधित जिलों की पुलिस को तकनीकी सहायता देने के साथ यह भी पता लगाने को कहा गया है कि गिरोह ने किन-किन परीक्षा केंद्रों पर नकल कराई है। 

डीआइजी एसटीएफ रिधिम अग्रवाल ने बताया कि रुड़की और पौड़ी में नकल करते पकड़े गए अभ्यर्थियों से पूछताछ की जा रही है। दोनों कोचिंग संचालकों के मोबाइल फोन की सीडीआर भी मंगाई गई है। इससे यह पता चलेगा कि उन्होंने कितने अभ्यर्थियों से संपर्क किया था। इसके साथ ही यह भी पता लगाया जा रहा है कि कोचिंग में आने युवकों ने कहां-कहां परीक्षा दी है। 

परीक्षा केंद्र पर नहीं पहुंचा एजेंट 

हरिद्वार के मंगलौर में फॉरेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में नकल कराने का ठेका लेने वाला एजेंट ऐन वक्त पर पहुंचा ही नहीं। अभ्यर्थी ने पुलिस को बताया कि वह काफी देर तक एजेंट का परीक्षा केंद्र के बाहर इंतजार करता रहा, जिससे उसकी परीक्षा छूट गई। पर सूत्रों की मानें तो गिरोह ने कुछ को ब्लूटूथ डिवाइस पहले ही दे रखी थी। 

एसपी देहात स्वपन किशोर सिंह के अनुसार, मंगलौर पुलिस को एक अभ्यर्थी ने बताया कि वह हरचंदपुर गांव निवासी मुकेश सैनी के ओजस्व कैरियर कोचिंग सेंटर में तैयारी कर रहा था। यहीं पर मुकेश सैनी ने बताया कि वह परीक्षा में पास कराकर पक्की नौकरी दिलवा देगा। इसके लिए उसे चार लाख रुपये देने होंगे। आरोप है कि मुकेश ने उसके एक दोस्त से भी एक लाख रुपये एडवांस में लिए थे। 

तय हुआ था कि 16 फरवरी को दोनों परीक्षा केंद्र के बाहर ब्लूटूथ दे दिया जाएगा, जिसके जरिये दोनों के प्रश्न-पत्र हल करा देंगे, लेकिन मुकेश सैनी आया ही नहीं। पुलिस ने मामले में मुकेश सैनी के अलावा कुलदीप राठी, गुरबचन सिंह, हाकम सिंह, पंकज, अश्वनी सुधीर, अशोक और अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। 

हाईटेक नकल गिरोह का सरगना है मुकेश 

कोचिंग संचालक मुकेश सैनी पर मंगलौर कोतवाली में पहले भी दो बार धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। वर्ष 2016 में सचिवालय में नौकरी लगवाने के नाम पर मंगलौर पुलिस ने उसे रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। वर्ष 2018 में भी मंगलौर कोतवाली में उसके खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हुआ। इस मुकदमे में उसके साथ मुकुल कुमार, गुरबचन, अश्वनी भी नामजद हुए थे। वर्तमान में लिखे गए मुकदमे में भी गुरबचन अश्वनी को नामजद किया गया है। वर्ष पूर्व में उसके पास से ब्लूटूथ डिवाइस लगी बनियान और सचिवालय का बोर्ड लगी कार भी बरामद हुई थी। 

पौड़ी में कोचिंग संचालक समेत तीन पर मुकदमा 

फारेस्ट गार्ड भर्ती परीक्षा में नकल करा कर पास कराने का ठेका लेने वाले तीन आरोपितों के खिलाफ कोतवाली पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। इसमें से एक कोचिंग संचालक है। पौड़ी कोतवाली के इंस्पेक्टर लक्ष्मण सिंह कठैत ने बताया कि मंगलौर निवासी गोपाल सिंह ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई है। उनके बेटे ने परीक्षा के लिए आवेदन किया था और उसका परीक्षा केंद्र जीजीआइसी, पौड़ी में था। हरिद्वार निवासी तीन युवक पंकज, संजय और सौरभ ने उनके बेटे को पांच लाख रुपये में भर्ती परीक्षा में नकल करवा कर उत्तीर्ण करवाने की बात कही थी। 

यह भी पढ़ें: फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में रुड़की के कोचिंग सेंटर ने कराई नकल

तीनों ने उनके बेटे के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के शैक्षणिक दस्तावेजों के साथ ही मोबाइल भी ले लिया था। गोपाल सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में यह भी बताया कि उसके बेटे से इन तीनों युवकों का संपर्क कोटद्वार में रह रहे उनके एक रिश्तेदार के माध्यम से हुआ। तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी और षडयंत्र रचने के आरोप में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। 

यह भी पढ़ें: फॉरेस्ट गार्ड की लिखित परीक्षा, आसान पेपर से 'मुश्किल' हुई राह

उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने खोला मोर्चा 

बीते रविवार को हुई फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में कई गड़बड़ी सामने आने के बाद से उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बीते सोमवार को संघ के पदाधिकारी आयोग कार्यालय पहुंचे और परीक्षा के दौरान नकल रोकने में विफल आयोग का कड़ा विरोध जताया। मंगलवार को संघ की बैठक गांधी पार्क में हुई, जिसकी अध्यक्षता संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार ने की। उन्होंने बैठक में निर्णय लिया कि बुधवार को दोपहर एक बजे रिंग रोड पर आयोग का पुतला दहन किया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और राज्यपाल बेबीरानी मौर्य को ज्ञापन प्रेषित किया जाएगा। 

यह भी पढ़ें: दिल्ली के उद्योगपति परिवार पर धोखाधड़ी का केस, जानिए पूरा मामला Haridwar News


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.