उत्तराखंड में पहली बार मगरमच्छ, घड़ियाल और ऊदबिलाव की गणना शुरू
उत्तराखंड में पहली बार राज्य स्तर पर तीन जलीय जीवों मगरमच्छ घड़ियाल और ऊदबिलाव की गणना शनिवार से प्रारंभ हो गई।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। उत्तराखंड में पहली बार राज्य स्तर पर तीन जलीय जीवों मगरमच्छ, घड़ियाल और ऊदबिलाव की गणना शनिवार से प्रारंभ हो गई। कार्बेट व राजाजी टाइगर रिजर्व के साथ-साथ छह जिलों में वनकर्मियों की 50 से ज्यादा टीमें गणना कार्य में जुटी हैं। गणना 24 फरवरी तक चलेगी। इसमें भारतीय वन्यजीव संस्थान और विश्व प्रकृति निधि के विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। राज्य के मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक राजीव भरतरी के अनुसार कोशिश है कि गणना कार्य पूरा होने पर दो हफ्ते के भीतर इसके नतीजे भी घोषित कर दिए जाएं।
प्रदेश में वर्ष 2008 में पायलट आधार पर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में मगरमच्छ और घड़ियालों की गणना हुई थी, मगर तब राज्य के अन्य क्षेत्रों में ऐसी पहल नहीं हो पाई। जबकि, दूसरे क्षेत्रों भी इन जलीय जीवों की ठीक-ठाक संख्या है। इस सबको देखते हुए वन महकमे ने इस बार राज्य स्तर पर मगरमच्छ और घड़ियालों के साथ ही ऊदबिलाव की गणना कराने का निश्चय किया। शनिवार से यह कार्य प्रारंभ भी हो गया।
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हरिद्वार, देहरादून, पौड़ी, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों के संरक्षित एवं आरक्षित क्षेत्रों में स्थित नदियों में मगरमच्छ, घड़ियाल और ऊदबिलाव की गणना कार्य में 50 से ज्यादा टीमें जुटी हुई हैं। इसके तहत शनिवार को पहले दिन सुबह आठ से 11 बजे और फिर दोपहर दो से शाम पांच बजे तक इन जलीय जीवों की प्रत्यक्ष गणना की गई। कार्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक राहुल बताते हैं कि अकेले कार्बेट लैंडस्केप में 14 टीमें गणना कार्य में लगी हैं। इन टीमों ने तय समयावधि में पैदल, नाव और दूरबीन के जरिये तीनों जलीय जीवों की गणना की।
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