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    आइआइटी के लिए पहली मॉक सीट एलोकेशन लिस्ट जारी, पढ़िए पूरी खबर

    23 आइआइटी 31 एनआइटी 25 ट्रिपल आइटी और 28 जीएफटीआइ में प्रवेश के लिए ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी की ओर से काउंसलिंग की शुरुआत हो चुकी है।

    By Raksha PanthariEdited By: Updated: Mon, 24 Jun 2019 04:56 PM (IST)
    आइआइटी के लिए पहली मॉक सीट एलोकेशन लिस्ट जारी, पढ़िए पूरी खबर

    देहरादून, जेएनएन। देश की 23 आइआइटी, 31 एनआइटी, 25 ट्रिपल आइटी और 28 जीएफटीआइ में प्रवेश के लिए ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी (जोसा) की ओर से काउंसलिंग की शुरुआत हो चुकी है। इस बार जोसा की ओर से 107 संस्थानों की 43 हजार 185 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। मॉक सीट एलोकेशन लिस्ट जारी कर दी गई है। 

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    आइआइटी में 1083 सीटों का इजाफा हुआ है। इस बार 12 हजार 362 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। जबकि पिछले साल यह संख्या 11279 थी। इसी तरह एनआइटी में 2470 सीटें बढ़ाई गई हैं। अब इनमें 20 हजार 437 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। ट्रिपल आइटी की चार हजार 617 और 28 जीएफटीआइ की पांच हजार 769 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। 

    अविरल क्लासेज के निदेशक डीके मिश्रा ने बताया कि छात्राओं के लिए सुपरन्यूमरेरी कोटा 14 प्रतिशत से बढ़ाकर 17 प्रतिशत कर दिया गया है। इस वर्ष आइआइटी में 1221 अतिरिक्त सीटों पर छात्राओं को प्रवेश दिया जाएगा। 

    काउंसलिंग में होंगे तीन विकल्प 

    काउंसलिंग के दौरान विद्यार्थियों को तीन विकल्प दिए जाएंगे। इनमें फ्रीज, फ्लोटिंग और स्लाइडिंग शामिल है। अगर विद्यार्थी आवंटित सीट से संतुष्ट हैं तो वह फ्रीज का विकल्प चुनकर सीट पक्की कर लेगा। फ्लोट विकल्प में विद्यार्थी के अपग्रेडेशन का विकल्प होगा। स्लाइड का मतलब है कि छात्र कॉलेज और ब्रांच से संतुष्ट है, लेकिन अभी भी ब्रांच में अपग्रेडेशन का इच्छुक है। 

    डुअल रिपोर्टिंग का ध्यान रखना होगा 

    पहले राउंड के आवंटन में विद्यार्थी को एनआइटी में सीट अलॉट की गई है, तो उसे एनआइटी में रिपोर्ट करना होगा। इसके बाद उसने फ्लोट का विकल्प चुना है, अगले राउंड में सीट अपग्रेड होती है और उसे आइआइटी अलॉट होता है तो उसे आइआइटी के रिपोर्टिंग सेंटर पर भी रिपोर्ट करना होगा। ऐसा न करने पर वह काउंसिलिंग से बाहर हो जाएगा। 

    रिपोर्ट न करने पर होंगे बाहर 

    काउंसलिंग के दौरान विद्यार्थी को सीट आवंटित हुई है तो उसे संबंधित रिपोर्टिंग सेंटर पर रिपोर्ट करना होगा। यहां दस्तावेजों का सत्यापन सहित अन्य प्रक्रिया पूरी करनी होगी। ऐसा न करने वाले विद्यार्थी काउंसलिंग से बाहर हो जाएंगे। यह जानकारी जोसा की ओर से दी गई है। 

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