नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश बोलीं, पेट्रोल और डीजल पर एक्साइज ड्यूटी हो माफ
नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने और इन पर लगाई गई एक्साइज ड्यूटी माफ करने की मांग की है।
देहरादून, राज्य ब्यूरो। नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में लाने और इन पर लगाई गई एक्साइज ड्यूटी माफ करने की मांग की है। उनका कहना है कि आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने से गरीब जनता को जीवनयापन करने में काफी कठिनाई आ रही है
एक बयान जारी कर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने मंगलवार को कहा कि सरकार पेट्रोल और डीजल के दामों में लगातार वृद्धि कर रही है। बीते 16 दिनों में टैक्स काफी बढ़ाया गया है। यह स्थिति तब है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में काफी कमी आई है। कोरोना संक्रमण के कारण उत्पन्न गंभीर आर्थिक संकट के समय पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से आवागमन और ट्रांसपोर्टेशन काफी महंगा हो गया है। इस कारण खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि हो रही है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि होने से गरीब जनता को जीवनयापन करने में काफी कठिनाई आ रही है। इससे जनता में भी आक्रोश है।
हर वर्ग के लिए काम कर रही है कांग्रेस
राजीव गांधी पंचायत राज संगठन के प्रदेश संयोजक मोहित उनियाल ने जीवनवाला में आयोजित बैठक में कहा कि पूरे प्रदेश में संगठन को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में और अधिक मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस समाज के हर वर्ग के लिए काम कर रही है। उन्होंने जीवनवाला निवासी कमलजीत कौर को संगठन का देहरादून (परवादून) जिला संयोजक मनोनीत किया। बैठक में पूर्व प्रधान इंदरजीत सिंह, किसान कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष उमेद वोरा, प्रदेश सचिव युवा कांग्रेस मनीष यादव आदि उपस्थित थे।
किसानों ने सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
भारतीय किसान यूनियन की ओर से आयोजित पंचायत में किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। किसानों ने आरोप लगाया कि सरकार किसानों को बर्बाद करने पर तुली है। डीजल के दाम में लगातार बढ़ोत्तरी की जा रही है, जबकि किसान को उसकी फसल का वाजिब दाम नहीं दिया जा रहा है। सरकार ने यदि उत्पीडऩ बंद नहीं किया तो कोरोना संकटकाल में किसान सड़क पर उतरने से भी पीछे नहीं हटेंगे।
मंगलवार को मंगलौर मंडी पर हुई पंचायत में जिलाध्यक्ष विजय कुमार शास्त्री ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी तरह से किसान और आम आदमी विरोधी है। सरकार की ओर से लगातार किसानों का उत्पीड़न किया जा रहा है। न तो किसानों को गन्ने का भुगतान मिल पाया है और न ही गेहूं का। बिजली महंगी दी जा रही है। बकाया चुकता न करने पर लगातार कनेक्शन काटे जा रहे हैं। पिछले 16 दिन से डीजल के दाम लगातार बढ़ रहे हैं।
यह भी पढ़ें: पदोन्नति को लेकर विभागों के अधिकारियों के घेराव की तैयारी में कर्मचारी
अब डीजल भी पेट्रोल के बराबर हो गया है। इसकी वजह से किसान परेशान हैं। उन्होंने मांग उठाई कि तत्काल किसानों के गन्ने का भुगतान किया जाए। साथ ही किसानों को तीस रुपये प्रति लीटर की दर से डीजल उपलब्ध कराया जाए। कहा यदि सरकार ने जल्द उनकी मांगें नहीं मानी तो किसान सड़कों पर उतरेंगे। इस अवसर पर गढ़वाल मंडल अध्यक्ष संजय चौधरी, चौधरी रवि कुमार, चौधरी धर्मेंद्र सिंह, अनुज चौधरी, चौधरी सुक्रम पाल सिंह, वैभव, नीटू, राकेश, सुरेंद्र, अमित, इकबाल आदि ने विचार व्यक्त किए।
यह भी पढ़ें: राज्य कर्मियों की चेतावनी, विभागों में 30 जून तक पदोन्नति नहीं तो होगा घेराव