Unlock-01: उत्तराखंड में पटरी पर लौटने लगा इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पादन
कोरोना महामारी से पस्त हुए इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों को एक बार फिर नई जान मिल गई है। उद्योगों में उत्पादन के साथ निर्यात भी शुरू हो गया है।
देहरादून, अशोक केडियाल। कोरोना महामारी से पस्त हुए इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योगों को एक बार फिर नई जान मिल गई है। यह उद्यमियों का हौसला ही है कि दो महीनों तक उद्योगों में ताले लटकने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अब फिर से उत्पादन पटरी पर लौट आया है। उद्योगों में उत्पादन के साथ निर्यात भी शुरू हो गया है।
प्रदेशभर में इलेक्ट्रॉनिक व इलेक्ट्रिकल उपकरणों के कारोबार से 23,451 उद्योग जुड़े हुए हैं। इनमें से 99 उद्योग बड़े व मध्यम श्रेणी और बाकी 23,352 एमएसएमई से जुड़े हैं। इन उद्योगों में 32,550 लोगों को प्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिला हुआ है।
लॉकडाउन में 25 मार्च से सभी उद्योग बंद हो गए थे। करीब दो महीने इन उद्योगों का कारोबार पूरी तरह ठप रहा। फिर 25 अप्रैल से लॉकडाउन 3.0 में शर्तों के साथ उद्योग खुलने शुरू हुए। छह मई से सभी प्रकार के उद्योगों को सरकार की ओर से बिना शर्त उत्पादन की छूट मिली। इसके बाद उद्योगों के खुलने की गति में तेजी आई। ठीक एक माह बाद शनिवार तक प्रदेश में 22,525 उद्योगों ने उत्पादन शुरू कर दिया है।
इन उपकरणों का होता है उत्पादन
उद्योगपति मनोज गुप्ता, हिमेश कूपर, अरुण रावत आदि ने बताया कि सेलाकुई, हरिद्वार, भगवानपुर, ज्वालापुर आदि औद्योगिक क्षेत्र से कूलर, एसी, पंखे, मिक्सर ग्राइंडर, जूसर, वाशिंग मशीन, विधुतीकरण के लिए अंडरग्राउंड पाइप, स्विच, वायर, इलेक्ट्रॉनिक मीटर, केबल, छोटे टांसफार्मर जैसे उपकरणों को राज्यभर के बाजारों के अलावा हिमाचल, पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड, दिल्ली, चंडीगढ़, राजस्थान आदि राज्यों को निर्यात किया जा रहा है।
उद्योगों ने इस तरह झेले उतार-चढ़ाव
तिथि--------------------उद्योग-----------रोजगार
18 मार्च---------------23451-----------32500
27 मार्च--------------------00-----------------00
06 मई----------------4202---------------6200
22 मई---------------17660-------------14500
एक जून--------------20500-------------21400
06 जून---------------22525-------------23200
हो रही है कामगारों की कमी
सीआइआइ, उत्तराखंड राज्य परिषद के अध्यक्ष अशोक विंडलास के मुताबिक, उत्तराखंड में इलेक्ट्रॉनिक्स व इलेक्ट्रिकल उपकरण बनाने वाली 92 फीसद इकाइयां खुल चुकी हैं। हालांकि शारीरिक दूरी का नियम व कुछ प्रवासी कामगारों के घरों को जाने से उद्योगों में कामगारों की कमी महसूस की जा रही है। गर्मी बढऩे से कूलर, एसी, पंखे आदि उपकरणों की डिमांड बढ़ जाती है। इसलिए इन उद्योगों के खुलने से कारोबार भी बढ़ा है।
गर्मी बढ़ने से डिमांड बढ़ी
उत्तराखंड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष पंकज गुप्ता के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान घरों में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण खराब हुए तो गर्मी बढ़ने से इनकी डिमांड भी बढ़ी। इसलिए इन उद्योगों ने एक माह के भीतर ही उत्पादन की राह पकड़ ली है।
80 फीसद से अधिक उद्योगों में हो रहा उत्पादन
उद्योग निदेशक, उत्तराखंड सुधीर नौटियाल का कहना है कि राज्य में सभी तरह के उद्योगों ने उत्पादन शुरू कर दिया है। करीब 80 फीसद से अधिक उद्योग उत्पादन से जुड़ गए हैं। उद्योग निदेशालय सरकार की ओर से दी जाने वाली हर तरह की रियायत देने को लेकर तैयार है। डिमांड के अनुसार सबसे अधिक उत्पादन इलेक्टॉनिक्स व इलेक्टिकल उद्योगों का बढ़ा है।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।