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    गिरफ्तारी का डर दिखाकर 14 दिन महिला को डराते रहे ठग, 61 लाख ठगे; खौफ में गहने गिरवी रखने को मजबूर हुई पीड़ित

    Dehradun Digital Arrest News साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग महिला को 14 दिनों तक डरा-धमकाकर 61 लाख रुपये ठग लिए। महिला के क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये निकलने की बात कहकर गिरफ्तारी का डर दिखाया गया। महिला ने अपने गहने गिरवी रखकर रुपये भेजे। अब पीड़िता ने साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस छानबीन कर रही है।

    By Soban singh Edited By: Abhishek Saxena Updated: Wed, 25 Dec 2024 09:34 AM (IST)
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    प्रस्तुतीकरण के लिए सांकेतिक तस्वीर का उपयोग किया गया है।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये का अनैतिक लेनदेन होने का आरोप लगाकर व गिरफ्तारी का भय दिखाकर साइबर ठगों ने देहरादून निवासी एक वृद्ध महिला को 14 दिन तक डिजीटल अरेस्ट कर 61 लाख रुपये ठग लिए।

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    इस दौरान खुद को हैदराबाद क्राइम ब्रांच और सीबीआई का अधिकारी बता रहे साइबर ठगों ने महिला को इतना भयभीत कर दिया कि वह अपने गहने गिरवी रखकर रुपये भेजने को मजबूर हो गई। ठग यह धमकी देते रहे कि अगर किसी को इस संबंध में सूचना दी तो उन्हें तत्काल गिरफ्तार कर लिया जाएगा। अब पीड़ित की ओर से साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा कराया गया है।

    बेटे के साथ रहती थी महिला

    जीएमएस रोड निवासी उमेश बाला शर्मा (74 वर्ष) के पति बीएम शर्मा दून स्थित हिमालयन भूगर्भ संस्थान (वाडिया इंस्टीट्यूट) से सेवानिृत्त थे। पति की मृत्यु के बाद महिला यहां अपने बेटे के साथ रहती हैं। उनका बेटा भी बीमार रहता है। आरोप है कि चार दिसंबर की दोपहर उमेश बाला शर्मा के मोबाइल पर अज्ञात व्यक्ति का काल आया। उसने कहा कि आपके क्रेडिट कार्ड से डेढ़ लाख रुपये का अनैतिक लेनदेन हुआ है और इस बारे में हैदराबाद क्राइम ब्रांच के पुलिस इंस्पेक्टर पूछताछ करेंगे।

    अनैतिक कार्य में उपयोग किया क्रेडिट कार्ड

    इसके बाद दूसरे व्यक्ति ने खुद को इंस्पेक्टर बता पूछताछ शुरू की। उसने महिला से आधार कार्ड गुम होने के बारे में पूछा तो महिला ने बताया कि कुछ दिन पूर्व हरिद्वार से आते हुए उसका पर्स चोरी हो गया था और उसी में आधार कार्ड भी था। जब वह पर्स चोरी के संबंध में पुलिस के पास रिपोर्ट कराने गई तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने के बजाए यह कह दिया कि आधार-कार्ड ही तो है, दूसरा बनवा लो। इंस्पेक्टर ने कहा कि उसी आधार कार्ड के माध्यम से क्रेडिट कार्ड लेकर अनैतिक कार्य किया गया है।

    सीबीआई अधिकारी बताते हैं साइबर ठग

    इसके बाद उसने काल सीबीआइ अधिकारी को ट्रांसफर करने की बात कही। फिर सीबीआई अधिकारी बता रहे व्यक्ति ने कहा कि आप एक कुख्यात अपराधी नरेश गोयल के गैंग में फंस चुकी हैं और अब सीबीआइ की ओर से आपकी गिरफ्तारी की जाएगी। उसने गिरफ्तारी से बचने के लिए 10 लाख रुपये एक बैंक खाते में डालने को कहा। महिला ने ऐसा ही किया।

    एनकाउंटर का दिखाया खाैफ

    इसके बाद साइबर ठगों ने पांच दिसंबर को दोबारा फोन कर कहा कि 12 लाख रुपये दो नहीं तो आपका एनकाउंटर कर देंगे। फिर छह जून को नौ लाख, सात दिसंबर को 10 लाख रुपये खाते में डालने का दबाव बनाया। पीड़िता ने बताया कि 11 दिसंबर को फोन कर कहा कि अभी बैंक जाओ और 13 लाख रुपये खाते में डालो। महिला ऐसा ही करती रही।

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    बैंक जाने को मजबूर हुई महिला

    आरोप है कि 18 दिसंबर को ठगों ने फिर फोन कर धमकी दी कि अपने बैंक जाओ और सात लाख रुपये दो। पूरी तरह से भयभीत महिला अपने जेवर बैंक में गिरवी रखकर जान बचाने के लिए उनके खाते में सात लाख रुपये डाल दिए। इस तरह उन्होंने आरोपितों के बताए गए बैंक खाते में 61 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए। जब उनके खाते में धनराशि नहीं बची तो इसकी शिकायत पुलिस से की।

    सीओ साइबर अंकुश मिश्रा ने बताया कि शिकायत के आधार पर अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।