Delhi-Dehradun Expressway के कारण पर्यटकों के लिए दूर हो जाएगा मसूरी! करना पड़ेगा एक्स्ट्रा 50 किमी का सफर
Delhi-Dehradun Expressway आने वाले दिनों में शुरू होने जा रहे दिल्ली-देहरादून हाईवे के कारण पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यातायात पुलिस ने एक नया ट्रैफिक प्लान तैयार किया है। इस प्लान के तहत आशारोड़ी से मसूरी जाने वाले पर्यटकों को 50 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। यह प्लान दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे के शुरू होने के बाद लागू किया जाएगा।
सोबन सिंह गुसांई, जागरण देहरादून। Delhi-Dehradun Expressway: आने वाले दिनों में शुरू होने जा रहे दिल्ली-देहरादून हाईवे के कारण शहर में बढ़ते यातायात को ध्यान में रखते हुए यातायात निदेशालय और गढ़वाल परिक्षेत्र ने बाईपास प्लान तैयार किया है।
प्लान लागू हुआ तो आशारोड़ी से मसूरी जाने वाले पर्यटकों को 50 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ेगी। निदेशालय की ओर से वन-वे प्लान केवल मसूरी के लिए तैयार किया गया है।
रोजाना पहुंचते हैं 10 से 15 हजार वाहन
पर्यटक सीजन में मसूरी में रोजाना 10 से 15 हजार वाहन पहुंचते हैं, जबकि मसूरी में पार्किंग की क्षमता केवल पांच हजार वाहनों की है। कई बार स्थिति यह बन जाती है कि होटल और पार्किंग नहीं मिलने पर पर्यटकों को वाहनों में ही रात गुजारनी पड़ती है।
Android Package Kit डाउनलोड की तो खाली हो सकता है बैंक अकाउंट, जानें साइबर ठगी से बचने के 11 तरीके
जाम लगने के कारण आधे रास्ते से ही वापस होना पड़ता है। अब शीघ्र ही दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे भी शुरू होने जा रहा है, जिसके चलते मसूरी आने वालों पर्यटकों की संख्या में 25 प्रतिशत बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए यातायात निदेशालय की ओर से पहले ही एक यातायात प्लान तैयार कर दिया है, ताकि यदि एक्सप्रेसवे शुरू होने पर अचानक वाहनों की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो पर्यटकों को शहर के बाहर से ही मसूरी भेजा जाएगा और वहीं से वापस किया जाएगा। वाहन शहर में दाखिल न होने से जहां शहरवासियों को परेशानी नहीं झेलनी पड़ेगी, वहीं पहले से ही दबाव में चल रहे यातायात को भी राहत मिलेगी।
यह बनाया गया है यातायात प्लान
- रुड़की, सहारनपुर, हरिद्वार व ऋषिकेश की तरफ से मसूरी जाने वाले वाहन चालक आइएसबीटी से शिमला बाइपास की तरफ मुड़ेंगे।
- इसके बाद तेलपुर चौक होते हुए नयागांव, सिंहनीवाला, धूलकोट, भाऊवाला चौक, मांडूवाला, पौंधा, आमवाला चौक, कौलागढ़ चौक, नींबूवाला, गढ़ी कैंट, सप्लाई चौकी, किमाड़ी, एलबीएस एकेडमी से मसूरी पहुंचेंगे।
- इसके बाद भट्टा तिराहा से होते हुए किरसाली चौक, आइटी पार्क, सहस्त्रधारा क्रासिंग, छह नंबर पुलिया होते हुए जोगीवाला तिराहा पहुंचेंगे।
- यह पूरा प्लान वन-वे बनाया गया है।
जीपीएस पर डाला जाएगा रूट
बाहर से आने वाले अधिकतर पर्यटक गूगल मैप से अपने गंतव्य तक पहुंचते हैं। ऐसे में आशारोड़ी से मसूरी जाने के लिए इसी रूट को ही जीपीएस पर डाला जाएगा। आशारोड़ी से गूगल मैप मसूरी जाने के लिए यही रास्ता दिखाएगा। व्यवस्था बनाने के लिए जगह-जगह पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी।
मुख्य रूप से आशारोड़ी, आइएसबीटी व शिमला बाईपास चौक से बैरियर लगाकर पर्यटकों को इस रूट पर मसूरी भेजा जाएगा। यदि कोई पर्यटक गलत जानकारी देकर आगे पहुंचेगा उसे निरंजनपुर चौक से बल्लीवाला फ्लाईओवर होते हुए मसूरी भेजा जाएगा।
शीतकाल में कल्प गंगा के तट पर करें बदरी-केदार दर्शन, देखें ‘छिपा हुआ खजाना’
मार्ग की स्थिति में किया जाएगा सुधार
रूट प्लान का यातायात पुलिस ने भी जायजा ले लिया है। यदि कहीं पर सड़क का चौड़ीकरण किया जाना है या सुधारीकरण होना है तो यातायात निदेशालय की ओर से राष्ट्रीय राजमार्ग की मदद से इसे ठीक किया जाएगा।
कई जगह सड़क का चौड़ीकरण, बैरिकेडिंग व लाइट की व्यवस्था होनी है, जो चिह्नित किए जा रहे हैं। जल्द ही इस दिशा में भी काम होगा। भविष्य में कुछ जगहों पर यदि पुल या फ्लाईओवर बन जाता है तो मार्ग की लंबाई और भी कम हो जाएगी।
प्लान को लागू करना पुलिस के लिए बनेगी चुनौती
पुलिस ने 50 किलोमीटर फेर का यह यातायात प्लान तो बना दिया है, लेकिन इससे कहीं न कहीं पुलिस को चुनौतियों का सामना भी करना पड़ेगा। यदि पर्यटकों को घुमाकर मसूरी भेजा जाएगा तो इससे पर्यटक पुलिसकर्मियों से विवाद करेगा। इसके साथ ही मार्ग की स्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि इस पर यातायात आसानी से चलाया जा सके।
कई जगह मार्ग इतना संकरा है कि यहां से एक वाहन जाना भी मुश्किल होगा। यदि कोई पर्यटक रास्ते में फंस जाता है तो वह दोबारा मसूरी आने की सोच भी नहीं सकेगा। इसके अलावा मांडूवाला से आमवाला और किमाड़ी वाला मार्ग तंग हाल है, इस पर यातायात चलाना बड़ा जोखिम है।
कई राज्यों से लोग मसूरी घूमने के लिए आते हैं। सीजन के समय अधिक भीड़भाड़ होने से व्यवस्था चरमरा जाती है। आने वाले दिनों में दिल्ली-दून एक्सप्रेसवे शुरू होने जा रहा है, जिससे भीड़भाड़ और बढ़ जाएगी। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पहले ही प्लान तैयार किया गया है। यह मार्ग 50 किलोमीटर लंबा जरूर पड़ेगा, लेकिन यातायात सुचारु बनाने के लिए हमारे पास इसके अलावा फिलहाल कोई प्लान नहीं है। - अरुण मोहन जोशी, निदेशक यातायात, उत्तराखंड
मसूरी में बढ़ती भीड़भाड़ को देखते हुए यातायात निदेशालय की ओर से प्लान बनाया गया है। इसके लिए यदि गढ़वाल परिक्षेत्र से पुलिस बल की जरूरत पड़ती है तो वह उपलब्ध कराया जाएगा। उत्तराखंड पर्यटक स्थल है और पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। जिस तरह से एक्सप्रेसवे तैयार हो चुका है और जल्द ही इस पर वाहन दौड़ने शुरू हो जाएंगे, उस स्थिति में यातायात की समस्या और बढ़ेगी। इसके लिए हमें पहले ही तैयार रहना होगा। - राजीव स्वरूप, पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।