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फॉरेस्ट गार्ड भर्ती प्रकरण की सीबीआइ जांच की मांग, जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन

फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा गड़बड़ी मामले सोशल एक्टिविस्ट अजय ने डीएम के माध्यम से गृहमंत्री मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में संलिप्त लोगों पर राजद्रोह के तहत कार्रवाई की मांग की है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 03:34 PM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 03:34 PM (IST)
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती प्रकरण की सीबीआइ जांच की मांग, जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन
फॉरेस्ट गार्ड भर्ती प्रकरण की सीबीआइ जांच की मांग, जगह-जगह हो रहे प्रदर्शन

देहरादून, जेएनएन। उत्तराखंड फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा में गड़बड़ी मामले की सीबीआइ जांच की मांग जोर पकड़ने लगी है। सोशल एक्टिविस्ट अजय कुमार ने जिलाधिकारी के माध्यम से गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को भेजे पत्र में पूरी परीक्षा प्रक्रिया में संलिप्त लोगों पर राजद्रोह की धारा के तहत कार्रवाई की मांग की है।

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उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में संलिप्त लोगों पर राजद्रोह की धारा लगाना इसलिए जरूरी है, क्योंकि यह कृत्य लोकतंत्र की शक्ति, विश्वास और तंत्र को हानि पहुंचाने की श्रेणी में आता है। इस पूरे प्रकरण से राज्य का युवा वर्ग आहत है। इस प्रकार की धांधली से गंभीर चिंता का विषय सामने आया है कि सरकारी नौकरी पैसे के बल पर परीक्षा माफिया से खरीदी जा सकती है। 

यह भी दिए सुझाव 

-भर्ती परीक्षा को निरस्त करते हुए तीन महीने के भीतर एक निगरानी समिति के मार्गदर्शन में पुन: भर्ती हो। 

-भर्ती समिति में न्यायिक वर्ग, प्रशासन, पुलिस और वरिष्ठ ईमानदार अधिकारी शामिल हों। 

- प्रश्नपत्रों को ईवीएम की भांति स्ट्रांग रूम में रखा जाए। जहां अर्धसैनिक बल तैनात रहे। 

- परीक्षा केंद्रों में मेटल डिटेक्टर, जेमर और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी होनी चाहिए। 

- चयन आयोग के लंबित मामलों की जांच के लिए एसआइटी का गठन किया जाए। 

बेरोजगार संघ के निशाने पर चयन आयोग 

वन आरक्षी परीक्षा में हुई गड़बड़ी के विरोध में उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने शनिवार को परेड ग्राउंड में धरना जारी रखा। बेरोजगार संघ के निशाने पर उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग है। बेरोजगार संघ के प्रदेश अध्यक्ष बॉबी पंवार के नेतृत्व में धरना दे रहे बेरोजगारों की मांग है कि फॉरेस्ट गार्ड परीक्षा की शीघ्र निष्पक्ष जांच हो व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। आरोप लगाया कि आयोग के अध्यक्ष और सचिव के अभी तक के कार्यकाल में लगातार कई परीक्षाओं में गड़बड़ी सामने आ रही हैं, जिस कारण बेरोजगार निराश हैं और मांग करते हैं कि आयोग से दोनों अधिकारियों को बदला जाए। 

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बेरोजगारों का कहना है कि इस परीक्षा को रद करके 100 दिन के भीतर दोबारा परीक्षा करवाई जाए, यदि ऐसा नहीं होता है तो बेरोजगारों की ओर से 25 फरवरी को महारैली निकाली जाएगी जिसमें मुख्यमंत्री का विरोध किया जाएगा। इस दौरान बेरोजगार संघ के सदस्य अर्जुन शर्मा, प्रताप चौहान, शुभम, दीपक, रणवीर चौहान, सोहन सिंह, विनीत राणा, विजय चौहान, प्रीतम सिंह, सुशील कैंतुरा, संदीप कंडारी, दीपक भंडारी, कविता सिंह, भूपेंद्र चौहान आदि उपस्थित रहे। 

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अभाविप ने फूंका आयोग का पुतला 

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने शनिवार को डीएवी पीजी कॉलेज के गेट पर अधीनस्थ चयन सेवा आयोग का पुतला फूंका। अभाविप के विभाग संयोजक पारस गोयल के नेतृत्व में पुतला फूंकने के बाद छात्रों ने आरोप लगाया कि परीक्षा में प्रश्न पत्र और ओएमआर सीट के वायरल होने  इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिये परीक्षा कक्ष में नकल होने में चयन आयोग की लापरवाही रही है। इससे पूरे प्रदेश की छवि धूमिल हुई है। अभाविप मांग करता है कि इस प्रकरण में जो भी दोषी हैं। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इस मौके पर महानगर मंत्री अश्वनी पांडे, तानिया वालिया, गीतांजलि पटवाल, अंकिता जगूड़ी, मनोरमा रावत, सृष्टि सिमल्टी आदि मौजूद रहे। 

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