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अफगानिस्तान के क्रिकेटरों का होम ग्राउंड बनेगा दून का स्टेडियम

देहरादून के रायपुर स्थित राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैदान अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का होम ग्राउंड बन सकता है। इस संबंध में जल्द ही निर्णय होने की उम्मीद है।

By BhanuEdited By: Published: Tue, 30 Jan 2018 09:48 AM (IST)Updated: Tue, 30 Jan 2018 10:48 PM (IST)
अफगानिस्तान के क्रिकेटरों का होम ग्राउंड बनेगा दून का स्टेडियम
अफगानिस्तान के क्रिकेटरों का होम ग्राउंड बनेगा दून का स्टेडियम

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: यदि सब कुछ ठीक चला तो निकट भविष्य में देहरादून के रायपुर स्थित राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैदान को अफगानिस्तान की क्रिकेट टीम भारत में अपना होम ग्राउंड बना सकती है। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड देहरादून का दौरा भी कर चुका है। जल्द ही इस पर निर्णय हो जाएगा। 

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खेल मंत्री अरविंद पांडे ने उम्मीद जताई कि इससे उत्तराखंड के खिलाड़ियों  को भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि जल्द इस संबंध में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के साथ बैठक होगी। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि जल्द ही उत्तराखंड को बीसीसीआइ से मान्यता मिल जाएगी।

मीडिया से बातचीत के दौरान खेल मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि अफगानिस्तान के अंदरूनी हालात ठीक नहीं हैं। इस कारण अफगानिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बीसीसीआइ से भारत में होमग्राउंड उपलब्ध कराने का अनुरोध किया है। बीसीसीआइ के कहने पर ही अफगानिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड का प्रतिनिधिमंडल देहरादून आया था। 

यहां का मौसम और यहां का मैदान अफगानिस्तान क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को पसंद आया है। खेल मंत्री ने कहा कि इससे न केवल यहां अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले जा सकेंगे बल्कि यहां अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं भी विकसित होंगी। प्रदेश के खिलाड़ियों को भी इसका लाभ मिलेगा। 

अफगानिस्तान टीम के साथ प्रैक्टिस मैच खेलने के लिए लोकल खिलाड़ियों  की जरूरत पड़ेगी। इससे लोकल खिलाड़ियों को भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों के साथ खेलने का अनुभव मिल सकेगा। 

आइस स्केटिंग रिंक की होगी जांच

एक सवाल का जवाब देते हुए खेल मंत्री ने कहा कि महाराणा प्रताप स्पोर्टस कालेज परिसर में बनाया गया रिंक अव्यवस्था का शिकार हुआ है। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने इसमें पैसे का दुरुपयोग हुआ है। इसकी विस्तृत जांच कराई जाएगी। गौरतलब है कि इस आइस स्केटिंग रिंक का निर्माण वर्ष 2011 में सैफ विंटर गेम्स के दौरान हुआ था। इसमें कई स्पर्धाएं भी हुई थी। इसके बाद से ही इसका कोई उपयोग नहीं हो पाया है।

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