Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    देहरादून में 40 स्कूली बच्चों से भरी इलेक्ट्रिक बस में लगी आग, मची अफरा-तफरी

    Updated: Fri, 19 Dec 2025 08:48 AM (IST)

    देहरादून में एक इलेक्ट्रिक बस में आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। बस में 40 स्कूली बच्चे सवार थे। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर राहत और बचाव कार्य शुरू ...और पढ़ें

    Hero Image

    सेंट ज्यूड्स चौक के पास एसी बस में आग।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। तमिलनाडु से भ्रमण पर देहरादून आए स्कूली बच्चों की वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बस में शिमला बाईपास स्थित सेंट ज्यूड्स चौक पर गुरुवार दोपहर करीब 12 बजे उस समय आग लग गई, जब बच्चे यहां वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) देखने जा रहे थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    चालक की सतर्कता से बस में सवार 40 बच्चों व शिक्षकों को समय रहते सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, जिससे पुलिस व प्रशासन ने राहत की सांस ली। हालांकि, बस समेत बच्चों का कुछ सामान जलकर खाक हो गया। धुएं के कारण कुछ बच्चों द्वारा सांस में तकलीफ की शिकायत पर उन्हें प्राथमिक उपचार दिलाया गया।

    तमिलनाडु से भ्रमण पर आए बच्चे जयपुर घूमने के बाद हरिद्वार आए थे और वहां से गुरुवार को देहरादून के लिए रवाना हुए। एफआरआई भ्रमण के बाद बच्चों को मनाली हिमाचल प्रदेश जाना था। हरिद्वार बाईपास से आईएसबीटी होते हुए बच्चों को लेकर जा रही इलेक्ट्रिक बस देहरादून शहर में सेंट ज्यूड्स चौक से जीएमएस रोड होकर एफआरआई जा रही थी, लेकिन सेंट ज्यूड्स चौक के पास बस के पिछले हिस्से से धुआं उठने लगा।

    बच्चों ने खिड़की से बाहर धुआं निकलता देखा और शोर मचाया। स्थिति को भांपते हुए चालक ने तुरंत बस को सड़क किनारे रोका और आपात स्थिति का आभास देते हुए शिक्षकों को सतर्क किया। शिक्षकों ने आनन-फानन के एक-एक कर बच्चों को नीचे सुरक्षित उतारा।

    कुछ ही मिनटों में बस में आग की लपटें उठने लगीं। चूंकि, बस में बड़ी संख्या में बच्चे सवार थे, ऐसे में आग लगने के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया, लेकिन शिक्षकों की तत्परता और बच्चों के अनुशासन के चलते कोई भगदड़ नहीं मची।

    सूचना मिलते ही पुलिस और अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। दमकल कर्मियों को आग पर नियंत्रण पाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी, क्योंकि आग तेजी से फैल रही थी। आखिरकार आग को पूरी तरह बुझा लिया गया, लेकिन तब तक बस का पिछला हिस्सा पूरी तरह जल चुका था।

    घटना के बाद बच्चों को वैकल्पिक बस से सुरक्षित स्थान रवाना किया गया। प्रशासन ने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए मौके पर ही आवश्यक व्यवस्थाएं कीं और संबंधित एजेंसी से विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

    सुरक्षित निकाले गए बच्च खोजते रहे अपना सामान

    बस में सवार एक छात्र ने बताया कि जैसे ही धुआं दिखा, हम सब डर गए थे, लेकिन टीचर्स ने हमें शांत रखा और जल्दी बस से उतरने को कहा, तभी हम सुरक्षित बच पाए। एक छात्रा ने कहा कि बस से उतरते समय दिल बहुत तेज धड़क रहा था, लेकिन सभी टीचर हमारे साथ थे, इसलिए हिम्मत बनी रही।

    एक अन्य बच्चे ने बताया कि ड्राइवर अंकल ने बहुत जल्दी बस रोक दी, नहीं तो कुछ भी हो सकता था। इस दौरान जलती हुई बस से जो सामान बच्चों का बाहर सड़क पर निकाला गया था, उसमें बच्चे अपना सामान खोजते रहे। अधिकांश बच्चों के बैग, जिनमें कपड़े आदि रखे हुए थे, जल गए।

    यह भी पढ़ें- Indian Railways News: हरिद्वार और कोयंबटूर के बीच चलेगी स्पेशल ट्रेन, ये होंगे स्टॉपेज



    बैटरी या तकनीकी खराबी से लगी आग

    एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण इलेक्ट्रिक बस की बैटरी की खराबी या तकनीकी खराबी माना जा रहा है। पुलिस ने बस कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। परिवहन विभाग को भी मामले की जानकारी दे दी गई है, ताकि इलेक्ट्रिक वाहनों की तकनीकी स्थिति और सुरक्षा मानकों की जांच की जा सके।

    इलेक्ट्रिक बसों की सुरक्षा पर फिर सवाल

    इस घटना ने एक बार फिर इलेक्ट्रिक बसों की सुरक्षा और नियमित तकनीकी जांच की जरूरत को उजागर कर दिया है। विशेषज्ञों का कहना है कि खासकर लंबी दूरी की यात्राओं में बैटरी की स्थिति, तापमान के नियंत्रण और वायरिंग की जांच अनिवार्य होनी चाहिए, ताकि इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।

    यह भी पढ़ें- खुशखबरी! शादी के बाद अब बेटी को ससुराल में भी मिलेगा राशन...नहीं कटवाना पड़ेगा राशन कार्ड से नाम