Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पैरामेडिकल के कारण नर्सिंग की काउंसलिंग भी अटकी, पढ़िए पूरी खबर

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Mon, 11 Nov 2019 05:10 PM (IST)

    पैरामेडिकल कोर्स की फीस निर्धारित न होने के कारण नर्सिंग की काउंसलिंग भी अटक गई है। प्रथम राउंड के प्रवेश पांच नवंबर को पूरे हो चुके हैं।

    पैरामेडिकल के कारण नर्सिंग की काउंसलिंग भी अटकी, पढ़िए पूरी खबर

    देहरादून, जेएनएन। प्रदेश में पैरामेडिकल कोर्स की फीस निर्धारित न होने के कारण नर्सिंग की काउंसलिंग भी अटक गई है। प्रथम राउंड के प्रवेश पांच नवंबर को पूरे हो चुके हैं। अब द्वितीय चरण की काउंसलिंग होनी है, पर काउंसलिंग बोर्ड अब तक कोई निर्णय नहीं ले सका है। वहीं, पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत 15 नवंबर तक द्वितीय राउंड का सीट आवंटन हो जाना चाहिए था। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    दरअसल, प्रदेश में नर्सिंग और पैरामेडिकल कोर्स के दाखिले पर इस साल जब तब अडंगा लगता रहा है। पहले 16 नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता अटकने की वजह से  काउंसिलिंग लंबे वक्त तक अटकी रही। प्रवेश परीक्षा का रिजल्ट जारी होने के तकरीबन एक माह बाद काउंसिलिंग शुरू हुई। एचएनबी चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय ने प्रथम चरण का सीट आवंटन किया, पर इस बार पैरामेडिकल को लेकर अडंगा लग गया। फीस निर्धारण न होने के कारण सीट आवंटन रोक दिया गया। 

    काउंसलिंग का द्वितीय चरण अब तक शुरू हो जाना चाहिए था, पर यह भी अब तक शुरू नहीं हो सका है। परीक्षा नियंत्रक प्रो. विजय जुयाल ने बताया कि पैरामेडिकल कोर्स का फीस निर्धारण अभी तक भी नहीं हुआ है। जब तक शुल्क तय नहीं होता सीट आवंटन कर पाना मुमकिन नहीं होगा। ऐसे में यह तय करना है कि काउंसलिंग किस तरह कराई जाए। एक विकल्प यह है कि पैरामेडिकल को अलग कर केवल नर्सिंग की ही काउंसलिंग करा दी जाए। क्या और किस तरह से करना है इसे लेकर सोमवार को एक महत्वपूर्ण बैठक बुलाई गई है। जिसमें काउंसिलिंग पर स्थिति स्पष्ट हो जाएगी।

    यह भी पढ़ें: दून में तैनात 102 शिक्षक चढ़ेंगे पहाड़, ऐसे शिक्षकों की सूची जारी 

    पैरामेडिकल को लेकर कम दिखा रुझान 

    एक तरफ जहां पैरामेडिकल कोर्स का सीट आवंटन रुका हुआ है, इसे लेकर अभ्यर्थियों का रुझान भी बहुत दिखा है। पैरामेडिकल की 302 सीटों के सापेक्ष पंजीकरण आधे भी नहीं हुए हैं। प्रथम चरण में केवल 118 अभ्यर्थियों ने ही पंजीकरण किया। इनमें भी सीट आवंटन 107 सीट पर ही हुआ। 

    यह भी पढ़ें: शिक्षा को सुधारने के लिए कई अहम संकल्प लिए, पढ़िए पूरी खबर