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    Containment Zone: कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर जिलाधिकारी तक के आदेश की अनदेखी

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Thu, 08 Oct 2020 12:03 PM (IST)

    Containment Zone अनलॉक के पांचवें चरण में बंदिशें लगभग खत्म हो चुकी हैं और कोरोना का ग्राफ निरंतर ऊपर चढ़ रहा है। वहीं तमाम सरकारी कार्मिक भी अब कोविड-19 की ड्यूटी को लेकर उतने संजीदा नहीं दिख रहे।

    तमाम सरकारी कार्मिक भी अब कोविड-19 की ड्यूटी को लेकर उतने संजीदा नहीं दिख रहे।

    देहरादून, जेएनएन। Containment Zone अनलॉक के पांचवें चरण में बंदिशें लगभग खत्म हो चुकी हैं और कोरोना का ग्राफ निरंतर ऊपर चढ़ रहा है। वहीं, तमाम सरकारी कार्मिक भी अब कोविड-19 की ड्यूटी को लेकर उतने संजीदा नहीं दिख रहे। खासकर कंटेनमेंट जोन बनाने को लेकर जिलाधिकारी तक के आदेश की अनदेखी की जाने लगी है। कुछ जगह कंटेनमेंट जोन के आदेश जारी होने के तीन-चार दिन बाद तक भी बल्लियां नहीं लगाई जा सकीं। ऐसे में कोरोना संक्रमितों या हाई रिस्क कॉन्टेक्ट के व्यक्तियों को बाहर घूमने की छूट मिल रही है। नाफरमानी की यह जानकारी दून रेजिडेंट्स वेलफेयर फ्रंट ने जिलाधिकारी को दी है।

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    जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि संबंधित उप जिलाधिकारी, स्वास्थ्य विभाग और संबंधित सभी एजेंसी को आदेश जारी होते ही उसका अनुपालन सुनिश्चित करने को कहा गया है। कंटेनमेंट जोन की व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) को दी गई है। उनसे रिपोर्ट तलब की जाएगी। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं कि जाएगी।

    बल्लियां लगाने की जिम्मेदारी लोनिवि की

    जिलाधिकारी जब किसी स्थल या आवास को कंटेनमेंट जोन घोषित करते हैं तो उसे बल्लियां लगाकर बंद करने की जिम्मेदारी लोनिवि की होती है। यह कार्य पुलिस के सहयोग से किया जाता है। विभागों में आपसी तालमेल न होने के चलते कंटेनमेंट जोन जैसे अति संवेदनशील मसले पर इस तरह की हीलाहवाली की बातें सामने आ रही हैं।

    निजी लैब रियल टाइम पर डाटा करें अपलोड: जिलाधिकारी

    जिलाधिकारी डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबंधित अधिकारियों को दिशा निर्देश जारी किए। साथ ही निजी लैब में लाल पैथोलॉजी कनिष्क चिकित्सालय, मैट्रो, अजीम प्रेमजी फांउडेशन के प्रबंधकों एवं चिकित्सकों को आइसीएमआर की गाइडलाइन के अुनसार रियल टाइम एंट्री करने को कहा। बुधवार को बैठक को संबोधित करते हुए जिलाधिकारी डॉ श्रीवास्तव मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि समस्त लैब प्रबंधकों/ चिकित्सकों से वार्ता कर आतिथि तक प्राप्त किए गए सैंपल की स्पष्ट रिपोर्ट उपलब्ध कराई जाए।

    यह भी निर्देश दिए गए कि सैंपल प्राप्त करते समय संबंधित व्यक्ति का स्पष्ट विवरण जैसे-मोबाइल नंबर घर का पूर्ण पता अंकित करवाया जाए। ताकि संबंधित व्यक्ति की निगरानी की जा सके। उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि कनटेंनमेंट जोन में प्राइमरी कान्टेक्ट (हाईरिस्क व्यक्तियों) के अनिवार्य सैंपल लिए जाएं। वहीं, आगामी त्यौहारों के दृष्टिगत सतर्क रहते हुए मास्क का उपयोग तथा शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने को कहा गया। दूसरी तरफ कोरोना संक्रमितों की मौत के मामले में डेथ ऑडिट की जांच कर स्पष्ट आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए।

    कंटेनमेंट जोन में बल्लियां लगाने में इस हुई देरी

    • ईसी रोड (मंदिर वाली गली): कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के करीब एक हफ्ते बाद कंटेनमेंट जोन बनाने की कार्रवाई की जा सकी।
    • जी-32 रेसकोर्स: 25 सितंबर को एक परिवार कोरोना पॉजिटिव आया था। वहीं, बल्ली लगाने का काम 30 सितंबर को किया गया।
    • आशीर्वाद एनक्लेव: पांच अक्टूबर को कंटेनमेंट जोन के आदेश किए गए थे, अब तक बल्ली लगाने की कार्रवाई नहीं कि गई।
    • फ्रेंड्स एनक्लेव (डिफेंस कॉलोनी): 23 सितंबर को जिलाधिकारी ने पाबंदी के आदेश किए थे और बल्ली लगाने का काम 29 सितंबर को किया गया।
    • रेसकोर्स वैली: 21 को कोरोना संक्रमण का पता चला और संबंधित फ्लैट के बाहर 25 सितंबर को स्टीकर लगाए गए।

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    आठ कंटेनमेंट जोन समाप्त, तीन बने

    दून में बुधवार को एक साथ आठ कंटेनमेंट जोन समाप्त किए गए। हालांकि, तीन नए जोन भी बनाए गए। अब जिले में कंटेनमेंट की कुल संख्या 64 से घटकर 59 रह गई है। जिलाधिकारी डॉ. आशीष श्रीवास्तव के आदेश के मुताबिक पार्क रोड निकट वंडरलैंड एकेडमी, 67 हेमकुंज कॉलोनी निकट आइएमए ब्लड बैंक चकराता रोड, एकता विहार लेन नम्बर-4 ग्राम आमवाला तरला, ऑर्डनेंस फैक्ट्री क्वार्टर रायपुर, ऑफिसर्स कॉलोनी रेसकोर्स मंदिर, 01 टीचर्स कालोनी गोविंदगढ़, मोहकमपुर कला (कालिका विहार) माजरीमाफी, इंजीनियर्स एनक्लेव में कोरोना के नए मामले सामने न आने के बाद यहां की पाबंदी हटा दी गई। उधर, संक्रमण के नए मामले सामने आने के बाद 72-डी नेशविला रोड, 12 जवाहर कालोनी गढी व तहसील विकासनगर में ग्राम भीमावाला के एक हिस्से को कंटेनमेंट जोन बनाया गया। अग्रिम आदेश तक यहां के लोग बाहरी क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।

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