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पत्नी कामना और भाई रिंकू की हत्या में चार्जशीट दाखिल Dehradun News

बुटीक संचालिका कामना रोहिला और रिंकू हत्याकांड में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया है।

By BhanuEdited By: Published: Fri, 13 Dec 2019 08:31 AM (IST)Updated: Fri, 13 Dec 2019 08:31 AM (IST)
पत्नी कामना और भाई रिंकू की हत्या में चार्जशीट दाखिल Dehradun News
पत्नी कामना और भाई रिंकू की हत्या में चार्जशीट दाखिल Dehradun News

देहरादून, जेएनएन। बुटीक संचालिका कामना रोहिला और रिंकू हत्याकांड में नेहरू कॉलोनी पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया है। पुलिस ने कामना के पति और रिंकू के भाई अशोक रोहिला और उसके दो दोस्तों समेत चार को आरोपित बनाया है। 

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कामना रोहिला की हत्या की साजिश उसके पति अशोक ने पूरे फिल्मी अंदाज में तैयार की थी। चार सितंबर को जब पुलिस ने इस हत्याकांड का पर्दाफाश किया तो कामना के साथ एक और शख्स की हत्या की बात सामने आई। पता चला कि अशोक अपने बुआ के लड़के रिंकू को भी मौत के घाट उतार चुका है।

पुलिस की तफ्तीश में जो बातें निकल कर सामने आई, उसके अनुसार घटनाक्रम काफी हैरान करने वाले निकला। अशोक और कामना दोनों के ही विवाहेत्तर संबंध थे। अशोक एक साल से कामना को रास्ते से हटाने की योजना बना रहा था। योजना के बारे में उसने अपने स्कूल के दिनों के दोस्त दीपक उसके भाई गौरव और परवेज निवासी सरधना मेरठ को बताया। 

तय हुआ कि पहले रिंकू का कत्ल किया जाए और बाद में कामना की हत्या कर आरोप रिंकू पर मढ़ देंगे। रिंकू मिलेगा ही नहीं तो कामना की हत्या का सच भी कभी सामने नहीं आएगा। 

रिंकू तीन नवंबर 2018 को अशोक की जन्मदिन में पार्टी में शामिल होने आया। दीपक, गौरव और परवेज भी आए। योजना के तहत चार नवंबर को अशोक ने रिंकू को अपने दोस्तों के साथ यह कहकर राजस्थान भेजा कि वहां उसे नौकरी दिला देगा। इस बहाने रिंकू को लेकर जाकर दीपक, गौरव और परवेज ने राजस्थान में रिंकू की गला घोंटकर हत्या कर दी और चुरू में शव को झाड़ियों में छिपा दिया। 

रिंकू की हत्या के बाद अशोक की आधी योजना बिना किसी अड़चन के पूरी हो चुकी थी। अब बारी कामना की थी। कामना की हत्या के लिए भी इन्हीं तीनों दोस्तों से बात की और दो लाख रुपये देने की बात की। गौरव ने कामना की हत्या की सुपारी ले ली। तय योजना के तहत 28 अगस्त को ही गौरव अशोक के घर आ गया, लेकिन उस दिन कामना के कुछ रिश्तेदार भी आ गए। 

इस वजह से उस दिन वारदात को अंजाम नहीं दे सका। 29 अगस्त को अशोक और कामना घर में अकेले थे। रात 11.30 बजे जब कामना बेडरूम में सोने चली गई तो गौरव ने कामना को गोली मार दी। इसके बाद गौरव वहां से अशोक की कार लेकर फरार हो गया। 

खुद पर भी अशोक ने कराया था फायर

गौरव ने जब कामना की गोली मार कर हत्या कर दी तो अशोक ने उससे कहा कि वह उसे भी पेट में गोली मार दे। गौरव ने ऐसा ही किया। इसके पीछे अशोक की मंशा थी कि वह पुलिस को यह कह कर गुमराह कर देगा कि लुटेरों ने उसकी पत्नी को गोली मारने के बाद उसे भी निशाना बनाया, लेकिन पुलिस की तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर हुई विवेचना में अशोक अपने ही बुने जाल में फंस गया।

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घर से बरामद हुई थी पिस्टल

हत्याकांड क  बाद घटना में प्रयुक्त पिस्टल अशोक के धर्मपुर स्थित घर से बरामद हो गई थी। वारदात के बाद अशोक ने पिस्टल को बाथरूम में छिपा दी थी।

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