Uttarakhand scholarship scam: दून बिजनेस स्कूल के संचालक पर मुकदमा Dehradun News
अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में दो करोड़ 31 लाख रुपये के गबन के मामले में एसआइटी ने दून बिजनेस स्कूल सेलाकुई के संचालक पर भी मुकदमा दर्ज करा दिया।
देहरादून, जेएनएन। समाज कल्याण विभाग की ओर से अनुसूचित जाति-जनजाति के छात्रों को मिलने वाली छात्रवृत्ति में दो करोड़ 31 लाख रुपये के गबन के मामले में एसआइटी ने दून बिजनेस स्कूल, सेलाकुई के संचालक पर भी मुकदमा दर्ज करा दिया। सूबे के चर्चित घोटाले में एसआइटी अब तक 51 मुकदमे दर्ज करा चुकी है और तीस से अधिक घोटालेबाजों को जेल भेजा जा चुका है।
नैनीताल हाईकोर्ट के आदेश पर गठित एसआइटी के सदस्य एसआइ मनोहर लाल जखमोला की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है। आरोप है कि संस्थान ने शैक्षणिक सत्र 2011-12 से लेकर 2016-17 तक के मध्य सैकड़ों की संख्या में छात्रों का फर्जी प्रवेश दिखाकर छात्रवृत्ति के करीब सवा दो करोड़ रुपये का गबन कर लिया।
इस संस्थान के दस्तावेजों से एमबीए के 28 छात्रों का सत्यापन किया गया तो कई ने बताया कि वह इस संस्थान को जानते तक नहीं हैं। कुछ ने बताया कि एक बार उन्हें बस में बैठाकर संस्थान में ले जाया गया था। यहां एक प्रश्न-पत्र दिया गया, लेकिन इसके बाद वह कभी संस्थान नहीं गए। वहीं, पीजीडीएम के 22 छात्रों के सत्यापन में पाया गया कि वह कुछ ही दिन संस्थान में गए थे, लेकिन इसके बाद उन्हें कभी नहीं बुलाया गया।
छात्रवृत्ति को कब कितना मिला बजट
- शैक्षणिक सत्र 2011-12 में अनुसूचित जाति-जनजाति के 26 छात्रों के लिए 31 लाख 25 हजार दो सौ अस्सी रुपये।
- शैक्षणिक सत्र 2012-13 अनुसूचित जाति-जनजाति के 67 छात्रों के लिए एक करोड़ 75 हजार एक सौ रुपये।
- शैक्षणिक सत्र 2013-14 अनुसूचित जाति-जनजाति के 69 छात्रों के लिए 62 लाख आठ हजार नौ सौ रुपये।
- शैक्षणिक सत्र 2014-15 अनुसूचित जाति-जनजाति के 34 छात्रों के लिए तीस लाख 87 हजार आठ सौ रुपये।
- शैक्षणिक सत्र 2015-16 अनुसूचित जाति-जनजाति के एक छात्र के लिए साठ हजार रुपये।