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आइएमए के इतिहास में जुड़ेगा एक नया अध्याय, अफसर बनने के बाद घर नहीं; सीधे यूनिट में जाएंगे कैडेट

पीपिंग सेरेमनी के बाद अकादमी में पहली बार जेंटलमैन कैडेटों को प्रथम पग से भी गुजरना होगा। इस बार अफसर बनने के बाद कैडेट घर नहीं बल्कि सीधे अपनी-अपनी यूनिट में जाएंगे।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Fri, 12 Jun 2020 08:39 AM (IST)Updated: Fri, 12 Jun 2020 08:39 AM (IST)
आइएमए के इतिहास में जुड़ेगा एक नया अध्याय, अफसर बनने के बाद घर नहीं; सीधे यूनिट में जाएंगे कैडेट
आइएमए के इतिहास में जुड़ेगा एक नया अध्याय, अफसर बनने के बाद घर नहीं; सीधे यूनिट में जाएंगे कैडेट

देहरादून, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के चलते जहां इस बार भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) की वर्षों पुरानी कई परंपराएं बदलने जा रही हैं। साथ ही कुछ नई परंपराओं की नींव भी पड़ेगी। हर बार पासिंग आउट परेड के बाद कैडेट 'अंतिम पग' पार कर भारत मां की सेवा में अग्रसर होते हैं, लेकिन इस बार अकादमी के इतिहास में एक नया अध्याय जुड़ने जा रहा है। पीपिंग सेरेमनी के बाद अकादमी में पहली बार जेंटलमैन कैडेटों को 'प्रथम पग' से भी गुजरना होगा। ऐसा इसलिए कि इस बार अफसर बनने के बाद कैडेट घर नहीं बल्कि सीधे अपनी-अपनी यूनिट में जाएंगे।

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इस बार आइएमए की पासिंग आउट परेड का स्वरूप भव्य नहीं बल्कि रस्म अदायगी तक सीमित रहेगा। जेंटलमैन कैडेटों के अभिभावक और रिश्तेदार परेड में शिरकत नहीं करेंगे। अन्य लोगों की संख्या भी सीमित रखी जाएगी। एक तरफ जहां कैडेट मास्क लगाकर कदमताल करेंगे, वहीं हर स्तर पर शारीरिक दूरी का भी पालन किया जाएगा। कसम परेड के बाद कैडेटों के कंधों पर सितारे स्वजन ही लगाते थे, लेकिन ये पहला मौका है, जब यह जिम्मेदारी उनके गुरुजन निभाएंगे।

कोरोना के मोर्चे पर आइएमए तैयार

आपातकाल में जब सब थम जाता है, तब भी सेना अपने कदम नहीं रोकती। भारतीय सैन्य अकादमी इसकी मिसाल है। जहां कोरोना के मोर्चे पर भी कदम-कदम पर पुख्ता व्यवस्था की गई है। कोरोनाकाल में आइएमए ने एक तरफ अपने काम करने के तरीके को बदला, वहीं हर स्तर पर एहतियात भी बढ़ाई है। अकादमी में एक ऐसी मशीन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसके होते कोरोना भीतर नहीं घुस सकता।

थ्री लेयर सिक्योरिटी वाली इस मशीन में पहले बॉक्स में बिना किसी सामान को हाथ लगाए शख्स के पूरे शरीर को सैनिटाइज किया जाता है। हूटर बजने के बाद शख्स को दूसरे बॉक्स में जाना होता है। जहां उस शख्स के मोबाइल या दूसरे सभी सामानों को अल्ट्रावायलेट किरणों से गुजरना होता है। इसके बाद तीसरे चरण में 45 डिग्री से ज्यादा तापमान वाले बॉक्स में रहना होता है। इन प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद ही किसी को आइएमए में प्रवेश दिया जाता है।

आइएमए के पास कल दो घंटे जीरो जोन

आइएमए में 13 जून को होने वाली पासिंग आउट परेड के लिए पुलिस ने नया ट्रैफिक प्लान जारी किया है। इस प्लान के तहत आइएमए के आसपास सुबह सात बजे से नौ बजे तक जीरो जोन रहेगा। इस दौरान यहां सभी प्रकार के वाहनों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। पुलिस ने इसके लिए डायवर्ट रूट प्लान जारी किया है। लोगों से इसी ट्रैफिक प्लान के अनुसार घर से निकलने की अपील की है।

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यह रहेगा यातायात प्लान

  • बल्लूपुर से आने वाले वाहन रांगड़वाला चौकी आइएमए के पास से डायवर्ट कर मिट्ठी बेहड़ी से प्रेमनगर की भेजे जाएंगे।
  • प्रेमनगर से आने वाले वाहनों को एमटी सेक्शन गेट की ओर डायवर्ट कर रांगड़वाला बैरियर की ओर भेजा जाएगा।
  • विकासनगर की ओर से आने वाले भारी वाहनों को धूलकोट तिराहे से सिंघनीवाला की तरफ डायवर्ट किया जाएगा। यह ट्रैफिक धर्मावाला चौक से शिमला बाइपास होते हुए शहर की ओर आ सकेगा।
  • देहरादून से हरबर्टपुर होते हुए दिल्ली जाने वाले भारी वाहनों को शिमला बाइपास से डायवर्ट कर धर्मावाला की तरफ भेजा जाएगा।
  • देहरादून की ओर से विकासनगर जाने वाले समस्त वाहनों को कमला पैलेस से शिमला बाइपास की ओर निकाला जाएगा। उक्त वाहन शिमला बाइपास से विकासनगर की ओर जा सकेंगे।
  • समस्त भारी वाहनों को हरबर्टपुर, शिमला बाइपास चौक तथा बल्लूपुर चौक से जीएमएस रोड की ओर डायवर्ट किया जाएगा।

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