Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आइएमए कैडेटों को मिला काबिलियत का इनाम, सैन्य अफसर बनने से हैं महज कुछ कदम दूर

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Wed, 10 Jun 2020 09:50 PM (IST)

    आइएमए)में कड़े प्रशिक्षण के बाद सैन्य अफसर बनने से महज कुछ कदम दूर जेंटलमैन कैडेटों को उनकी काबिलियत का इनाम मिला। ...और पढ़ें

    Hero Image
    आइएमए कैडेटों को मिला काबिलियत का इनाम, सैन्य अफसर बनने से हैं महज कुछ कदम दूर

    देहरादून, जेएनएन। भारतीय सैन्य अकादमी (आइएमए) में कड़े प्रशिक्षण के बाद सैन्य अफसर बनने से महज कुछ कदम दूर जेंटलमैन कैडेटों को उनकी काबिलियत का इनाम मिला। मौका था अवॉर्ड सेरेमनी का, जिसमें कैडेटों को व्यक्तिगत उत्कृष्टता, रोलिंग ट्रॉफीज से नवाजा गया। अकादमी के कमांडेंट लेफ्टिनेंट जनरल जेएस नेगी ने भावी अफसरों को देश की आन, बान और शान की रक्षा का मूलमंत्र दिया। इस दौरान कोरोना संक्रमण के मद्देनजर शारीरिक दूरी के नियमों का पूरा पालन किया गया। अकादमी के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी से लेकर कैडेट तक मास्क पहने दिखे। सभागार में हर व्यक्ति एक निश्चित दूरी बनाकर रहा। 

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आइएमए के खेत्रपाल सभागार में आयोजित समारोह में कमांडेंट ने कहा कि देश प्रत्येक युवा अधिकारी से तत्परता, दृढ़ता, फरमाबरदारी और वफादारी की उम्मीद रखता है। उन्होंने कहा कि नेतृत्व क्षमता कई गुणों का सममिश्रण है। इसमें आत्मविश्वास, नैतिकता, आत्म बलिदान, निष्पक्षता, पहलकदमी, निर्णय, साहस और गरिमा महत्वपूर्ण है। पदक विजेताओं को संबोधित करते उन्होंने कहा कि एक अधिकारी के लिए यह जरूरी है कि वह निष्पक्षता और खेल भावना के साथ प्रतिस्पर्धात्मक प्रवृत्ति बनाए रखे।

    कमांडेंट ने कहा कि एक टीम के रूप में जीतने और उत्कृष्टता हासिल करने की प्रबल इच्छा हमेशा व्यक्ति में होनी चाहिए। युद्ध एक सामूहिक प्रयास व टीम भावना होती है और युद्ध में कोई उपविजेता नहीं होता। उन्होंने कैडेटों की सराहना करते हुए कहा, कोरोनाकाल की तमाम चुनौतियों के बावजूद वह प्रशिक्षण के उच्च मानकों पर खरे उतरे हैं। उन्होंने कैडेटों के माता-पिता को उनकी ताकत बताया। 

    इंस्ट्रक्टर भी हुए सम्मानित

    आइएमए की अवॉर्ड सेरेमनी में इंस्ट्रक्टर भी सम्मानित किए गए। इंस्ट्रक्टर ही कैडेट्स को अकादमी में प्रशिक्षित करते हैं। इनके प्रशिक्षण से ही देश की सेनाओं को जांबाज अफसर मिलते हैं।

    विदेशी कैडेटों को व्यक्तिगत उत्कृष्टता सम्मान

    आइएमए अवार्ड सेरेमनी में विदेशी कैडेट्स को व्यक्तिगत उत्कृष्टता के लिए सम्मानित किया गया। भारतीय कैडेटों की तर्ज पर ही उन्हें भी प्रशिक्षण में अपनी काबिलियत का इनाम मिला।

    अनुशासित रहने का मिला पुरस्कार

    आइएमए में प्रशिक्षण के दौरान कैडेट तमाम तरह की गलतियां भी करते हैं, जिसका उन्हें दंड भी मिलता है। पर ऐसे भी कैडेट हैं, जिन्हें पूरे टर्म में एक बार भी सजा नहीं मिली। इन कैडेटों को भी पुरस्कार से नवाजा गया।

    व्यक्तिगत उत्कृष्टता का सम्मान 

    मेडल-उत्कृष्टता-कैडेट 

    पैराशूट रेजीमेंट मेडल-धैर्य और शारीरिक दृढ़ता-सौरभ गुप्ता 

    9 जीआर मेडल-मिलिट्री स्टडीज-अभय कुमार बांका

    सिख रेजीमेंट सिल्वर मेडल-खेल-आकाशदीप सिंह ढिल्लो

    मराठा लाइ मेडल-पीटी-सक्षम राणा 

    राजपूत रेजीमेंट सिल्वर मेडल-एकेडमिक्स-सुमित सांगवान 

    सिख लाइ सिल्वर मेडल-टर्नआउट एंड ड्रिल-अजय सिंह डफोटी

    कॉप्र्स ऑफ सिग्नल्स मेडल-विज्ञान और युद्ध कौशल-दिग्विजय सिंह शेखावत 

    राजपुताना राइफल मेडल-नीतिगत दक्षता-अर्पित गर्ग 

    ब्रिगेड ऑफ द गार्डस मेडल-सर्विस सब्जेक्ट-शिव कुमार सिंह चौहान 

    जाट रेजीमेंट सिल्वर मेडल-ओक्यू-संदीप कोरांगा

    5 जीआर मेडल-बेस्ट शॉट इन एलएमजी-विनय मन्हास 

    8 जीआर मेडल- वेपन ट्रेनिंग-अर्पित गर्ग 

    बुक प्राइज 

    अवार्ड-कैडेट 

    जर्नलिज्म क्लब-राहुल यादव 

    एकेडमिक्स-शिव कुमार सिंह चौहान 

    रोलिंग ट्रॉफी (व्यक्तिगत)

    ट्रॉफी-उत्कृष्टता-कैडेट

    ग्रेनेडियर्स ट्रॉफी- इंसास राइफल-डी उमा महेश 

    मोटीवेशन ट्रॉफी-मोस्ट मोटिवेटेड-आकाशदीप सिंह ढिल्लो

    राजा ऑफ फरीदकोट ट्राफी-बेस्ट इन इंसास एलएमजी-शिव कुमार सिंह चौहान 

    मेजर शैतान सिंह ट्रॉफी-बेस्ट इन वैपन ट्रेनिंग-बंकर शंकर उत्तमराव 

    डक्कन होर्स ट्रॉफी-बेस्ट राइडर-ओंकार दलवी 

    8वां कोर्स रीयूनियन ट्रॉफी-बेस्ट इन आइटी-लक्ष्य अहलावत

    रोलिंग ट्रॉफी (कंपनी) 

    सर अलविन एजरा ट्रॉफी-फर्स्ट इन वैपन ट्रेनिंग-कोहिमा

    द नवाब ऑफ जोरा ट्रॉफी- सेकेंड इन वैपन ट्रेनिंग-नौशेरा 

    इंटर कंपनी फिजिकल ट्रेनिंग कप-फर्स्ट इन फिजिकल ट्रेनिंग-सिंहगढ़

    3वीं गोरखा रेजीमेंट ट्रॉफी-सेकेंड इन फिजिकल ट्रेनिंग-जैसोर

    बर्मा आर्मी ट्रॉफी-फर्स्ट इन स्पोर्ट्स-पुंछ और डोगराई

    एयर चीफ मार्शल दिलबाग सिंह ट्रॉफी-सेकेंड इन स्पोर्ट्स-चुशुल

    सेंट्रल इंडियन होर्स ट्रॉफी- फर्स्ट इन इक्वेस्ट्रीअन-जैसोर

    पीबीजी ट्रॉफी- सेंकेंड इन इक्वेस्ट्रीअन-अलामिन

    गवर्नर ऑफ उत्तराखंड ट्रॉफी-फर्स्ट इन एकेडमिक्स- केरन

    एडीजी एइ ट्रॉफी-सेकेंड इन एकेडमिक्स-बसंतर 

    कुमाऊं ट्रॉफी-फर्स्ट इन इंटर कंपनी चैम्पियनशिप-अलामिन और सिंहगढ़ 

    चीफ ऑफ नेवल स्टाफ ट्रॉफी-फर्स्ट इन प्रोफेशनल कंप्टीशन-अलामिन

    यह भी पढ़ें: कोरोना ने बदली भारतीय सैन्य अकादमी की परम्पराएं, पीओपी के बाद नए युवा अफसरों को नहीं मिलेगी छुट्टी

    बैनर 

    आर्मी कमांडर आरट्रैक बैनर-सेकेंड इन इंटर कंपनी चैम्पियनशिप-डोगराई कंपनी 

    कमांडेंट बैनर-फर्स्ट इन इंटर बटालियन चैम्पियनशिप-थिमय्या बटालियन

    यह भी पढ़ें: देहरादून में भारतीय सैन्य अकादमी की पीओपी के चलते डायवर्ड रहेगा रूट, जानिए