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    कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत एम्‍स ऋषिकेश से डिस्चार्ज

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Tue, 16 Jun 2020 10:09 PM (IST)

    उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत को मंगलवार को एम्स ऋषिकेश से घर भेज दिया गया। ...और पढ़ें

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    कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत एम्‍स ऋषिकेश से डिस्चार्ज

    ऋषिकेश, जेएनएन। उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत को मंगलवार को एम्स ऋषिकेश से डिस्चार्ज कर  होम आइसोलेशन के लिए घर भेज दिया गया है। कोरोना वायरस संक्रमण की पुष्टि होने पर उन्हें 31 मई को एम्स में भर्ती किया गया था।

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    काबीना मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी अमृता रावत सहित उनके दो पुत्र, दो बहुओं और एक पौत्र को कोरोना संक्रमण  रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर बीते 31 मई को एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। इनके पांच स्वजन एसिम्टोमेटिक थे। जिस पर उन्हें 10 जून को एम्स से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

    एम्स के डीन हॉस्पिटल (प्रशासन) प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज और उनकी पत्नी को मंगलवार शाम पांच बजे डिस्चार्ज कर होम आइसोलेशन के लिए घर भेज दिया गया है। एम्स के कोविड नोडल अधिकारी डॉ. मधुर उनियाल ने बताया कि उन्हें यहां 17 दिन पूरे हो गए हैं। इस बीच उनकी हालत में सुधार हुआ है। उनका उपचार कर रहे सभी चिकित्सकों की सलाह के पश्चात उन्हें नई गाइडलाइन के मुताबिक डिस्चार्ज किया गया है। 

    कैबिनेट मंत्री महाराज की नर्सरी में माली की मौत

    कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की नर्सरी में एक 75 वर्षीय माली की मौत हो गई है। शख्स पहले कोरोना पॉजिटिव आया था और दस जून को अस्पताल ठीक होकर नर्सरी आया था। बताया जा रहा कि माली नर्सरी में ही रहता था। रायपुर थाना क्षेत्र के नेहरू ग्राम स्थित कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की नर्सरी में बुजुर्ग की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए दून अस्पताल ले जाने कब लिए एम्बुलेंस का इंतजार किया जा रहा है।

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    कोरोना के खतरे के देखते हुए पुलिस ने शव को हाथ नहीं लगाया है। एसओ अमरजीत सिंह रावत ने बताया कि सुबह माली के साथियों ने सूचना दी थी कि नर्सरी में रहने वाला माली फोन नहीं उठा रहा है। ऐसे में जांच के लिए चीता पुलिस को भेजा गया। उन्होंने भी बाहर से काफी आवाज लगाई, लेकिन माली ने फोन नहीं उठाया। बताया जा रहा है कि रतन बहादुर वह सिक्किम का रहने वाला है। वह मोहकमपुर स्थिति ब्रह्म वाटिका नर्सरी में माली का काम करता था।

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