उत्तराखंड: बारिश से बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे बाधित, यात्री फंसे
गढ़वाल मंडल में बीती रात से हो रही बारिश के कारण चमोली जिले में बदरीनाथ और केदारनाथ हाईवे पर रविवार रात 12 बजे बाधित हो गए। इससे तीर्थयात्री रास्ते में फंस गए।
देहरादून, [जेएनएन]: उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से चारधाम यात्रा प्रभावित। बदरीनाथ राजमार्ग विभिन्न स्थानों पर मलबा आने के कारण बाधित, यात्रियों को ऐहतियात बदरीनाथ, जोशीमठ व पांडुकेश्वर में रोका। वहीं, उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे ओजरी, स्यालना, तुनाल्का के पास और रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ हाईवे गौरीकुंड के पास रात में मलबा आने से बाधित हो गया। परिणामस्वरूप जगह-जगह यात्री फंसे हुए हैं। उधर, मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में भी राज्य में बारिश के साथ ही रुद्रप्रयाग व चमोली के साथ ही कुमाऊं मंडल में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की है।
बारिश से चारधाम यात्रा मार्गों पर भूस्खलन के चलते इनके बंद होने का क्रम जारी है। वहीं, बागेश्वर जिले में भूस्खलन के चलते गिरे पत्थरों की चपेट में आकर एक किशोरी की मौत हो गई। पिथौरागढ़ में टनकपुर-तवाघाट हाईवे बंद होने से आदिकैलास यात्रा से लौट रहा दल रास्ते में फंस गया है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार रविवार को देहरादून, पौड़ी, टिहरी व हरिद्वार जिलों में भी मानसून ने अपने आगोश में लिया। इसके साथ ही अब मानसून पूरे राज्य में पसर चुका है। उन्होंने बताया कि मानसून की शुरुआत में कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होती है। इसे देखते हुए सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
कुमाऊं मंडल में भी पिथौरागढ़, बागेश्वर व चंपावत जिलों में मलबा आने से छह मार्ग बंद हैं। पिथौरागढ़ के बलधार के पास चट्टान खिसकने से टनकपुर-तवाघाट हाईवे बंद होने से वहां आदि कैलास यात्रा (पिथौरागढ़) से लौट रहा 33 यात्रियों का दल भी फंस गया है। दल में दिल्ली व महाराष्ट्र के आठ-आठ, उत्तराखंड के दो, तमिलनाडु के चार, राजस्थान के पांच व गुजरात के छह यात्री हैं। उधर, बागेश्वर जिले के कनोली गांव के जंगल में बारिश के दौरान पहाड़ी से गिरे पत्थरों की चपेट में आकर किशोरी की मौत हो गई। वह घास लेने पास के जंगल में गई थी।
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