स्मार्ट फोन का बहिष्कार करेंगी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, जानिए वजह
आंगनबाड़ी केंद्रों में कामकाज को ऑनलाइन करने के मकसद से शुरू होने वाली स्मार्ट फोन योजना का आंगनबाड़ी संगठन ने विरोध शुरू कर दिया है।
देहरादून, जेएनएन। आंगनबाड़ी केंद्रों में कामकाज को ऑनलाइन करने के मकसद से शुरू होने वाली स्मार्ट फोन योजना का आंगनबाड़ी संगठन ने विरोध शुरू कर दिया है। संगठन ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाएं कम पढ़ी-लिखी हैं, ऐसे में जबरन स्मार्ट फोन थमाना मानसिक उत्पीड़न से कम नहीं होगा। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता विभाग से स्मार्ट फोन स्वीकार नहीं करेंगी।
उत्तरांचल आंगनबाड़ी कर्मचारी संगठन की प्रदेश महामंत्री सुशीला खत्री ने कहा कि महिला सशक्तीकरण एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को स्मार्ट फोन का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। विभाग की ओर से चार जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को स्मार्ट फोन देने की योजना है। जिसमें आंगनबाड़ी केंद्रों में रजिस्टर पर कामकाज बंद किया जाना है।
इसमें केंद्रों का समस्त कार्य स्मार्ट फोन के माध्यम से ऑनलाइन होगा। ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिकाएं पढ़ी-लिखी नहीं हैं। उन्हें सामान्य मोबाइल चलाना भी नहीं आता है, ऐसे में उनसे स्मार्ट फोन चलाना संभव नहीं है। कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कार्यकर्ता मानसिक तनाव में आ गई हैं। संगठन इसका पुरजोर विरोध करेगा। इस संबंध में राज्य मंत्री रेखा आर्य को भी अवगत कराया जाएगा।
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