Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बदरीनाथ धाम में पूजा के बाद किए वेद पुराण भंडार में जमा

    By sunil negiEdited By:
    Updated: Tue, 15 Nov 2016 09:12 AM (IST)

    भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तीसरे दिन वेद पुराण की पूजा-अर्चना करने के बाद इस वर्ष के लिए बंद कर दी गई हैं।

    Hero Image

    गोपेश्वर, [जेएनएन]: भगवान बदरी विशाल के कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तीसरे दिन खड़ग पुस्तक अर्थात वेद पुराण की पूजा-अर्चना करने के बाद इस वर्ष के लिए बंद कर दी गई हैं।

    बदरीनाथ मंदिर में सायंकालीन पूजाओं के दौरान खड़ग पुस्तक की पूजा-अर्चना की गई। इन्हीं पुस्तकों के आधार पर भगवान बदरी विशाल की छह माह की सभी छह पूजाएं संपन्न की जाती हैं। अब कपाट बंद होने के मात्र दो दिन शेष रहने से पूर्व हर वर्ष की तरह पौराणिक धार्मिक विधि विधानों के साथ खड़ग पूस्तक की पूजा-अर्चना करने के बाद शीतकाल के लिए भंडार में जमा कर दी गई है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    पढ़ें: यहां गिरा था देवी सती का सिर, देवी के दर्शन मात्र से दुख होते दूर

    अब दो दिनों तक विद्वानों द्वारा बिना वेद पुराणों के ही भगवान बदरी विशाल की पूजा अर्चना अपने ज्ञान के आधार पर की जाएगी। इस दौरान मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, वेदपाठी सत्य प्रसाद चमोला, राधाकृष्ण वैष्णव, टैंपल अधिकारी भूपेंद्र मैठाणी समेत कई लोग मौजूद थे।

    पढ़ें:-गणेश मंदिर बंद के साथ ही बदरीनाथ के कपाट बंद की प्रक्रिया शुरू

    पढ़ें:-शीतकाल के लिए तृतीय केदार के दर्शन अब मक्कूमठ में

    पढ़ें: सुबह बालिका, दिन में युवा और शाम को वृद्धा के रूप में दर्शन देती हैं मां धारी देवी