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coronavirus से जंग को मैदान में ग्रामीण, बिना स्वास्थ्य जांच के बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित

रामणी गांव के ग्रामीण स्वयं गांव के प्रहरी बन गए। यहां होम क्वारंटाइन किए बाहर से आए गांव के लोगों पर ग्रामीणों की सतर्कता टीम ही नजर रख रही है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Sat, 25 Apr 2020 05:20 PM (IST)Updated: Sat, 25 Apr 2020 05:20 PM (IST)
coronavirus से जंग को मैदान में ग्रामीण, बिना स्वास्थ्य जांच के बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित
coronavirus से जंग को मैदान में ग्रामीण, बिना स्वास्थ्य जांच के बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित

गोपेश्वर(चमोली), जेएनएन। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव को चमोली जिले के दूरस्थ घाट विकासखंड के रामणी गांव के ग्रामीण स्वयं गांव के प्रहरी बन गए। यहां होम क्वारंटाइन किए बाहर से आए गांव के लोगों पर ग्रामीणों की सतर्कता टीम ही नजर रख रही है। बिना स्वास्थ्य जांच के बाहरी लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित है। गांव के बाहर से कोई अगर गांव में आना चाहे तो उसे भी स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही गांव में आने दिया जा रहा है।

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कोरोना संक्रमण के प्रदेश में पांव पसारते ही ग्रामीणों ने जागरूकता का परिचय दिया। इस दौरान बाहर से गांव पहुंचने वाले ग्रामीणों को स्वास्थ्य टीम के पास ले जाकर पहले जांच फिर गांव में स्वागत किया। रामणी के युवा ग्राम प्रधान सूरज सिंह पंवार ने बताया कि गांव की आबादी करीब एक हजार से अधिक है। पांच सौ लोग रोजगार के लिए गांव से बाहर रहते हैं। लॉकडाउन के बाद मैदानी क्षेत्रों से लोगों का गांव आना स्वाभाविक था। ग्रामीणों ने भी उन्हें घर आने के लिए प्रेरित किया, लेकिन, ग्रामीणों ने बाहर से आए व्यक्ति का पहले स्वास्थ्य परीक्षण कराया। फिर उन्हें गांव में आने की इजाजत दी।

प्रशासन का किया पूरा सहयोग 

लॉकडाउन के दौरान बाहरी राज्यों से रामणी आए 16 ऐसे लोग थे, जिन्हें प्रशासन ने जांच के बाद होम क्वारंटाइन किया था। इन्हें 14 दिन बीत जाने पर स्वास्थ्य परीक्षण के बाद ही घर से बाहर निकलने दिया गया। ग्राम प्रधान ने प्रतिदिन ऐसे लोगों की दिनचर्या की रिपोर्ट बनाकर प्रशासन को दी गई। बिना जांच व सेनिटाइजेशन के गांव में सब्जी आदि बेचने के लिए भी बाहरी लोग नहीं आए। ग्रामीणों ने स्वयं गांव के वाहन से ही घाट बाजार से 32 किमी दूर रामणी गांव तक खाद्यान्न और सब्जियां, अन्य जरूरी सामान मंगाया। 

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रामणी गांव के प्रधान सूरज सिंह पंवार ने बताया कि यह सतर्कता उन सबके बचाव के लिए थी। गांव में सेनिटाइजर के साथ सभी लोग मास्क लगाकर व शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कर रहे हैं। हालांकि दूरस्थ क्षेत्र के इस गांव में कोरोना संक्रमण का मामला नहीं पाया गया। लेकिन, एक लापरवाही पूरे गांव को मुसीबत में डाल सकती है।

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