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    उत्तराखंड के चमोली में भालू से भिड़ गया 11 साल का छात्र... बचाई साथी की जान, स्कूल जाते समय किया था हमला

    Updated: Sat, 20 Dec 2025 05:35 PM (IST)

    उत्तराखंड के चमोली जिले के पोखरी में एक 11 वर्षीय छात्र देवेश पर भालू ने हमला कर दिया। उसके दोस्त पंकेश ने बहादुरी दिखाते हुए भालू पर पत्थर फेंके और श ...और पढ़ें

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    पोखरी में भालू के हमले में घायल छात्र जख्म दिखाता हुआ। वहीं, सीएचसी में उपचार करते स्वास्थ्य कर्मी।

    संवाद सूत्र जागरण पोखरी (चमोली): उत्तराखंड के चमोली जिले के पोखरी ब्लाक में कक्षा सात के एक छात्र ने साहस और हिम्मत की मिसाल पेश की। शनिवार सुबह स्कूल जा रहे छात्र देवेश पर झाड़ियों में छिपे भालू ने अचानक हमला कर दिया।

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    साहस का दिया परिचय

    यह देख साथ चल रहे साथी पंकेश ने साहस का परिचय दिया। उसने भालू पर तेजी से पत्थर फेंके और शोर मचाया, जिससे भालू वहां से भाग गया। घायल देवेश को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया गया।

    घटना शनिवार सुबह की 

    घटना शनिवार सुबह करीब पौने नौ बजे की है। पोखरी ब्लाक के कैलब से हरिशंकर जूनियर हाईस्कूल जाते समय कैलब गांव का कक्षा सात में पड़ने वाला छात्र देवेश अपने अन्य साथी पंकेश के साथ स्कूल जा रहा था।

    भालू ने किया अचानक हमला

    रास्ते में जैसे ही वे दोनों हरिशंकर आंगनबाड़ी के समीप पहुचें तो झाड़ियों में छिपे भालू ने देवेश पर हमला कर दिया। इतने में साथ में चल रहे पंकेश ने पत्थर से भालू पर हमला किया और शोर मचा कर भालू को भगा दिया। दोनों ने स्कूल की ओर भाग कर अपनी जान बचाई। भालू के हमले में देवेश के पैर में जख्म हो गए ।

    छात्र को अस्पताल पहुंचाया

    भालू के हमले में घायल छात्र के स्कूल में पहुंचते ही अध्यापक उपेंद्र सती ने अपने सहयोगी अध्यापक मनवर सिंह रावत को वाहन से घायल छात्र को पोखरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचाया। जहां प्रथमिक उपचार के बाद उसे घर भेज दिया। चिकित्सालय में तैनात डा. प्रियम गुप्ता ने बताया कि छात्र के दाहिने पैर पर खरोच आई है। प्राथमिक उपचार के बाद उस घर भेज दिया है।

    बना हुआ है भालू का आतंक

    हरिशंकर की प्रधान रिंकी चौधरी ने कहा कि ग्राम पंचायत हरिशंकर के ग्राम कैलब, हरिशंकर, गनियाला व किमखोली में गत एक माह से भालू का आतंक है। सुरक्षा के कोई उपाय न होने से स्कूली बच्चों व कास्तकारी करने वाली महिलाओं को हर समय खतरा बना हुआ है।

    • कुछ दिन पूर्व ग्राम गनियाला के छात्र-छात्राओं पर भी भालू ने हमला किया था।
    • छात्र-छात्राओं ने स्कूली बस्ता छोड़कर नीचे गांव की ओर भाग कर जान बचायी।

    उन्होंने कहा कि दिन तक अभिभावक बारी-बारी से छात्र-छात्राओं को स्कूल छोड़ने जाते है। प्रधान ने वन विभाग व प्रशासन से छात्र-छात्राओं को स्कूल आने-जाने तक लिए मानदेय पर ग्राम सभा में कुछ लोगो को लगाया जाने की मांग की है।

    घटनास्थल का निरीक्षण करने के निर्देश 

    केदारनाथ वन्य जीव प्रभाग रेंज नागनाथ के वन क्षेत्राधिकारी नवल किशोर नेगी ने बताया कि उन्होंने हरिशंकर विद्यालय के घायल छात्र को प्रथम उपचार के बाद अस्पताल से वन विभाग के कर्मचारियों के साथ घर भेज कर घटनास्थल का निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए है।

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