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    बागेश्वर : स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को ‘शहीद’ लिखने पर विवाद, सुधार न होने पर आंदोलन की चेतावनी

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 04:29 PM (IST)

    बागेश्वर में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के नामों के साथ 'शहीद' लिखने पर विवाद उत्पन्न हो गया है। लोगों ने इस गलत शब्द के प्रयोग पर आपत्ति जताई है और इसे सेनानियों का अपमान बताया है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल सुधार की मांग की है, अन्यथा आंदोलन की चेतावनी दी है।

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    स्वजन की आपत्ति, शिलापट संशोधन नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी। जागरण

    जागरण संवाददाता, बागेश्वर । दो वर्ष बीत जाने के बाद भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के गांव में उनके नाम के शिलापट स्थापित नहीं हो पाए थे। अब जब शिलापट गांव पहुंचे, तो पंचायती राज विभाग ने बड़ी चूक करते हुए स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को शहीद के रूप में दर्शा दिया। इस गंभीर त्रुटि पर सेनानी परिवारों ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। इसे तुरंत सुधारकर सम्मानजनक तरीके से शिलापट स्थापित करने की मांग की है।

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    चेतावनी दी है कि यदि त्रुटि जल्द नहीं सुधारी गई, तो वह आमरण अनशन करने को बाध्य होंगे तथा इसके लिए प्रशासन जिम्मेदार होगा। आजादी के अमृत महोत्सव के तहत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर देशभर में स्वतंत्रता सेनानियों तथा वीर सैनिकों-बलिदानियों के गांवों में शिलापट लगाए जाने थे। जनपद की हालिया उत्तराधिकारी संगठन बैठक में दूरस्थ क्षेत्रों में शिलापट न लगने का मुद्दा प्रमुखता से उठा, जिसके बाद विभाग हरकत में आया। 15 अगस्त 2023 तक शिलापट लग जाने थे, लेकिन कांडा तहसील के बगराटी गांव में यह दो दिन पूर्व ही पहुंचे।

    जारी शिलापट में गांव के दो स्वतंत्रता सेनानियों में पदम सिंह डसीला तथा त्रिलोक सिंह डसीला को शहीद दर्शाया गया है। इस पर स्वतंत्रता सेनानी पदम सिंह डसीला के पौत्र पंकज डसीला तथा हरीश डसीला ने कड़ी आपत्ति व्यक्त की है। शिकायत पर पंचायत राज अधिकारी ने शिलापट सुधारने की बात तो कही, लेकिन 1200-1500 रुपये खर्च आने की टिप्पणी से स्वजन भड़क उठे और इसे सरकारी धन का दुरुपयोग बताते हुए संबंधित अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करने की मांग की।

    उपजिलाधिकारी डा. ललित मोहन तिवारी ने बताया कि विभाग को स्पष्ट निर्देश जारी कर दिए गए हैं कि शिलापट में शहीद के स्थान पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का अंकन कर इसे तत्काल गांव में स्थापित किया जाए।

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