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    उत्तराखंड में रिटायर कैप्‍टन ने दी फ्री ट्रेनिंग, अग्निवीर भर्ती में सिलेक्‍ट हुए एक ही जिले के 55 से ज्‍यादा युवा

    Updated: Sat, 22 Nov 2025 03:32 PM (IST)

    बागेश्वर की यूथ इंडिया अकादमी ने एक बार फिर कमाल किया है। कैप्टन नारायण सिंह के मार्गदर्शन में, अकादमी के 55 से अधिक युवाओं का अग्निवीर भर्ती में चयन हुआ है। युवाओं ने अपनी सफलता का श्रेय कैप्टन के प्रशिक्षण और अपनी मेहनत को दिया। इस उपलब्धि से क्षेत्र में खुशी और गर्व का माहौल है। यह सीमित संसाधनों वाले पहाड़ी क्षेत्र के लिए एक ऐतिहासिक सफलता है।

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    सेवानिवृत्त कैप्टन नारायण सिंह के नेतृत्व में निश्शुल्क प्रशिक्षण का बड़ा परिणाम। जागरण

    जागरण संवाददाता, बागेश्वर । सैन्य भर्ती की तैयारी कर रही जिले की प्रतिष्ठित यूथ इंडिया अकादमी ने एक बार फिर अपनी उत्कृष्टता का प्रमाण दिया है। सेवानिवृत्त कैप्टन नारायण सिंह के निर्देशन में संचालित यह निश्शुल्क प्रशिक्षण संस्थान वर्ष 2017 से अब तक सैकड़ों युवाओं को सेना में भर्ती होने का सपना पूरा करा चुका है। इसी कड़ी में इस वर्ष आर्मी अग्निवीर भर्ती में अकादमी के 55 से अधिक युवाओं का फाइनल चयन हुआ है, जो जिले ही नहीं पूरे क्षेत्र के लिए गर्व की उपलब्धि है।

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    शनिवार को चयनित युवा जब अकादमी पहुंचे, तो मैदान में उत्साह, गर्व तथा उपलब्धि का अद्भुत माहौल नजर आया। युवाओं ने कैप्टन नारायण सिंह के साथ अपनी सफलता साझा की। कैप्टन ने इस उपलब्धि को युवाओं की कड़ी मेहनत तथा अनुशासन का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि पहाड़ का युवा हमेशा मेहनती तथा अनुशासित रहा है, बस उसे सही दिशा तथा अवसर की जरूरत होती है। उन्होंने यह भी कहा कि अग्निवीर भर्ती में बड़ी संख्या में चयन इस बात का प्रमाण है कि निरंतर कठिन परिश्रम तथा योग्य प्रशिक्षण से कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।

    ग्रामीण क्षेत्रों से आए चयनित युवाओं ने बताया कि अकादमी में सुबह से देर शाम तक चलने वाली दौड़, शारीरिक प्रशिक्षण, लिखित तैयारी तथा मानसिक अनुशासन ने उन्हें कठिन परिस्थितियों में भी बेहतर प्रदर्शन करने में सक्षम बनाया। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय कैप्टन नारायण सिंह के मार्गदर्शन तथा कठोर प्रशिक्षण को दिया। मैदान में चयनित युवाओं के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी। स्वजन और स्थानीय ग्रामीणों ने भी इस उपलब्धि पर गर्व जताया। पहाड़ जैसे सीमित संसाधनों वाले क्षेत्र से इतने बड़े पैमाने पर चयन होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जा रही है।

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